
कोरोना एक बार फिर रफ्तार पकड़ रहा है और देश के अलग-अलग हिस्सों के साथ उत्तर प्रदेश में भी कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली में कोरोना संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत का मामला भी सामने आया है. कोविड से हुई इस मौत के बाद चंदौली के स्वास्थ्य विभाग ने अतिरिक्त सतर्कता बारातनी शुरू कर दी है.
दरअसल चंदौली जिले के अमोघपुर गांव के रहने वाले रिटायर्ड रेलकर्मी 74 वर्ष के महेंद्र प्रसाद को कुछ दिन पहले पैरालिसिस का अटैक हुआ था. इसके बाद महेंद्र प्रसाद को उनके परिजनों ने वाराणसी के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया था. 22 अप्रैल को हॉस्पिटल में महेंद्र प्रसाद का कोविड टेस्ट कराया गया.
महेंद्र प्रसाद पॉजिटिव पाए गए. इसके बाद महेंद्र प्रसाद को बीएचयू में कोविड सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान 26 अप्रैल को महेंद्र प्रसाद की मौत हो गई. कोविड के संक्रमण से हुई इस मौत के बाद चंदौली के स्वास्थ्य विभाग मे हड़कंप मचना लाजिमी था. हालांकि महेंद्र प्रसाद की कोरोना से मौत की खबर कई दिन बाद बाहर आई.
इसके बाद चंदौली के स्वास्थ्य विभाग में मृतक महेंद्र प्रसाद के रिश्तेदारों के साथ साथ उनके संपर्क में आए लोगों की भी मानिटरिंग करनी शुरू कर दी है. इस मामले में चंदौली के सीएमओ डॉ यूके राय ने बताया कि चंदौली के अमोघपुर गांव के रहने वाले महेंद्र प्रसाद को पैरालिसिस अटैक के बाद बनारस के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
सीएमओ ने बतााया कि 22 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई. उसके बाद महेंद्र प्रसाद को पेट में एडमिट करा दिया गया, जहां इलाज के दौरान 26 अप्रैल को उनकी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि महेंद्र प्रसाद के परिजनों के साथ साथ उनके संपर्क में आए लोगों की कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग कराई जा रही है.