
ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) के खतरे को देखते हुए हरियाणा सरकार अलर्ट मोड में आ गई है. मसलन प्रदेश में स्वास्थ्य कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. साथ ही एक जनवरी से पब्लिक प्लेस में एंट्री करने के लिए कोरोना वैक्सीन की दोनों डोजलगवाना जरूरी कर दिया है.
इतना ही नहीं नाइट कर्फ्यू को लेकर सख्ती बढ़ाई गई है. इसके तहत रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक बिना काम के सड़क पर घूमने को लेकर पूरी तरह से रोक रहेगी.
हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए कोविड-19 (Covid-19) को लेकर नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. बीते दिन हुई कोविड समीक्षा बैठक में सूबे में पाबंदियां बढ़ाए जाने को लेकर कई फैसले लिए गए. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar lal Khattar) ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि ओमिक्रॉन के खतरे से निपटने के लिए जरूरी है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक किया जाए.
स्वास्थ्य और गृह मंत्री अनिल विज ने आज तक को बताया कि जो स्वास्थ्य अधिकारी और कर्मचारी वैक्सीनेशन कार्यक्रम में लगे हुए हैं, उनकी छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. इसके साथ ही नाइट कर्फ्यू में भी सख्ती की जाएगी. साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर अब 200 से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक रहेगी.
अनिल विज ने कहा कि 23 दिसंबर को प्रदेश में एक लाख से अधिक लोगों को कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई गई. साथ ही रोजाना करीब 30,000 से 32,000 हजार लोगों की कोरोना जांच की जा रही है. जो लोग कोविड पॉजिटिव मिल रहे हैं, उनके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जा रहे हैं.