
भारत में कोरोना को लेकर राहत भरी खबर है. देश में अब कोरोना से होने वाली मौत के मामलों में कमी दर्ज की गई है. कोरोना के सक्रिय मामलों में गिरावट के साथ ही पिछले एक सप्ताह में 602 जिलों में कोरोना संबंधी एक भी मौत का मामला सामने नहीं आया है.
इंडिया टुडे की डाटा इंटेलिजेंस यूनिट ने 729 जिलों में कोरोना के मामलों को लेकर आंकड़े जुटाए हैं. इनमें से 116 जिले ऐसे हैं जहां पिछले एक सप्ताह में कोरोना से मरने वालों की संख्या 10 से ज्यादा नहीं है. यह आंकड़े 10 फरवरी तक के हैं. एक तरफ जहां कोरोना से देश में अब तक 1.5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, वहीं ये आंकड़े थोड़ी राहत भरे हैं.
मैप में नजर आ रहे हरे क्षेत्र उन जिलों को प्रदर्शित कर रहे हैं जहां पिछले एक सप्ताह में कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई है.जबकि नारंगी रंग से दिखाए गए इलाकों में पिछले एक सप्ताह में 10 से कम मौत के मामले सामने आए हैं. जबकि लाल रंग से उन इलाकों को प्रदर्शित किया गया है जहां पिछले एक हफ्ते में कोरोना से 10 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है.
हालांकि कुछ इलाकों में बीते दिनों में कोरोना से मौत के मामले बढ़े हैं. महाराष्ट्र और केरल के 10 जिलों में बीते दिनों में कोरोना से मौत के मामले में इजाफा हुआ है. इनमें पुणे, तिरुवनंतपुरम, कोझिकोड, मुंबई, नागपुर, यवतमाल, कोल्लाम और बेंगलुरू हैं.
राज्य के तौर पर देखें तो 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 10 या 10 से कम कोरोना संबंधित मौत के मामले पिछले एक सप्ताह में देखे गए हैं. इनमें 9 केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जहां बीते सप्ताह कोरोना संबंधी मौत के एक भी मामले सामने नहीं आए हैं.
हालांकि कोरोना से लड़ाई भारत समेत विश्वभर के देशों के लिए आसान नहीं रही है. आईएमए के मुताबिक कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने के दौरान देश में कम से कम 734 डॉक्टरों ने अपनी जान गंवा दी. कोरोना के बारे में शुरुआत में कम जानकारी ही थी जिसके चलते कई स्वास्थ्यकर्मियों को अपनी जान गंवानी पड़ी.
हालांकि कोरोना की ताबूत में कील ठोंकने के लिए भारत ने बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन शुरू किया है. हेल्थ वर्कर्स के बाद फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण का कहना है कि हमने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी है कि 1 मार्च 2021 तक सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन सुनिश्चित कराई जाए.
बता दें कि देश में कोरोना से मौत के मामले में गिरावट के साथ ही कोरोना के सक्रिय मामलों में भी कमी आई है. देश में कोरोना के सक्रिय मामले 1.41 लाख हो गए हैं. यह आंकड़ा देश में कोरोना से हुई कुल मौत के आंकड़ों से कम है.
(सम्राट शर्मा के इनपुट्स के साथ)