
भारत में जारी वैक्सीन की किल्लत के बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बड़ा बयान दिया है. नितिन गडकरी का कहना है कि देश में वैक्सीन बनाने के लिए अन्य कंपनियों को भी लाइसेंस मिलने चाहिए, ताकि प्रोडक्शन को बढ़ाया जा सके. नितिन गडकरी का ये बयान तब आया है, जब देश के कई हिस्सों में वैक्सीन की कमी है और बीते दिनों ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी ऐसा फॉर्मूला सुझा चुके हैं.
वैक्सीन को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि जब डिमांड बढ़ती है, तो सप्लाई में दिक्कत आती है. ऐसे में वह मंत्री से अपील करेंगे कि वैक्सीन के प्रोडक्शन को बढ़ाने के लिए अधिक लाइसेंस दिए जाएं.
नितिन गडकरी ने दावा किया कि हर राज्य में ऐसी लैब मौजूद हैं, जिनके पास ऐसी क्षमता है. अगर फॉर्मूला दिया जाए तो वैक्सीन का प्रोडक्शन बढ़ सकता है और 15 दिनों में ही नतीजे दिख सकते हैं. नितिन गडकरी ने कहा कि अगर हर राज्य में प्रोडक्शन की क्षमता बढ़ती है, तो सबसे पहले देश में सप्लाई तेज़ होगी और बाद में अगर बनता है तो एक्सपोर्ट भी कर सकते हैं.
बता दें कि बीते दिनों जब महाराष्ट्र में रेमडेसिविर की किल्लत सामने आई, तब नितिन गडकरी की पहल पर कुछ स्थानीय कंपनियों को इसका लाइसेंस दिया गया, जिसके बाद अब महाराष्ट्र में किल्लत खत्म हुई और रेमडेसिविर अब सरप्लस में पहुंच गया है.
बयान पर विवाद के बाद गडकरी की सफाई
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जो बयान दिया, उसपर काफी विवाद हुआ. कांग्रेस की ओर से कहा गया कि मंत्री खुद अपनी सरकार को ही इस बारे में क्यों नहीं जानकारी देते हैं.
विवाद के बाद नितिन गडकरी ने सफाई जारी की, उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा पहले ही कई कंपनियों को वैक्सीन का प्रोडक्शन बढ़ाने की इजाजत दे दी गई है, जिसके बारे में उन्हें जानकारी नहीं थी. सरकार द्वारा 12 प्लांट्स को ये इजाजत दी गई है. मुझे खुशी है कि मंत्रालय द्वारा वैक्सीन के प्रोडक्शन को बढ़ाने पर ज़ोर दिया गया है.
अरविंद केजरीवाल कर चुके हैं ऐसी ही अपील
वैक्सीन की किल्लत को देखते हुए बीते दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी यही अपील की थी. उन्होंने केंद्र से कहा था कि देश में अगर अन्य कंपनियों को वैक्सीन बनाने का फॉर्मूला दिया जाए तो जो कंपनियां पहले से ही इस क्षेत्र में हैं, वो कोरोना वैक्सीन का प्रोडक्शन कर सकती हैं, ऐसे मे जल्द ही बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन किया जा सकेगा.
अरविंद केजरीवाल की अपील पर केंद्र की ओर से भी जवाब आया था, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी गई थी कि भारत बायोटेक अपनी कोवैक्सीन का फॉर्मूला साझा करने के लिए तैयार है, ऐसे में अगर कोई कंपनी वैक्सीन के प्रोडक्शन का प्रस्ताव लाती है तो उसपर अमल किया जा सकता है.