
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने कोरोना की पहली होम टेस्ट किट को मंजूरी दे दी है. इस किट को पुणे की MyLab Discovery Solutions ने बनाया है. कंपनी ने कहा कि CoviSelf नाम की इस टेस्ट किट की कीमत 250 रुपये होगी और इसे बिना प्रिस्क्रिप्शन के दवा की दुकान और ऑनलाइन खरीदा जा सकता है.
परीक्षण के लिए उपयोगकर्ता को अपने मोबाइल फोन पर एक ऐप डाउनलोड करने की आवश्यकता होगी, लेकिन स्वाब नमूना एकत्र करने के लिए किसी पेशेवर मेडिकल स्टाफ की जरूरत नहीं होगी. आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि होम टेस्टिंग किट जल्द ही दवा की दुकानों पर उपलब्ध होगी.'
एक साल पहले पुणे स्थित MyLab ने कोरोनवायरस के लिए भारत की पहली स्वदेशी RT-PCR परीक्षण किट विकसित की थी. MyLab के प्रबंध निदेशक हसमुख रावल ने कहा कि किट एक के किफायती पैक उपलब्ध होंगे. कंपनी ने कहा कि वह कुछ दिनों के भीतर किट की शिपिंग शुरू कर देगी.
अभी CoviSelf की उत्पादन क्षमता प्रति सप्ताह 70 लाख परीक्षण है. 14 दिनों के भीतर इसे प्रति सप्ताह 1 करोड़ तक बढ़ाने की योजना है. MyLab के निदेशक सुजीत जैन ने कहा कि अधिकांश पश्चिमी देशों ने खुद टेस्ट करने की अनुमति दी है, और इसे वायरस की चेन को तोड़ने के लिए एक शक्तिशाली हथियार माना जाता है.
कैसे कर सकते हैं CoviSelf का इस्तेमाल
MyLab के निदेशक सुजीत जैन ने कहा कि टेस्टिंग किट के इस्तेमाल के लिए एक मोबाइल ऐप डाउनलोड करना होगा, उस मोबाइल ऐप में टेस्ट को लेकर बारीकियां बताई जाएंगी, आपको टेस्टिंग किट से खुद का टेस्ट करके मिले इमेज को मोबाइल ऐप में अपलोड करना होगा, इसके थोड़ी देर में आपको टेस्ट रिपोर्ट मिल जाएगा.
रैपिड एंटीजन परीक्षण जैसे कि CoviSelf, RT-PCR टेस्ट की तुलना में कम सटीक होते हैं, हालांकि ये सस्ते और जल्द उपलब्ध हो जाते हैं और बहुत जल्दी परिणाम देते हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के प्रसार को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले सप्ताह रैपिड एंटीजन परीक्षण को बड़े पैमाने पर विस्तार की सिफारिश की है.