
Corona Testing Guidelines: देश में ओमिक्रॉन की वजह से कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. इस बीच इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी ICMR ने कोरोना जांच को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है. इस गाइडलाइन के मुताबिक, अब हर किसी को कोरोना की जांच कराने की जरूरत नहीं है. गाइडलाइन में ये भी है कि अगर आप किसी कोरोना मरीज के संपर्क में भी आ गए हैं तो भी टेस्ट करवाने की जरूरत नहीं है.
आईसीएमआर की नई गाइडलाइन कहती है कि कोरोना मरीज के संपर्क में आए सिर्फ उन लोगों को ही टेस्ट करवाने की जरूरत है जिनकी उम्र 60 साल से ऊपर हो या जिन्हें कोई गंभीर बीमारी हो. बुजुर्गों और कोमोर्बिडिटी वाले लोगों को आईसीएमआर ने 'ज्यादा जोखिम' वाली कैटेगरी में रखा है.
नई गाइडलाइंस पर सवाल भी उठ रहे
कोरोना टेस्टिंग को लेकर नई गाइडलाइंस पर एक्सपर्ट सवाल भी उठा रहे हैं. पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. चंद्रकांत लहारिया ने कहा कि इससे मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर पर दबाव कम होगा और कोविड मरीजों पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि ये बढ़ते संक्रमण से निपटने के लिए बेहतर तरीका नहीं है.
वहीं इन्क्लूव लैब की संस्थापक डॉ सोनाली वैद समेत कई विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह से स्वस्थ लोगों को टेस्ट ना करवाने के लिए कहना एक बड़ी भूल साबित हो सकती है. कोविड मरीज के संपर्क में आया एक स्वस्थ व्यक्ति कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को संक्रमित कर सकता है. टेस्टिंग की क्षमता बढ़ाने के बजाय लोगों को टेस्ट ना करवाने के लिए कहना ठीक नहीं है.