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अमृतसर: अंतिम वक्त पर रद्द हुई श्रमिक स्पेशल ट्रेन, गुस्साए प्रवासी मजदूरों का प्रदर्शन

देश के अलग-अलग हिस्सों से लगातार प्रवासी मजदूरों के प्रदर्शन की खबरें आ रही हैं. देश में मजदूरों के लिए श्रमिक ट्रेनें चलाई जा रही हैं, लेकिन मजदूरों को अब भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

प्रवासी मजदूरों ने किया विरोध प्रदर्शन (ANI) प्रवासी मजदूरों ने किया विरोध प्रदर्शन (ANI)
aajtak.in
  • अमृतसर,
  • 29 मई 2020,
  • अपडेटेड 10:12 AM IST

  • अमृतसर में प्रवासी मजदूरों का प्रदर्शन
  • अंतिम वक्त पर रद्द हुई श्रमिक स्पेशल
देश में कोरोना वायरस संकट के कारण लॉकडाउन लागू है और इस बीच सबसे ज्यादा मुश्किलों का सामना प्रवासी मजदूरों को करना पड़ रहा है. लॉकडाउन के करीब दो महीने बाद भी प्रवासी मजदूर अपने घर जाने को तरस रहे हैं. इस बीच पंजाब के अमृतसर में मजदूरों ने विरोध प्रदर्शन किया, मजदूरों का कहना है कि अंतिम वक्त पर ट्रेन रद्द हो गई और अब वो सड़क पर रह रहे हैं.

अमृतसर में प्रदर्शन कर रहे मजदूरों ने कहा कि गुरुवार को उनकी हेल्थ स्क्रीनिंग की गई, बस में बैठाकर स्टेशन ले जाया गया लेकिन फिर कहा गया कि ट्रेन रद्द हो गई है. तब से हम सड़क पर ही रुके हुए हैं, हम चाहते हैं कि सरकार हमें तुरंत घर भेजे.

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गौरतलब है कि प्रवासी मजदूरों की वापसी को लेकर कई तरह की मुश्किलें सामने आ रही हैं. इसी को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में कई बार मजदूर प्रदर्शन भी कर चुके हैं.

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अमृतसर जैसी ही घटना कुछ दिन पहले मुंबई में हुई थी, जब बांद्रा के पास हजारों मजदूर यूपी आने के लिए इकट्ठा हो गए थे. लेकिन अंतिम वक्त में राज्य सरकार और रेलवे के बीच कम्युनिकेशन गैप होने की वजह से तीन ट्रेनें रद्द हो गईं. जिसकी वजह से मजदूरों की काफी परेशानी हुई.

इसके अलावा ट्रेन के लिए रजिस्ट्रेशन, स्क्रीनिंग, स्टेशन तक पहुंचने और फिर ट्रेन में खाने-पीने को लेकर लगातार मजदूरों की ओर से शिकायत की जा रही हैं. इतना ही नहीं, बीते दिनों ट्रेन के भटक जाने की खबर से रेलवे की काफी किरकिरी हुई थी.

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आपको बता दें कि प्रवासी मजदूरों की घर वापसी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई जारी है. सर्वोच्च अदालत ने सभी राज्य सरकारों से प्रवासी मजदूरों की वापसी और देखभाल पर ब्लूप्रिंट मांगा है. तो वहीं केंद्र सरकार की ओर से कहा गया है कि अबतक 91 लाख मजदूर वापस लाए जा चुके हैं.

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