
देश पर आए कोरोना वायरस के महासंकट से निपटने के लिए हर कोई अपनी ओर से कोशिश कर रहा है. केंद्र से लेकर राज्य सरकारें सख्त फैसले ले रही हैं, तो वहीं भारतीय सेना भी हर चुनौती से निपटने को पूरी तरह से तैयार है. सेना प्रमुख एम. एम. नरवणे का कहना है कि अगर जरूरत पड़ती है तो सेना किसी भी कदम को उठाने के लिए तैयार है. आर्मी के पास एक '6 घंटे' का प्लान तैयार है, जिसके तहत तुरंत ही आइसोलेशन सेंटर और आईसीयू को तैयार किया जा सकता है.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए एक इंटरव्यू में सेना प्रमुख ने कोरोना वायरस की चुनौतियों पर चर्चा की. आर्मी चीफ नरवणे के मुताबिक, इस संकट की घड़ी में भी सेना अपना काम कर रही है और सभी ऑपरेशनल टास्क इस वक्त जारी हैं. अभी तक कई देशों ने इस संकट से निपटने के लिए सेना की मदद ली है, इसपर आर्मी चीफ ने कहा कि भारतीय सेना देश के लोगों के लिए है, अगर जरूरत पड़ती है और सरकार कहती है तो सेना पूरी तरह से तैयार है.
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, ऐसे में मेडिकल सर्विस की जरूरत आगे बढ़ सकती है. भारतीय सेना के सभी जवानों को कोरोना वायरस के बारे में जानकारी दी गई है और जरूरी कदम उठाने को कहा गया है, ताकि किसी को कोई परेशानी ना होगा.
कोरोना वायरस पर आजतक का व्हाट्सएप बुलेटिन डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें...
सेना प्रमुख एम.एम. नरवाणे ने बताया कि सेना अलग-अलग स्तर पर कोरोना से निपटने की तैयारी कर रही है. इसमें सर्विलांस और आइसोलेशन की प्रोडक्टविटी को बढ़ाना, अलग-अलग बेस पर मौजूद सेना के अस्पतालों में 45 बेड का एक आइसोलेशन वार्ड तैयार करना और इसके साथ ही 10 बेड का एक आईसीयू वार्ड भी तैयार करना. ये सुविधा बस 6 घंटे के नोटिस पर तैयार की जा सकती है.
सेना प्रमुख ने माना कि अभी ये कहना काफी मुश्किल है कि आगे किस तरह के हालात बनते हैं, लेकिन सेना और देश किसी भी तरह की चुनौती से निपटने को तैयार है. इसको लेकर पिछले 2-3 महीने में सेना में अलग-अलग स्तर पर ट्रेनिंग भी दी जा रही है. वह रोजाना इसका रिव्यू भी कर रहे हैं. सेना प्रमुख एम. एम. नरवाणे ने माना कि भारत में अगले हफ्ते काफी अहम हैं.
कोरोना पर फुल कवरेज के लिए यहां क्लिक करें