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कोलकाता में कोविड मरीज से वसूले ज्यादा फीस, अस्पताल पर लगा 10 लाख का जुर्माना

वेस्ट बंगाल क्लीनिकल इस्टेबलिशमेंट रेगुलेटरी कमीशन के अध्यक्ष जस्टिस (रिटा.) अशीम बनर्जी ने कहा, डेसून अस्पताल का लाइलेंस सस्पेंड किया जाना चाहिए था लेकिन चूंकि यह गलत इलाज का मामला नहीं है, इसलिए लाइसेंस सस्पेंड नहीं किया गया. आयोग ने अस्पताल को आदेश दिया कि जब तक यह केस बंद नहीं हो जाता, तब तक किसी मरीज ने एडवांस पेमेंट न लिया जाए.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 21 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 9:20 AM IST
  • कोविड मरीज की एंबुलेंस में हो गई मौत
  • अस्पताल पर 3 लाख फीस मांगने का आरोप

पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य आयोग ने गुरुवार को कोलकाता के एक निजी अस्पताल पर कोरोना मरीज से ज्यादा फीस वसूलने को लेकर बड़ी कार्रवाई की और अस्पताल को 10 लाख रुपये जुर्माना देने का आदेश दिया. इस केस की सुनवाई आयोग के अध्यक्ष रिटायर्ड जस्टिस अशीम कुमार बनर्जी कर रहे थे. मरीज के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ आयोग का दरवाजा खटखटाया था. परिजनों का आरोप है कि कोरोना मरीज की मौत एंबुलेंस में इसलिए हो गई क्योंकि डेसून अस्पताल 3 लाख रुपये भर्ती कराने की फीस मांग रहा था.

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वेस्ट बंगाल क्लीनिकल इस्टेबलिशमेंट रेगुलेटरी कमीशन के अध्यक्ष जस्टिस (रिटा.) अशीम बनर्जी ने कहा, डेसून अस्पताल का लाइलेंस सस्पेंड किया जाना चाहिए था लेकिन चूंकि यह गलत इलाज का मामला नहीं है, इसलिए लाइसेंस सस्पेंड नहीं किया गया. आयोग ने अस्पताल को आदेश दिया कि जब तक यह केस बंद नहीं हो जाता, तब तक किसी मरीज ने एडवांस पेमेंट न लिया जाए.

'इंडियन एक्सप्रेस' के मुताबिक, आयोग ने कहा कि वह निजी अस्पतालों पर कड़ी निगरानी रखे हुए है ताकि मरीजों से ज्यादा फीस न वसूली जाए. आयोग ने कहा कि किसी कोविड मरीज के इलाज में उसके परिजनों से अधिकतम 50 हजार रुपये एडवांस लिए जा सकते हैं. तमलूक की लैला बीबी को डेसून अस्पताल में कोविड के इलाज के लिए लाया गया था. उनके परिजनों ने 60 हजार रुपये एडवांस देकर एक बेड बुक कराया था लेकिन अस्पताल ने मरीज को एडमिट नहीं किया और इसके लिए ज्यादा पैसे की मांग की. परिजनों का आरोप है कि एडमिशन फीस चुकाने के बाद भी अस्पताल ने मरीज को दाखिल नहीं किया.

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मामला बाद में आयोग तक पहुंचा जिसने डेसून अस्पताल प्रशासन को दोषी माना. इसके बाद अस्पताल के खिलाफ केस दर्ज किया गया. बंगाल में कोविड के इलाज को लेकर निजी अस्पतालों के खिलाफ कई शिकायतें आ रही हैं. ज्यादा फीस वसूलने के कई मामले आयोग तक पहुंचे हैं. इसे देखते हुए आयोग कोविड के इलाज में फीस तय करने की योजना बना रहा है.

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