बिहार में सहरसा से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. जहां एक शिक्षक सातवीं कक्षा की नाबालिग छात्रा के साथ लगातार 1 साल से दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दे रहा था. इसी बीच छात्रा 4 महीने की गर्भवती हो गई. मामले का खुलासा होने के बाद पंचायत में आरोपी शिक्षक पीड़िता से शादी करने के लिए राजी हो गया. लेकिन इसके बाद आरोपी टीचर ने जो किया उससे सब हैरान रह गए. पंचायत के फरमान के ठीक चार दिन बाद आरोपी टीचर ने ताकत की दवा बताकर छात्रा को गर्भपात की दवा खिला दी.
दरअसल, ये मामला सहरसा जिले के सौर बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत समदा-बखरी गांव का है. जहां रहने वाली सातवीं कक्षा की छात्रा सीमा कुमारी (काल्पनिक नाम) का गांव के ही निजी शिक्षक सुबलेश कुमार यादव ने एक साल तक लगातार यौन शोषण किया. परिजन बच्ची को पढ़ने के लिए शिक्षक के पास भेजते थे. इस दौरान छात्रा गर्भवती हो गई. इसकी सूचना परिजन सहित समाज को लगी.
ऐसे में ग्रामीणों ने आरोपी शिक्षक को चार दिन पहले सामाजिक पंचायत में बुलवाया जहां आरोपी शिक्षक ने छात्रा से शादी करने की स्वीकृति दे दी. इस बीच ग्रामीणों का माहौल शांत होते ही आरोपी शिक्षक ने छात्रा को ताकत की दवा बताकर गर्भपात की कई गोलियां खिला दी. इससे छात्रा गंभीर रूप से बीमार पड़ गई और परिजनों ने आनन-फानन में सदर अस्पताल में उसे भर्ती कराया. जहां उसका इलाज चल रहा है.
घटना की सूचना पर पहुंची महिला थाना अध्यक्ष प्रेमलता भूपा श्री ने बयान दर्ज किया. उन्होंने बताया कि पीड़िता एक नाबालिग बच्ची है, जो ट्यूशन पढ़ने जाती थी. शिक्षक वहां उसे डरा धमकाकर उसके साथ बलात्कार की घटना को अंजाम देता था. ये मामला एक साल से चल रहा था, इस बीच लड़की गर्भवती हो गई. गर्भवती होने के बाद उसे उस शिक्षक ने ये कहकर एक दवाई खिला दी कि सबकुछ ठीक हो जाएगा. उसके बाद मामला बिगड़ गया.
परिजनों ने बच्ची को अस्पताल में भर्ती करवाया है. पीड़िता का बयान लिया गया है. प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी होगी. उसे कड़ी सजा दिलाई जाएगी. इस बीच परिजनों से जुड़ी सामाजिक कार्यकर्ता सह अधिवक्ता संगीता सिंह ने ऐसे कुकृत्य करने वाले शिक्षक को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है.