
विधानसभा चुनाव के मुहाने पर खड़े पश्चिम बंगाल में चुनावी गर्मी के साथ कोरोना के मामले भी बढ़ते नजर आ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कराए गए एक आंतरिक सर्वे के मुताबिक बंगाल के 19 जिलों में कोरोना से स्थिति गंभीर है और यहां लगातार कोरोना के मामले बढ़ते नजर आ रहे हैं.
सर्वे के आंकड़ों के मुताबिक 15 मार्च से 21 मार्च के बीच राज्य में संक्रमण दर 1.35 प्रतिशत से बढ़कर 1.75 प्रतिशत हो गई है. सूत्रों की मानें तो 19 जिले ऐसे हैं जिन्हें रेड मार्क किया गया है. कोलकाता में संक्रमण दर 2.09 प्रतिशत से बढ़कर 3.04 प्रतिशत हो गई है. मंगलवार को राज्य में 404 नए मामले दर्ज किए गए थे जिसके बाद राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़कर 5,81,403 हो गए. इतना ही नहीं राज्य में कोरोना के चलते दो लोगों की मौत भी हुई है जिसके चलते राज्य में कोरोना से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 10,310 हो गई है. पश्चिम बंगाल में मौजूदा समय में 3,656 सक्रिय मामले हैं.
पश्चिम बंगाल में नो प्रोटोकॉल
देश में जहां कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर नए प्रोटोकॉल जारी किए जा रहे हैं, वहीं चुनावी राज्य पश्चिम बंगाल में कोरोना नियमों का पालन न करने पर कोई जुर्माना नहीं है. जागरूक लोग मास्क पहन रहे हैं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं, लेकिन ज्यादातर जनता सामान्य जीवन जी रही है. चुनाव के चलते राज्य में बिना किसी प्रोटोकॉल के सियासी रैलियां और जनसभाएं हो रही हैं. राजधानी कोलकाता में 8वीं तक स्कूल बंद हैं. हालांकि, 9 से 12 तक के स्कूल कोरोना नियमों के साथ संचालित किए जा रहे हैं, जबकि कॉलेज बंद हैं. परीक्षाएं ऑनलाइन कराई जा रही हैं. परिवहन सेवाएं बिना किसी प्रोटोकॉल के सामान्य ढंग से चल रही हैं. बाजारों को लेकर भी कोई नए नियम लागू नहीं किए गए हैं.