
कोरोना का कहर पैरामिलिट्री फोर्स में भी तेजी से फैल रहा है. BSF और CRPF में संक्रमितों का आंकड़ा 1000 के पार हो गया है. नए आंकड़ों के मुताबिक, CRPF में कोरोना से संक्रमित कुल 1,219 लोगों में से 655 जवान बीमारी से उबर चुके हैं और 555 लोगों का इलाज अभी किया जा रहा है.
जबकि CRPF के नौ जवानों की अब तक मौत हो चुकी है. उधर पिछले 24 घंटे में CRPF में 88 नए मामले सामने आए हैं. इनमें से 80 मामले हैदराबाद के CRPF ग्रुप सेंटर से ही अकेले आ गए हैं. उधर BSF में कोरोना के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. BSF के एक अधिकारी ने आजतक को जो जानकारी दी है कि 30 जून 2020 तक बीएसएफ में 1018 कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं. जबकि पिछले 24 घंटे में बीएसएफ में कोरोना के 53 नए मामले सामने आए है्ं.
इन सबके बीच बीएसएफ से एक राहत की भी खबर है कि बीएसएफ में कोरोना के 354 एक्टिव केस हैं साथ ही 659 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं. बीएसएफ के आधिकारिक बयान से यह जानकारी मिली है कि इस कोरोना संक्रमण के चलते 5 लोगों की मौत भी हो गई है.
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ITBP में कोरोना के अब तक 334 मामले सामने आएITBP में भी पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 14 मामले सामने आए. ITBP से मिली जानकारी के मुताबिक, अबतक कोरोना के एक्टिव केस 94 हैं जबकि 237 लोगों का इलाज किया जा चुका है. ITBP में कोरोना के अब तक 334 मामले सामने आए हैं. जिसमें 3 लोगों की मौत हो चुकी है. उधर सीआईएसएफ में कोरोना के 800 मामले दर्ज किए गए हैं जिसमें से 466 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं बाकी जवानों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
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आपको बात दें कि देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण का असर केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों पर भी पड़ा है. अब तक सीआरपीएफ और बीएसएफ में 1000 से ज्यादा जवान संक्रमित हो चुके हैं जो इनके लिए चिंता का विषय हैं. लिहाजा एक बार फिर इन बलों ने अपने कोविड मैनेजमेंट प्लान की समीक्षा की है जिसके तहत कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए कई कदम भी उठाए गए हैं जिसमें स्थानीय अस्पतालों से संपर्क और आइसोलेशन प्रक्रिया में तेजी लाना है. अर्धसैनिक बलों के भीतर कोरोना वायरस के मामलों को बढ़ता देख कुछ प्रमुख कदम उठाए गए हैं.
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- देशभर में मौजूद इन सुरक्षाबलों के कैंप की क्वारनटीन क्षमता बढ़ाई गई है.
- हर कैंप के कोरोना वायरस सुरक्षा इंतजाम का दोबारा आंकलन किया जा रहा है.
- हर सुरक्षाबल कैंप के पास मौजूद सरकारी अस्पतालों को जवानों की किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है
- टेस्टिंग और आइसोलेशन प्रक्रिया में और तेजी लाई जा रही है.
अर्धसैनिक बलों के कोविड मैनेजमेंट सेंटरों को निर्देश दिए गए हैं कि संक्रमित जवानों के आइसोलेशन और उनके कांटैक्ट ट्रेसिंग की प्रक्रिया सुचारू रूप से पूरी की जाए. जिससे पैरा मिलिट्री फोर्सेज में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण पर रोक लगाई जा सके. हालांकि गृह मंत्रालय से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक, अर्ध सैनिक बलों में कोरोना के केस तो आ रहे हैं लेकिन इन जवानों में रिकवरी रेट 99% के आसपास है यानी कि जो जवान कोरोना संक्रमित हो रहे हैं वह ठीक होकर ड्यूटी पर जल्द से जल्द वापस भी आ रहे हैं.