
दुनिया भर के सैलानियों का पसंदीदा ताज महल अब कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की जंग का प्रतीक बन गया है. आगरा स्थित ये ‘मुहब्बत का स्मारक’ बीते चार दशक में पहली बार बंद करना पड़ा है. भारत सरकार की ओर से COVID-19 के फैलाव को रोकने के लिए उठाए गए अभूतपूर्व कदमों में ताजमहल को बंद करना भी शामिल है.
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अंतरिक्ष फर्म Maxar Technologies की ओर से ताजमहल और इसके आसपास की सड़कों हाई रिजोल्यूशन सैटेलाइट तस्वीरें ली गईं. ये तस्वीरें गवाही हैं कि कोरोना वायरस से जुड़ी संक्रामक बीमारी को रोकने के लिए क्या क्या सामाजिक उपाय किए गए. ताजमहल और आगरा की सड़कों की सैटेलाइट तस्वीरों से कोरोना वायरस का खतरा आने पर और उससे पहले की स्थिति में का फ़र्क साफ़ देखा जा सकता है.
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ताजमहल के अलावा, सैटेलाइट तस्वीरें शहर की खाली सड़कों के जरिए भी दिखाती हैं कि कैसे लोग सामाजिक दूरी अपना रहे है. यही सड़कें कुछ हफ्ते पहले तक लोगों से गुलजार रहती थीं. आगरा शहर की ये तस्वीरें 10 फरवरी और 18 मार्च को ली गईं. इनसे कोरोना वायरस के आम जनजीवन पर मार का विहंगम दृश्य देखा जा सकता है. कोरोना वायरस से इनसानों को खतरे को देखते हुए ही दुनिया भर में सरकारों को ऐसे कदम उठाने पड़े हैं, जैसे पहले कभी नहीं उठाए गए.
1- कोरोना का असर शुरू होने से पहले ताजमहल
2-कोरोना आने के बाद ताजमहल
3-ताजमहल का लॉन और बड़ा गेट, फरवरी 2020 में
4- ताजमहल लॉन और बड़ा गेट, मार्च 2020 में
5-कोरोना के आने और उससे पहले आगरा की सड़कों पर भीड़ का अंतर
6-कोरोना के आने और उससे पहले आगरा की सड़कों पर भीड़ का अंतर
7-ताजमहल पर भीड़, कोरोना के आने से पहले और बाद में