
कोरोना के कारण आए आर्थिक संकट को दूर करने की कोशिश की जा रही है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने शुक्रवार को रेपो रेट में 40 बेसिस पॉइंट कटौती का ऐलान किया. अब रेपो रेट को 4.40 फीसदी से घटाकर 4 फीसदी कर दिया गया है. हालांकि, रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि एमपीसी ने रेपो रेट में 0.40 फीसदी की कटौती का ऐलान किया है. अब रेपो रेट को 4 फीसदी कर दी गई है. इसका असर आपके ईएमआई पर हो सकता है. आपकी ईएमआई कम हो सकती है.
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क्या होता है रेपो रेट
रेपो रेट वह दर होती है, जिस पर बैंकों को आरबीआई कर्ज देता है. बैंक इस कर्ज से ग्राहकों को लोन देते हैं. रेपो रेट कम होने से मतलब है कि बैंक से मिलने वाले कई तरह के लोन सस्ते हो जाएंगे, जैसे कि होम लोन, कार लोन आदि. अब रेपो रेट को 4 फीसदी कर दिया गया है. इससे सस्ते दर पर लोन मिल सकते हैं.
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औद्योगिक उत्पादन ठप
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना संकट और लॉकडाउन की वजह से 6 बड़े प्रदेशों में औद्योगिक उत्पादन ठप हुआ है. बिजली, पेट्रोलियम की खपत में कमी दर्ज की गई है. मार्च में सीमेंट उत्पादन 19 फीसदी लुढ़क गया. देश में निवेश को लेकर काफी कमी दर्ज हुई है.
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अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना की वजह से अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान हुआ है. अब अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के तमाम उपाय किए जा रहे हैं. महंगाई दर के काबू में रहने की उम्मीद है. मानसून के सामान्य रहने का अनुमान है.