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महाराष्ट्र में वैक्सीन की किल्लत! मुंबई में शार्टेज, सतारा-सांगली-चंद्रपुर में स्टॉक खत्म

एक ओर केंद्र सरकार, महाराष्ट्र को चिट्ठी लिखकर टीकाकरण को और तेज करने की बात कह रही है, दूसरी ओर महाराष्ट्र में वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो रहा है. महाराष्ट्र अब कोरोना के साथ ही वैक्सीन संकट का सामना कर रहा है.

कोरोना वैक्सीन (फोटो-PTI) कोरोना वैक्सीन (फोटो-PTI)
साहिल जोशी
  • मुंबई,
  • 08 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 1:55 PM IST
  • महाराष्ट्र में कोरोना वैक्सीन की कमी
  • वैक्सीन न होने से मुंबई के 26 सेंटर बंद

देश में कोरोना वैक्सीन के बढ़ते मामलों के बीच वैक्सीन को लेकर राज्यों और केंद्र के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है. एक ओर केंद्र सरकार, महाराष्ट्र को चिट्ठी लिखकर टीकाकरण को और तेज करने की बात कह रही है, दूसरी ओर महाराष्ट्र में वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो रहा है. महाराष्ट्र अब वैक्सीन संकट का सामना कर रहा है. 

बीएमसी के मुताबिक, मुंबई में अगर आज वैक्सीन की सप्लाई नहीं हुई तो कल से सभी टीकाकरण केंद्र बंद हो जाएंगे. मुंबई में इस वक्त 120 टीकाकरण केंद्र हैं, जिसमें से 73 प्राइवेट हैं. इसमें से 26 अभी से वैक्सीन न होने के कारण बंद हो गए हैं. जबकि कल से 22 बंद हो सकते हैं,

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इसके अलावा अगर वैक्सीन की आपूर्ति जल्द से जल्द नहीं हुई तो मुंबई के 25 प्राइवेट टीकाकरण केंद्र 10 अप्रैल से बंद हो सकते हैं. बीएमसी के सरकारी टीकाकरण केंद्र भी वैक्सीन किल्लत से जूझ रहे हैं और अगर वैक्सीन की सप्लाई तुरंत नहीं की गई तो वह भी 10 अप्रैल यानी शनिवार से बंद हो सकते हैं. 

मुंबई के अलावा सांगली, सतारा, गोंडिया, पनवेल, चंद्रपुर में वैक्सीन का स्टॉक पूरी तरह से खत्म हो गया है, जबकि यवतमाल, कोल्हापुर, नवी मुंबई और वासिम में कल तक वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो सकता है.

सतारा में वैक्सीन ना होने के कारण टीकाकरण ही बंद हो गया. डीएम के मुताबिक, जिले में कुल 180 वैक्सीनेशन सेंटर हैं और सिर्फ 3 हजार डोज़ बची हैं. ऐसे में वैक्सीनेशन रुक गया है, हम जिले में हर दिन 27 हजार वैक्सीन लगा रहे हैं. अबतक सवा दो लाख लोगों को टीका लग चुका है. यही हाल सांगली समेत कई और जिलों का भी है.

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बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब को चिट्ठी लिखी गई थी. केंद्र के मुताबिक, इन राज्यों में वैक्सीनेशन की रफ्तार कम है. तीनों ही राज्य स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीनेशन के मामले में राष्ट्रीय औसत से भी पीछे चल रहे हैं. ऐसे में केंद्र ने तीनों से अपने यहां पर स्पीड बढ़ाने को कहा था.

 

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