
रूसी वैक्सीन Sputnik V को 91.4% कारगर पाया गया है. वैक्सीन की खुराक देने के 21 दिन बाद मिले परिणाम के विश्लेषण में यह बात पता चली है. रूस कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक-वी को मंजूरी देने वाला दुनिया का पहला देश बना था.
टीका बनाने वाली कंपनी की तरफ से जारी बयान के मुताबिक स्पुतनिक-वी की पहली खुराक को देने के 21 दिनों बाद प्राप्त डेटा का विश्लेषण किया गया, जिसमें इस वैक्सीन को 91.4 प्रतिशत प्रभावी पाया गया.
डेटा का यह विश्लेषण 22714 वॉलंटियर पर किया गया, जिन्हें स्पुतनिक-वी की पहली और दूसरी खुराक दी गई थी. स्पुतनिक-वी की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार तीसरे और अंतिम डेटा विश्लेषण में वैक्सीन को एडवांस तौर पर 90% से अधिक प्रभावी पाया गया.
भारत में भी होगा उत्पादन
स्पुतनिक-वी के प्रभावी होने की यह खबर ऐसे समय आई है जब इसका उत्पादन भारत में शुरू किए जाने की चर्चा चल रही है. वैक्सीन स्पुतनिक-वी के लिए भारत की दवा कंपनी हेटरो ने रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) से करार किया है. बताया जा रहा है कि भारत में हर वर्ष वैक्सीन की 10 करोड़ खुराक तैयार की जाएगी.
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दरअसल, रूस के सावरेन वेल्थ फंड ने कहा था कि स्पुतनिक-वी का उत्पादन 2021 में शुरू करने का इरादा है. फिलहाल, इस वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल बेलारूस, यूएई, वेनेजुएला और अन्य देशों में चल रहा है. वहीं भारत में दूसरे चरण और तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है. स्पुतनिक-वी के लिए रूस के सामने 50 से ज्यादा देश अनुरोध कर चुके हैं. बताया जा रहा है कि वैश्विक बाजार में आपूर्ति के लिए वैक्सीन का उत्पादन भारत के अलावा चीन, ब्राजील, साउथ कोरिया और दूसरे देशों में भी होना है.