Advertisement

कोरोना से निपटने का नया 'प्लान'? पीएम मोदी और अमित शाह ने की बैठक

कोरोना के कारण बिगड़े हालात पर गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बैठक हुई. देश में कोरोना के अब तक करीब दो लाख मामले आ चुके हैं.

फाइल फोटो-पीटीआई फाइल फोटो-पीटीआई
हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 02 जून 2020,
  • अपडेटेड 12:19 AM IST

  • देश में कोरोना के करीब 2 लाख मामले, 5500 से ज्यादा मौतें
  • अर्थव्यवस्था की तेज रफ्तार को बिल्कुल वापस पाएंगेः पीएम

कोरोना के कारण बिगड़े हालात पर गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बैठक हुई. देश में कोरोना के अब तक करीब दो लाख मामले आ चुके हैं. इस चुनौती भरे हालात से निपटने के लिए केंद्र सरकार की ओर से लगातार कोशिशें की जा रही हैं. हालांकि इस बैठक के बाद ही पता चलेगा कोरोना से निपटने के लिए अगला नया प्लान क्या होगा.

Advertisement

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक बार फिर देश के सामने 'आत्मनिर्भर भारत' का खाका पेश किया. सीआईआई की 125वीं सालगिरह पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत को फिर से तेज विकास के पथ पर लाने के लिए, आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए 5 चीजें बहुत जरूरी हैं. ये हैं- Intent, Inclusion, Investment, Infrastructure और Innovation.

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हाल में जो कड़े फैसले लिए गए हैं, उसमें भी आपको इन सभी की झलक मिल जाएगी. महिलाएं हों, दिव्यांग हों, बुजुर्ग हों, श्रमिक हों, हर किसी को इससे लाभ मिला है. लॉकडाउन के दौरान सरकार ने गरीबों को 8 करोड़ से ज्यादा गैस सिलेंडर डिलिवर किए हैं.

CII संबोधन: पीएम मोदी ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में मांगी इंडस्ट्री की मदद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'कोरोना वायरस के इस संकट में इस तरह के ऑनलाइन इवेंट शायद एक न्यू नॉर्मल हैं, लेकिन ये हमारी सबसे बड़ी ताकत है. आज भी हमें इस वायरस से लड़ना है, तो दूसरी ओर अर्थव्यवस्था का भी ध्यान रखना है.

Advertisement

पीएम ने कहा कि हम अपनी अर्थव्यवस्था की तेज रफ्तार को बिल्कुल वापस पाएंगे. कोरोना ने हमारी स्पीड भले ही धीमी की हो, लेकिन भारत लॉकडाउन को पीछे छोड़कर अनलॉक फेज में पहुंच चुका है.'

जीडीपी में 4 से 6 फीसदी की गिरावट आ सकती है

गौरतलब है कि कोरोना की वजह से देश और दुनिया की इकोनॉमी को काफी नुकसान पहुंचा है. तमाम एजेंसियों ने आशंका जाहिर की है कि इस वित्त वर्ष में देश की जीडीपी में 4 से 6 फीसदी की गिरावट आ सकती है. हाल में जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2019-20 मे देश में जीडीपी की ग्रोथ महज 4.2 फीसदी थी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement