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देश भर में कोरोना (Corona) मामलों में गिरावट के साथ राज्यों ने आर्थिक गतिविधियों को खोल दिया है. बार-बार कोविड नियम (Covid Norms) जैसे सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing), मास्क (Mask) पहनने को कहा जा रहा है, लेकिन तीसरी लहर (Third Wave) के खतरे के बाद भी लोग सबक नहीं ले रहे हैं.
मानसून के देरी से आने के कारण भारत के उत्तरी हिस्सों में प्रचंड गर्मी पड़ रही है. इसके कारण उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पहाड़ी शहरों में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है. सोशल मीडिया पर बिना मास्क के लोगों की भारी भीड़ की भयावह तस्वीरें सामने आ रही है. कोरोना नियमों का उल्लंघन केवल पहाड़ों पर नहीं महानगरों में ही रहा है.
चेन्नई
तमिलनाडु धीरे-धीरे अनलॉक हो रहा है और लोग कोविड-19 प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ा रहे हैं. सरकार ने लॉकडाउन में ढील दी तो बड़ी संख्या में लोग फिर से बाहर निकलने लगे हैं. कई जगहों पर लोगों को मास्क नहीं पहने देखा गया और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम धराशायी हो गए. ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन ने 9 अप्रैल से 6 जुलाई तक कोविड -19 प्रोटोकॉल का पालन न करने के लिए 5,907 कंपनियों और 29,096 व्यक्तियों पर 3.18 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया.
निगम ने कहा कि शादियों सहित विभिन्न कार्यों के लिए पंजीकृत 1,426 हॉल और होटलों का निरीक्षण किया गया और 31 स्थानों पर नियमों का उल्लंघन पाया गया. उन पर 1,29,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. तमिलनाडु अभी भी दूसरी लहर से उबर रहा है. 7 जुलाई को राज्य में 3,367 नए मामले दर्ज किए गए थे. अब तक कुल 33,196 मौतें दर्ज की गई हैं.
मुंबई
मुंबई वापस पटरी पर लौट रहा है. हालांकि मॉल और मल्टीप्लेक्स अभी नहीं खुले हैं, लेकिन बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ देखने को मिल रही है. लोकल ट्रेनों को अभी खोलना बाकी है क्योंकि सरकार को डर है कि वे वायरस के सुपर-स्प्रेडर हो सकते हैं. हालांकि मुंबई में रिकवरी रेट 96 फीसदी है और डबलिंग रेट सुधरकर 844 दिन हो गया है.
मेडिकल एक्सपर्ट्स का मानना है कि तीसरी लहर आने के डर से नागरिकों को गलती नहीं दोहरानी चाहिए. 7 जुलाई को शहर में 664 नए मामले दर्ज किए गए और नौ मौतें हुईं. बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के अधिकारियों ने लोगों से अपील की कि वे कोरोना गाइडलाइन का पालन करें. अब तक बीएमसी ने मुंबई पुलिस और रेलवे के साथ मिलकर मास्क न पहनने पर 55 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली की है.
दिल्ली
दिल्ली में भी कहानी वही है. कोविड मानदंडों के उल्लंघन के बाद लक्ष्मी नगर, लाजपत नगर और नांगलोई में बाजार बंद करने के बावजूद किसी ने सबक नहीं सीखा है. आजतक ने शहर के भीड़-भाड़ वाले बाजारों का रियलिटी चेक किया और पाया कि कोई भी दुकानदार या ग्राहक कोविड गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहा था.
दिल्ली के सबसे पुराने हार्डवेयर बाजार अजमेरी गेट पर खुलेआम कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई जा रही थीं. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा था और लोग मास्क नहीं लगा रहे थे. करोलबाग बाजार में दुकानदारों से लेकर ग्राहकों तक किसी ने भी मास्क पहनना जरूरी नहीं समझा.
दिल्ली के सबसे व्यस्त बाजारों में से एक चावड़ी बाजार में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने में कोई गंभीरता नहीं दिखा रहा है. आजतक ने पाया कि सदर बाजार जैसे इलाकों में व्यापारी नियमों का पालन कर रहे थे. सदर बाजार एशिया के सबसे बड़े थोक बाजारों में से एक है. बाजार में रोजाना कई लोग आते हैं.