
सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) की कोविड-19 पर बनी सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने गुरुवार को कोविशील्ड (Covishield) और कोवैक्सीन (Covaxin) को मिक्स कर उस पर स्टडी करने की सिफारिश की है. इसके साथ ही एक्सपर्ट पैनल ने भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की कोवैक्सीन और नेजल वैक्सीन (Nasal Vaccine) की मिक्सिंग की भी सिफारिश की है.
इसके अलावा बायोलॉजिकल ई (Biological E) की बच्चों की वैक्सीन (Vaccine For Children) को क्लीनिकल ट्रायल की मंजूरी देने की भी सिफारिश की है. हालांकि, आखिरी फैसला ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ही लेगा.
मिक्स वैक्सीन पर स्टडी की सिफारिश
तमिलनाडु के वेल्लोर स्थित क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (सीएमसी) ने कोविशील्ड और कोवैक्सीन के मिक्सिंग डोज (Mixing Dose) पर एक स्टडी करने का आवेदन दिया था. इस पर एक्सपर्ट कमेटी ने सिफारिश की है कि सीएमसी को ये स्टडी करने की मंजूरी दी जानी चाहिए.
एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, एक्सपर्ट कमेटी ने सीएमसी को फेज-4 के क्लीनिकल ट्रायल की मंजूरी देने की सिफारिश की है, जिसमें 300 लोगों को कोविशील्ड और कोवैक्सीन की डोज दी जाएगी. इस स्टडी का मकसद ये पता लगाना है कि क्या वैक्सीनेशन कोर्स पूरा करने के लिए किसी को अलग-अलग वैक्सीन की डोज दी जा सकती है.
हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक कोरोना की नेजल वैक्सीन पर भी काम कर रही है. एक्सपर्ट कमेटी ने भारत बायोटेक को कोवैक्सीन और नेजल वैक्सीन की मिक्सिंग पर स्टडी करने की सिफारिश भी की है.
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बच्चों पर वैक्सीन के ट्रायल की मंजूरी की सिफारिश भी
एक्सपर्ट कमेटी ने जो तीसरा बड़ा फैसला लिया है, वो ये कि बॉयोलॉजिकल ई की वैक्सीन को बच्चों पर ट्रायल की मंजूरी की सिफारिश दी जाए. एक्सपर्ट कमेटी ने सिफारिश की है कि बॉयोलॉजिकल ई को 5 से 17 साल के बच्चों पर अपनी वैक्सीन के फेज-2 और फेज-3 के क्लीनिकल ट्रायल करने की मंजूरी की सिफारिश की जाए. हालांकि, कमेटी ने 18 साल से ऊपर के लोगों पर चल रहे ट्रायल का डेटा भी मांगा है.
ये चौथी वैक्सीन है, जिसे बच्चों पर क्लीनिकल ट्रायल की मंजूरी देने की सिफारिश एक्सपर्ट पैनल ने की है. इससे पहले भारत बायोटेक, जायडस कैडिला और नोवावैक्स की ओर से मंजूरी की सिफारिश भी हो चुकी है. भारत बायोटेक और जायडस की वैक्सीन का ट्रायल बच्चों पर चल भी रहा है. जबकि, नोवावैक्स की वैक्सीन कोवोवैक्स (Covovax) को ट्रायल की मंजूरी देने की सिफारिश कमेटी ने कुछ दिन पहले ही की है.
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जॉनसन एंड जॉनसन ने प्रपोजल वापस लिया
अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson and Johnson) ने पहले भारत में भी अपनी सिंगल डोज वैक्सीन (single-dose Covid-19 vaccine) के क्लीनिकल ट्रायल का आवेदन दिया था. हालांकि, अब उसने अपने इस आवेदन को वापस ले लिया है. जॉनसन एंड जॉनसन भारत में 600 लोगों पर सिंगल डोज वैक्सीन का ट्रायल करना चाहती थी. ये ट्रायल 18 से 59 साल और 60 साल से ऊपर के लोगों पर होना था.