
कोरोना की वैक्सीन लगाने के बाद मास्क पहना जाए या नहीं, इस पर बहस जारी है. यूं तो भारत सरकार वैक्सीन लगवा चुके भारतीयों को भी मास्क पहनने को कह रही है लेकिन अमेरिका में इस मुद्दे पर डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन सांसदों के बीच भिड़ंत हो रही है. और इस भिड़ंत का आधार है भारत में किया गया एक अध्ययन.
एक रिपब्लिकन नेता ने कहा कि सत्ताधारी डेमोक्रेट्स वैक्सीन लगवा चुके अमेरिकियों को मास्क पहनने पर मजबूर कर रहे हैं क्योंकि भारत में की गई एक स्टडी में ऐसा कहा गया है. रिपब्लिकन नेता ने कहा कि इस स्टडी को अभी अमेरिका में मान्यता भी नहीं दी गई है.
भारत की स्टडी को लेकर भिड़े डेमोक्रेट्स-रिपब्लिकन
हाउस लीडर और रिपब्लिकन नेता केविन मैकार्थी ने कहा कि जब भी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) नए गाइडलाइंस जारी करती है वो न सिर्फ अपने पिछले दिशा-निर्देशों को पलट देती है बल्कि उन अमेरिकियों पर जबरन प्रतिबंध थोपती है जिन्होंने अब तक वो सब कुछ किया है जो सरकार ने उनसे करने को कहा है.
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रिपब्लिकन नेता केविन मैकार्थी ने कहा, "अब जरा सोचिए कि CDC ने पिछले सप्ताह क्या किया, उन्होंने वैक्सीन लगवा चुके अमेरिकियों को मास्क पहनने पर मजबूर किया क्योंकि भारत में एक वैक्सीन पर किया गया अध्ययन ऐसा कहता है, लेकिन इस स्टडी की अब तक अमेरिका में समीक्षा भी नहीं की गई है."
सरकार का राजनीतिक हथियार बन गया है CDC
उन्होंने कहा कि CDC अमेरिकी प्रशासन का राजनीतिक हथियार बन गया है और ये अमेरिकियों की जिंदगी के हर पहलू को नियंत्रित करना चाहता है. अमेरिकियों को वैक्सीन लेने को कहा गया था ताकि उन्हें मास्क पहनने की जरूरत न पड़े लेकिन अब CDC वैक्सीन लगवा चुके लोगों को भी मास्क पहनने को कह रही है.
अमेरिका में फिर बढ़ रहे कोरोना केस
बता दें कि अमेरिका में कोरोना केस एक बार फिर से बढ़ रहे हैं. यहां पर एक सप्ताह के औसत आंकड़ों को देखें तो औसतन 70 हजार केस रोजाना आ रहे हैं. इसके बाद हाई रिस्क वाले इलाकों में वैक्सीन ले चुके लोगों के लिए भी फिर से मास्क पहनना अनिवार्य हो गया है.
केविन मैकार्थी के अनुसार, डेमोक्रेट्स भारत की इस रिपोर्ट को इसलिए आधार बना रहे हैं क्योंकि अमेरिका में जिला स्कूल फिर से खुलने वाले हैं. उन्होंने कहा कि हम विज्ञान में विश्वास करते हैं और इसी के निष्कर्षों के आधार पर काम करेंगे.
केविन मैकार्थी का आरोप है कि CDC के नए दिशा-निर्देश भारत में किए गए एक अध्ययन पर आधारित हैं, लेकिन इस स्टडी की समीक्षा अभी भारत में नहीं की गई है. हालांकि उन्होंने भारत में किए गए इस कथित रिसर्च के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी.