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कोरोना संकट के बीच प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के मुद्दे पर नीतीश सरकार के खिलाफ विपक्ष लगातार हमलावर है. इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बयान आया है. नीतीश कुमार ने कहा कि जो भी प्रवासी बिहार आना चाहते हैं, उन्हें लाया जाएगा.
सीएम ने कहा कि 710 श्रमिक गाड़ियों की योजना पहले ही बन चुकी है, जरूरत पड़ने पर इसे बढ़ाया जाएगा. इसलिए चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है.
नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के बाहर फंसे जो भी प्रवासी मजदूर बिहार आने के इच्छुक हैं, उन सभी को बिहार लाया जाएगा. वे परेशान न हों, धैर्य रखें, सुरक्षित रहें. सरकार पूरी क्षमता से सभी इच्छुक प्रवासी मजदूरों को जल्द से जल्द बिहार लाने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है.
बिहार के मजदूर 1300 किलोमीटर पैदल चले, फिर भी घर नहीं पहुंचे
सहारनपुर में मजदूरों ने हाइवे जाम किया
यूपी के सहारनपुर में घर लौट रहे पैदल मजदूरों ने हंगामा किया. ये सभी अपने घर बिहार वापस जा रहे थे. पुलिस के रोकने पर मजदूरों ने नीतीश कुमार और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और अंबाला हाई-वे जाम कर दिया.
मजदूरों ने पुलिस प्रशासन से मांग उठाई कि या तो उन्हें आगे बढ़ने दिया जाए या फिर उनकी वापसी के लिए ट्रेन की व्यवस्था की जाए. अन्यथा वो अब यहीं जमे रहेंगे, वापस नहीं लौटेंगे. इससे पहले यूपी के औरेया में दर्दनाक घटना घटी थी. यहां सड़क हादसे में 24 मजदूरों की मौत हो गई थी.