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UP: पति और ससुर की कोरोना से हुई मौत, घर में बची इकलौती सदस्य बहू ने किया अंतिम संस्कार

यूपी में मेरठ के भी एक परिवार में पति और सुसर की कोरोना से मौत हो गई. घर में बची इकलौती सदस्य बहू को ही पति और सुसर का अंतिम संस्कार करना पड़ा. इस बहू ने ही पूरे रीती रिवाजों के साथ अपने पति और ससुर की चिता को अग्नि दी. 

UP meerut family died due to covid only one lady left. UP meerut family died due to covid only one lady left.
उस्मान चौधरी
  • मेरठ ,
  • 06 जून 2021,
  • अपडेटेड 7:16 AM IST
  • जन्‍मदिन के दिन गई पति की कोरोना से जान
  • पंचायत चुनाव में ड्यूटी लगने के बाद पति को हुआ था कोरोना

कोरोना की दूसरी लहर ने कुछ परिवारों को ऐसा दर्द दिया है कि शायद ही हो पूरी जिंदगी इस दर्द को भूल सकें. कई परिवार उजड़ गए और बच्चे अनाथ हो गए. कोरोना काल में ऐसा दर्द देखने को मिला जो शायद ही कभी किसी ने सोचा होगा. यूपी में मेरठ के भी एक परिवार में पति और सुसर की कोरोना से मौत हो गई. घर में बची इकलौती सदस्य बहू को ही पति और सुसर का अंतिम संस्कार करना पड़ा. इस बहू ने ही पूरे रीति रिवाजों के साथ अपने पति और ससुर की चिता को मुखाग्नि दी. 

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हंसती मुस्कुराती बहु पूजा की जिंदगी पर कोरोना काल बनकर टूटा और 3 दिन के अंदर ससुर और पति का अपने हाथों से अंतिम संस्कार करना पड़ा. इस घटना से पूजा पूरी तरीके से टूट चुकी है. पूजा की कहानी सुनकर किसी का भी कलेजा कांप जाए. 

दरअसल, मेरठ के कंकर खेड़ा के सैनिक विहार में मकान नंबर C-622 में 73 वर्षीय राकेश रस्तोगी का परिवार रहता है. परिवार में राकेश रस्तोगी और उनका बेटा मयंक रस्तोगी जिनकी उम्र 42 साल और उनकी 37 वर्षीय बहू पूजा तीन लोग थे. 

मयंक रस्तोगी सरकारी टीचर थे और उनकी शादी 19 नवंबर 2018 में पूजा के साथ हुई थी. पूरे परिवार में हंसी खुशी का माहौल रहता था. परिजनों का कहना है कि मयंक रस्तोगी की पंचायत चुनाव में ड्यूटी लगी थी और मतगणना में भी उनकी ड्यूटी लगी थी जिसके बाद उनको तेज बुखार आ गया और तबीयत खराब रहने लगी.

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कई दिन घर में इलाज करने के बाद और उनका जब कोरोना टेस्ट कराया गया तो वह पॉजिटिव पाया गया. इसके बाद 27 मई को मेरठ के सुभारती मेडिकल कॉलेज में मयंक रस्तोगी को भर्ती कराया गया जहां उनका इलाज चल रहा था.  

बेटे मयंक के कोरोना की चपेट में आने के बाद पिता राकेश रस्तोगी की भी तबियत ठीक नहीं रह पा रही थी. उनको भी कोरोना ने अपनी गिरफ्त में ले लिया और 30 मई को उनकी भी तबियत ज़्यादा खराब हो गयी. उनको मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज भर्ती कराया गया. इसी बीच 1 जून को सुसर राकेश रस्तोगी की हालत बिगड़ गई और उन्होंने दम तोड़ दिया. रिश्तेदारी में कोई नहीं होने के कारण पूजा को अपने ससुर का अंतिम संस्कार करना पड़ा. 

पूजा के भाई का कहना है कि पिता के मरने की खबर बेटे मयंक को भी नहीं दी थी. जब पूजा अपने सुसर की अस्थियां लेने श्मशान घाट पहुंची इसी बीच अस्पताल से खबर आई की मयंक की तबीयत ज्यादा खराब है. उनको वेंटीलेटर पर लिया जा रहा है और फिर 4 जून को पति मयंक रस्तोगी की भी मौत हो गई. पत्नी पूजा को ही अपने पति मयंक रस्तोगी का अंतिम संस्कार करना पड़ा.

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पूजा के भाई ने बताया कि जिस दिन मयंक की मौत हुई उस दिन ही मयंक का जन्मदिन भी था. पिछले साल घर वालों ने बड़ी धूमधाम से जन्मदिन मनाया था और इस साल जन्मदिन पर ही उनकी मौत हो गयी.

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