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रेमेडेसिविर की कमी पूरी करने के लिए इन राज्यों ने उठाए कदम, जानें कैसे ले सकते हैं

रेमेडेसिविर इंजेक्शन की कमी पूरी करने के लिए प्रदेश सरकारों ने कई कदम उठाए हैं. उत्तर प्रदेश और बिहार में रेमेडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल के जरिए की जा रही है.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 26 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 3:14 PM IST
  • रेमेडेसिविर को लेकर राज्यों ने जारी किया SoP
  • UP और बिहार में जिला प्रशासन देगा इंजेक्शन

कोरोना के बढ़ते केस के बीच रेमेडेसिविर इंजेक्शन की कमी हो रही है. कहीं पर कालाबाजारी तो कहीं नकली रेमेडेसिविर इंजेक्शन बिकने की खबरों के बीच राज्य सरकारों ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. उत्तर प्रदेश में रेमेडेसिविर जैसी दवाओं की कालाबाजारी पर एनएसए लगाया जा रहा है तो बाकी प्रदेशों में कालाबाजारी करने वालों की धरपकड़ जारी है.

रेमेडेसिविर इंजेक्शन की कमी पूरी करने के लिए प्रदेश सरकारों ने कई कदम उठाए हैं. उत्तर प्रदेश और बिहार में रेमेडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल के जरिए की जा रही है. यानी अगर किसी प्राइवेट अस्पताल को रेमेडेसिविर इंजेक्शन चाहिए तो उसे जिला प्रशासन से मांगना पड़ेगा.

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चंडीगढ़ में रेमेडेसिविर इंजेक्शन की ब्रिकी गिने-चुने केमिस्ट की दुकानों पर की जा रही है, लेकिन इसे लेने के लिए तीमारदारों के पास सरकारी डॉक्टर या अस्पताल की पर्ची होनी चाहिए. रेमेडेसिविर इंजेक्शन के लिए डॉक्टर की पर्ची के अलावा कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट, मरीज का आधार कार्ड और तीमारदार का आधार कार्ड चाहिए होगा.

इसके साथ ही चंडीगढ़ में मेडिकल स्टोर को  सीधे कंपनी से रेमेडेसिविर इंजेक्शन खरीदने की छूट दी गई है, लेकिन उन्हें रिकॉर्ड रखना होगा. वहीं, राजस्थान में रेमेडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई का जिम्मा जिला प्रशासन को दिया गया है. राजस्थान में किसी मेडिकल स्टोर काउंटर से रेमेडेसिविर इंजेक्शन की ब्रिकी बैन है.

हरियाणा में हेल्पलाइन नंबर

वहीं, रेमेडेसिविर की कालाबाजारी की रोकथाम के लिए हरियाणा पुलिस की तरफ से नई पेशकश की गई है. उन्होंने एक हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया है जहां पर कॉल कर कालाबाजारी के खिलाफ शिकायत कर सकते हैं. हरियाणा पुलिस के मुताबिक, 7087089947 और टोल-फ्री नंबर 1800-180-1314 पर कॉल करके शिकायत कर सकते हैं.

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हालांकि, दिल्ली एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि कोरोना की मौजूदा स्थिति में जनता में पैनिक है, लोगों ने घर में इंजेक्शन, सिलेंडर रखने शुरू कर दिए हैं, जिससे इनकी कमी हो रही है. उन्होंने कहा कि कोरोना आम संक्रमण है, 85-90% लोगों में ये आम बुखार, जुकाम होता है. इसमें ऑक्सीजन, रेमडेसिविर की जरूरत नहीं पड़ती है.

 

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