
मुंबई से दुबई के लिए 19 मई को उड़ान भरने वाले बोइंग 777 विमान में 40 वर्षीय भावेश ने अकेले ही सफर किया. उन्होंने फ्लाइट का टिकट महज 18 हजार रुपये में खरीदा था, लेकिन उन्हें इस यात्रा के दौरान बेहतरीन सुविधाएं मिलीं. दरअसल संयुक्त अरब अमीरात की तरफ से यात्रा पर जारी प्रतिबंध के मद्देनजर ये सब हुआ.
कोरोना महामारी को लेकर यूएई ने भारत से आने वालों की यात्रा पर प्रतिबंध लगाया हुआ है. गाइडलाइन के अनुसार केवल यूएई के नागरिक, यूएई गोल्डन वीजा धारक और राजनयिक मिशन से जुड़े लोग ही आरटी-पीसीआर रिपोर्ट के साथ भारत से यूएई की यात्रा कर सकते हैं. ऐसे में भावेश जावरी को ये मौका इसलिए भी मिला, क्योंकि वे दुबई में बस चुके हैं. इंडियन एयरक्राफ्ट चार्टर इंडस्ट्री के एक ऑपरेटर की मानें तो मुंबई-दुबई रूट पर बोइंग 777 विमान बुककर जाने में 70 लाख रुपये का खर्चा आता है. यानि साफ शब्दों में समझा जाए, तो भावेश जावरी ने '70 लाख वाली सर्विस' का लुत्फ उठाया.
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, भावेश जावेरी ने बताया जब वे विमान में चढ़े तो एयर होस्टेज ने तालियों से उनका स्वागत किया. कॉकपिट कमांडर ने खुद आकर उनसे बात की. उन्होंने बताया कि ये अनुभव पैसे से नहीं खरीदा जा सकता है. पिछले दो दशकों में 240 से भी अधिक विमान यात्राएं की हैं, लेकिन यह सबसे शानदार और अनोखा अनुभव रहा.
उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान भी शानदार अनुभव रहा. जहां फ्लाइट में सभी यात्रीगणों का एक साथ संबोधन होता है, वहीं इस फ्लाइट में सिर्फ उनका नाम गूंज रहा था. जैसे 'मिस्टर जावेरी अपनी सीट बेल्ट बांध लीजिए', 'मिस्टर जावेरी हम अब लैंड करने की तैयारी कर रहे हैं.' भावेश जावेरी ने बताया कि इस समय रेग्युलर फ्लाइट सस्पेंड चल रही हैं. अनुमान था कि यात्री कम होंगे. वैसे तो वे बिजनस क्लास का ही टिकट लेते हैं, लेकिन इस बार इकॉनमी क्लास का टिकट लिया था, जो उनके लिए किसी लकी ड्रॉ की तरह साबित हुआ.