
चीन, जापान, अमेरिका समेत दुनियाभर के कई देशों में कोरोना संक्रमण खौफनाक रूप ले चुका है. चीन में हालात बदतर हो गए हैं. अस्पताल मरीजों से फुल हो गए हैं. इसी बीच भारत सरकार भी कोरोना से निपटने के लिए कमर कस चुकी है. लिहाजा आज सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मॉक ड्रिल आयोजित की गई. इस दौरान ऑक्सीजन की सप्लाई और वेंटिलेटर्स और बेड की उपलब्धता समेत कई जरूरतों को परखा गया..
केंद्र की एक सलाह के बाद COVID-19 से संबंधित किसी भी घटना से निपटने के लिए आज मॉकड्रिल का आयोजन हुआ. वहीं ऑक्सीजन, वेंटिलेटर्स, दवा समेत कई तैयारियों को परखने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया सफदरजंग पहुंचे थे.
Live Updates...
- भोपाल के जेपी जिला अस्पताल में 160 बेड कोविड के लिए डेडिकेट किए गए हैं. यहां कोविड वॉर्ड बनाया गया है. यह प्रयास किए जा रहे हैं कि कोई भी एंबुलेंस किसी मरीज को लेकर आए तो उसे सीधे कोविड वार्ड में ले जाया जाए. निजी सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. साथ ही ऑक्सीजन के 150 जंबो सिलेंडर भी रिजर्व में रखे गए हैं. ऑक्सीजन के 3 प्लांट शुरू किए गए हैं. उनकी मॉनीटरिंग हो रही है.
- जम्मू के अलग-अलग अस्पतालों में मॉकड्रिल हुई. यहां एमसीएच में ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर्स, मॉनीटर्स को परखा गया. इस दौरान एक व्यक्ति को बेड पर लेटाकर ये जांच की गई कि अगर जरूरत पड़ी तो कोविड के मरीजों के इलाज में कोई खामी न रहे. साथ ही ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट का भी जायजा लिया गया.
- गुजरात के अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में कोविड को लेकर कई स्तरों पर तैयारियां की गई हैं. यह 1200 बेड का अस्पताल है, कोरोना की पिछली लहर में इसे कोविड अस्पताल घोषित कर दिया था. मॉकड्रिल के दौरान ऑक्सीजन सप्लाई, ओपीडी के साथ ही कोविड के 80 से ज्यादा बेड का प्रबंध किया गया है. साथ ही वेंटिलेटर्स और दवाओं का भी इंतजाम किया गया है.
- चंडीगढ़ के अस्पताल में मॉकड्रिल के दौरान ये परखा गया कि जब कोई कोविड मरीज एंबुलेंस से आता है, तो उसे किस तरह से अस्पताल में ले जाना है. साथ ही कौन सी सावधानियां बरतनी है. इसके अलावा अस्पताल में कोविड सेंटर भी बनाया गया है. इसके अलावा ऑक्सीजन सप्लाई और वेंटिलेटर्स को भी दुरुस्त किया गया है.
- वहीं यूपी की राजधानी लखनऊ के केजीएमयू में मास्क, ग्लव्स, थर्मल स्कैनर समेत सभी उपकरणों की उपलब्धता देखी गई. साथ ही वेंटिलेटर्स और वेड भी तैयार किए गए हैं.
- सफदरजंग में ऑक्सीजन मास्क, आईसीयू समेत सभी उपकरणों को परखा गया, ताकि जरूरत पड़ने पर किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े.
- स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल का निरीक्षण किया. अस्पताल में एक टेस्टिंग सेंटर बनाया गया है. यहां स्वास्थ्य कर्मी पीपीई किट पहनकर तैनात हैं. साथ ही यहां आइसोलेशन और आईसीयू बेड भी लगाए गए हैं, यहां ऑक्सीजन सप्लाई भी दी गई है.
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि आने वाले दिनों में कोविड देशभर में न फैले इसके लिए तैयारी की जा रही है. उन्होंने कहा कि सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री इसमें हिस्सा ले रहे हैं. इसमें देशभर के कोविड हॉस्पिटल हिस्सा ले रहे हैं. ये कवायद इसलिए हो रही है कि लोगों को कोई दिक्कत न हो. उन्होंने कहा कि मैंने सफदरजंग के अस्पताल का निरीक्षण किया है. इसी तर्ज पर देशभर के सरकारी अस्पतालों में तैयारियां की जा रही हैं.
देशभर में हो रही है मॉकड्रिल
एजेंसी के मुताबिक मंडाविया ने कहा कि चीन और अन्य देशों में संक्रमण में वृद्धि के बाद एहतियाती उपायों के तहत देशभर में सभी कोविड अस्पतालों में हुई मॉक ड्रिल में राज्य के सभी स्वास्थ्य मंत्री अपने स्तर पर हिस्सा लिया. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के डॉक्टरों के साथ एक बैठक में उन्होंने कहा कि इस महामारी को लेकर अपने पुराने अनुभवों के आधार पर हम कई प्रैक्टिस कर रहे हैं. कई स्तर पर तैयारियों को परख रहे हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस मॉकड्रिल से हमें ये जानने में मदद मिलेगी कि किस स्तर पर क्या कमी रह गई है, जिसे हम दुरुस्त कर सकेंगे. साथ ही हमारी सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया मजबूत होगी. मॉकड्रिल में सभी जिलों में स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता, आइसोलेशन बेड की क्षमता, ऑक्सीजन-डेडिडेकेट बेड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर, डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिक्स, आयुष डॉक्टरों और अन्य फ्रंटलाइन संसाधनों की तैयारियों को परखा गया.
दरअसल, दुनिया भर के कई देशों में COVID-19 के केसों में बेतहाशा वृद्धि के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को आदेश दिए थे कि सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय किए जाएं.
ये भी देखें