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कोरोनाः सख्त पाबंदी, मास टेस्टिंग, चीन ने 5 हफ्तों में डेल्टा वैरिएंट को ऐसे किया काबू!

चीन में जुलाई में डेल्टा वैरिएंट से कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे थे, लेकिन अब वहां कोरोना फिर से काबू में आ गया है. चीनी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, चीन ने सख्त पाबंदी और मास टेस्टिंग पर ज्यादा जोर दिया. इतना ही नहीं, कई इलाकों में ट्रेन और हवाई यात्रा पर भी पाबंदी लगा दी गई.

चीन में अब हालात फिर से सामान्य होने लगे हैं. (फाइल फोटो-AP) चीन में अब हालात फिर से सामान्य होने लगे हैं. (फाइल फोटो-AP)
सुजय
  • नई दिल्ली,
  • 25 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 3:11 PM IST
  • डेल्टा वैरिएंट से बढ़ गए थे मामले
  • 5 हफ्तों में काबू में आया कोरोना

जिस चीन से कोरोना वायरस (Coronavirus) के निकलने की बातें कही जाती रही हैं, वहां पिछले कुछ दिनों में डेल्टा वैरिएंट (Delta Variant) का कहर देखने को मिला था. चीन में डेल्टा वैरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे थे. लेकिन अब वहां काफी हद तक कोरोना के मामले में काबू में आ गए हैं. तो क्या मान लिया जाए कि चीन ने डेल्टा वैरिएंट का तोड़ निकाल लिया है? चीन पहला देश है जिसने महज 5 हफ्तों में ही डेल्टा जैसे खतरनाक वैरिएंट पर काबू पा लिया है और वो भी बिना एक भी मौत के. 

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20 जुलाई 2021 को पूर्वी चीन के नानजिंग के एयरपोर्ट में काम करने वाले कर्मचारी डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित पाए गए. कुछ ही दिनों में चीन के 17 प्रांतों के 50 से ज्यादा शहरों में कोरोना के मामले बढ़ने लगे. चीन की न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, सख्त लॉकडाउन, आने-जाने पर पाबंदी, मास टेस्टिंग और मेडिकल एक्शन जैसी तुरंत कार्रवाई से चीन कोरोना को काबू करने में कामयाब रहा. कई इलाकों में तो ट्रेन और हवाई यात्रा पर भी रोक लगा दी गई थी.

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द इकोनॉमिस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, 11 अगस्त को चीन के पूर्वी तट पर स्थित सबसे बिजी टर्मिनल में से एक निंगबो बंदरगाह को बंद कर दिया गया था. वो इसलिए क्योंकि यहां काम करने वाला एक 34 साल का शख्स डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित हो गया था. उसके संपर्क में आए सभी 650 लोगों को ट्रेस किया गया और सभी को सख्त क्वारनटीन में भेज दिया गया गया. वहीं, CNN की रिपोर्ट बताती है कि देश भर में कोरोना मैनेजमेंट में लापरवाही बरतने पर चीन ने 47 अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया और किसी को उनके पद से हटा दिया तो किसी को पद से बर्खास्त कर दिया गया. नतीजा ये हुआ कि 23 अगस्त को पहली बार चीन में एक भी लोकल केस सामने नहीं आया. 

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कोरोना को काबू करने के लिए चीन ने जो कदम उठाए, वो कदम बाकी दूसरे देश उठाने से भी डरते हैं. शिन्हुआ को चीन के नेशनल हेल्थ कमिशन के प्रमुख मा शियाओवई ने बताया, 'ये साबित हो गया है कि कोरोना की रोकथाम के लिए हमने जो उपाय अपनाए हैं, वो प्रभावी हैं.' 

22 अगस्त को चीन में एक स्टडी जारी की गई थी, जिसमें बताया गया था कि कोरोना के खिलाफ उनकी वैक्सीन ज्यादा असरदार है. चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, चीन की वैक्सीन के दो डोज कोरोना के सामान्य लक्षणों को रोकने में 70.2% और गंभीर लक्षणों को रोकने में 100% तक कारगर है. ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि ये डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ चीन की वैक्सीन की प्रभावशीलता पर पहली रिपोर्ट है. चीन में 22 अगस्त तक 1.94 अरब से ज्यादा डोज दी जा चुकी है. 

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