
कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए तिरुमला स्थित भगवान वेंकटेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की एंट्री पर रोक लगी हुई है. लेकिन विवाद तब शुरू हो गया जब तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) बोर्ड के चेयरमैन और पूर्व सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी अपने परिवार के साथ मंदिर में पहुंच कर पूजा अर्चना की. लॉकडाउन के दौरान मंदिर और गर्भगृह में पुजारी के अलावा किसी को जाने की इजाजत नहीं है.
ऐसे में TTD बोर्ड के चेयरमैन वाईवी सुब्बा रेड्डी (जो कि सीएम वाईएस जगनमोहन रेड्डी के चाचा भी हैं) अपने परिवार के सदस्यों के साथ मंदिर के गर्भगृह में चले गए, जबकि पूजा-पाठ के लिए सिर्फ पुजारी को ही अंदर जाने की अनुमति है.
जानकारी मिली है कि TTD चेयरमैन अपना जन्मदिन मनाने परिवार के साथ मंदिर पहुंचे थे. जिसको लेकर अब विपक्षी दल निशाना साध रहे हैं.
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TDP (तेलुगु देशम पार्टी) महासचिव नारा लोकेश ने ट्विटर पर निशाना साधते हुए लिखा, 'कोरोना महामारी की वजह से आम आदमी, मंदिर में भगवान के दर्शन नहीं कर सकते. लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि स्वर्गीय वाईएस राजशेखर रेड्डी के भाई को उनके जन्मदिन मनाने के लिए परिवार समेत मंदिर जाने की अनुमति मिल जाती है. वाईवी सुब्बा रेड्डी ना केवल TDP बोर्ड के चेयरमैन हैं बल्कि सीएम जगनमोहन रेड्डी के चाचा भी हैं ऐसे में उन्हें रोकने की हिमाकत कौन कर सकता है.'
वीडियो और फोटो में देखा जा रहा है कि वाईवी सुब्बा रेड्डी मंदिर के अंदर अपना 61वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस दौरान ना तो वो सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो कर रहे हैं और ना ही मास्क पहन रखा है, जो कि लॉकडाउन के दौरान सभी के लिए अनिवार्य है.
हालांकि TTD चेयरमैन इस आरोप को गलत बता रहे हैं. उनका कहना है कि बतौर बोर्ड के चेयरमैन होने की वजह से वो मंदिर के रखरखाव का निरीक्षण करने गए थे. इस दौरान उनकी मां और पत्नी ही वहां मौजूद थीं.
महत्वपूर्ण यह भी है कि मंदिर में TTD चेयरमैन के साथ तमिलनाडु के खनन बैरन शेखर रेड्डी-जो कि बोर्ड के सदस्य हैं- तो मौजूद थे ही उनके साथ चेन्नई और हैदराबाद के दो अन्य मदरबोर्ड के सदस्य भी पूजा के लिए मंदिर गए थे.
नियम के मुताबिक मंदिर के एक्सक्यूटिव ऑफिसर, ज्वाइंट एक्सक्यूटिव ऑफिसर और पूजारी ही मंदिर के अंदर प्रवेश कर सकते हैं.
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गौरतलब है कि कोरोना वायरस की वजह से तिरुपति बालाजी मंदिर 20 मार्च से बंद है, लेकिन मंदिर में दैनिक अनुष्ठान पुजारियों द्वारा किए जा रहे हैं.