छुट्टी पर आए सिपाही ने पत्नी और 5 बच्चों को धारदार हथियार से घायल कर दिया और फिर ट्रेन से कटकर खुदकुशी कर ली. इलाज के दौरान मृतक सिपाही मुंशी यादव की घायल पत्नी रीना की भी मौत हो गई. 5 बच्चे जख्मी हो गए जिनका हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. यह सनसनीखेज घटना उत्तर प्रदेश के गाजीपुर की है. (गाजीपुर से विनय कुमार सिंह की रिपोर्ट)
शनिवार को दिलदारनगर थाना क्षेत्र के उसियां गांव में सुबह साढ़े 3 बजे के करीब पुलिस विभाग में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात मुंशी सिंह यादव ने धारदार हथियार से अपनी पत्नी और 5 बच्चों को घायल कर दिया. शोर सुनकर पड़ोसी जाग गए.
इतने में आरोपी सिपाही मुंशी यादव भाग गया और गांव के पास से ही जाने वाली रेल पटरी पर ट्रेन से कट कर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि मृतक सिपाही चर्म रोग से पीड़ित था और अवसाद में था. प्रयागराज से हाल ही में फतेहपुर तबादला हुआ था, तबसे ड्यूटी से अनुपस्थित था और इस घटना को अंजाम दे गया.
घटना की सूचना पाकर पुलिस अधीक्षक गाज़ीपुर द्वारा जिला अस्पताल जाकर पीड़ितों से उनका हालचाल जाना गया तथा घटना के संबंध में जानकारी ली गई, और आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए गए.
इस मामले में एसपी गाज़ीपुर डॉ. ओमप्रकाश सिंह ने मामले की पुष्टि की और बताया कि मुंशी यादव उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में जनपद फतेहपुर में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात थे, चर्म रोग से पीड़ित होने के कारण अवसाद में थे. उनके द्वारा सुबह लगभग 3:30 बजे अपनी पत्नी रीना देवी उम्र-40 वर्ष व पुत्रियां नेहा यादव उम्र 17 वर्ष, वर्षा यादव उम्र 10 वर्ष व सुधा यादव उम्र 5 वर्ष तथा पुत्रगण श्यामसुंदर उर्फ सागर उम्र 8 वर्ष तथा कृष्णा यादव उम्र ढाई वर्ष को धारदार हथियार द्वारा घायल कर दिया गया. मुंशी सिंह यादव ने उसियां गांव के पास ट्रेन के सामने कूदकर अपनी जान दे दी . इलाज के दौरान रीना देवी की जिला अस्पताल गाजीपुर में मृत्यु हो गई. मृतक की 3 बेटियां और 2 बेटे घायल हैं जिसमें दोनों बेटे गंभीर अवस्था में वाराणसी ट्रॉमा सेंटर पर इलाज के लिए भेजे गए हैं.