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Omicron से संक्रमित मरीजों का कैसे हो रहा इलाज, पढ़ें covid वार्ड के अंदर से स्पेशल रिपोर्ट

आज तक ने एलएनजेपी अस्पताल के कोविड-19 और ओमिक्रॉन वार्ड में जाकर यह पता लगाने की कोशिश की है कि यहां omicron से संक्रमित मरीजों का इलाज कैसे हो रहा है.

 एलएनजेपी अस्पताल में मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर्स एलएनजेपी अस्पताल में मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर्स
तेजश्री पुरंदरे
  • नई दिल्ली,
  • 05 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 9:25 AM IST
  • कोविड वार्ड के अंदर का लिया जायजा
  • ओमिक्रॉन के 105 मरीज पूरी तरह ठीक हुए

देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. हर दिन पॉजिटिविटी रेट में बढ़ोतरी हो रही है. वहीं दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल (LNJP Hospital) में ओमिक्रॉन के मरीजों को भर्ती किया जा रहा है. यहां शुरुआती तौर पर ओमिक्रॉन के 135 मरीज भर्ती हुए थे. 

राहत की खबर ये है कि इनमें से करीब 105 मरीज पूरी तरह से स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं. लिहाजा आज तक ने एलएनजेपी अस्पताल के कोविड-19 और ओमिक्रॉन वार्ड में जाकर यह पता लगाने की कोशिश की कि यहां omicron से संक्रमित मरीजों का इलाज कैसे हो रहा है. इस दौरान डॉक्टरों ने बताया कि मरीजों को वन टू वन ट्रीटमेंट दिया जा रहा है.

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Omicron के मरीजों का ऐसे हो रहा है इलाज

- सबसे पहले पेशेंट का vital check up किया जाता है. इसके बाद मरीज का ऑक्सीजन लेवल अगर 90 से कम पाया जाता है तो उनके लिए तुरंत ऑक्सीजन की व्यवस्था की जाती है.

- इसके बाद मरीज की हालत को देखते हुए उसकी जांच करने के बाद उसे जरूरी एंटीबायोटिक के डोज दिए जाते हैं.

- कई बार omicron से संक्रमित मरीजों में लक्षण नहीं दिखने पर उनका सिटी स्कैन किया जाता है. साथ ही साथ चेस्ट x-ray भी लिया जाता है.

- इसके बाद पेशेंट्स के शरीर में डिहाइड्रेशन की मात्रा कम करने के लिए जरूरी दवाइयां सलाइन के जरिए दी जाती हैं.

- हर पेशेंट का रोजाना ब्लड टेस्ट भी किया जाता है.

- जैसे-जैसे पेशेंट की हालत सुधरती जाती है उसी तरह से उनके दवाई के डोज भी कम कर दिए जाते हैं.

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-पेशेंट की लगातार मॉनिटरिंग की जाती है. सब कुछ ठीक होने के बाद ही पेशेंट को आइसोलेशन के लिए भेज दिया जाता है.

मरीजों का 24 घंटे रखा जा रहा है ध्यान

रामलीला मैदान में बनाए गए अस्थाई अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि कि यहां मरीजों का 24 घंटे ध्यान रखा जा रहा है. साथ ही हर मरीज को वन टू वन डॉक्टर का ट्रीटमेंट दिया जा रहा है. जिन पेशेंट्स में omicron का संक्रमण पाया गया है, उन्हें अंडर ऑब्जर्वेशन रखते हुए उनका खास ध्यान रखा जा रहा है.

 

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