'गैंग्स ऑफ वासेपुर' फिल्म का सीन हकीकत में धनबाद के उस इलाके में दिखने लगा, जहां दो गुटों में तड़ातड़ फायरिंग हुई और बम फेंके गए. 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' फिल्म इसी धनबाद जिले के कोल माफिया के बीच हुई गैंगवार पर बनी थी. (धनबाद से सिथुन मोदक की रिपोर्ट)
धनबाद के ईस्ट बसुरिया ओपी क्षेत्र स्थित बीसीसीएल के व्यू प्वाइंट के करीब चल रहे डेको आउटसोर्सिंग में सोमवार को दो गुटों में जमकर मारपीट हुई.
बताया जा रहा है कि इस खूनी झड़प में 12 राउंड के करीब गोलियां और कई बम भी चले हैं. इस घटना में कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं, जिनका इलाज स्थानीय अस्पतालों में कराया जा रहा है.
पुलिस ने मौके से 6 खोखे और सुतली बम भी बरामद किए हैं. इसके साथ ही एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है, जिसके पास से पुलिस को देसी कट्टा बरामद हुआ है. बताया जा रहा है कि यह हिंसक टकराव रघुकुल समर्थक और स्थानीय मजदूरों के बीच हुआ है.
मिली जानकारी के अनुसार, कोयले में वर्चस्व को लेकर आज यहां भारी संख्या में रघुकुल समर्थक जमा हुए थे. ये सभी डेको आउटसोर्सिंग का काम बंद कराने पर अड़े थे जो स्थानीय मजदूरों को मंजूर नहीं था जिसके बाद देखते ही देखते विवाद बढ़ता गया और यह संघर्ष खूनी झड़प में तब्दील हो गया.
इसके बाद गोलियों और बमों की आवाज से इलाका गूंज उठा. इस टकराव में कई लोगों के सिर फटे हैं तो कइयों के शरीर की हड्डियां टूटी हैं.
घटना की सूचना पर पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा तो इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया है. साथ ही पुलिस ने मौके से कई देशी बम और एक व्यक्ति को देशी कट्टे के साथ गिरफ्तार किया है जिससे पुलिस पूछताछ करने में जुटी है.
पुलिस ने बताया है कि मौके से 6 खोखे बरामद किए गए हैं. बम चलने की सूचना और लोगों के घायल होने की सूचना पुलिस को अभी तक नहीं मिली है. पुलिस ने बताया कि उपद्रवियों को चिह्नित किया जा रहा है, जिसके बाद उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.