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प्यार, धोखा और बेवफाई... एक कत्ल जो कभी हुआ ही नहीं, मगर साजिश रचने वाले ने कर ली खुदकुशी

आए दिन हमारे सामने अवैध संबंध, एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर या त्रिकोणीय प्रेम कहानियों के मामले आते हैं. उनसे जुड़ी खबरें हम बताते भी हैं और दिखाते भी हैं. मगर दो महीने पहले एक ऐसी खबर हमारे सामने आई, जिस पर यकीन करना मुश्किल हो रहा था. प्यार, धोखा और बेवफाई से जुड़ा ये मामला क्या था?

इस केस के खुलासे ने पुलिसवालों को भी सन्न कर दिया था इस केस के खुलासे ने पुलिसवालों को भी सन्न कर दिया था
परवेज़ सागर
  • नई दिल्ली,
  • 24 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 9:38 AM IST

हमारे समाज से जुर्म की कुछ ऐसी सच्ची कहानियां निकलकर सामने आती हैं, जो आपको हैरान-परेशान कर देती हैं. आपका दिल उन्हें सच मानने से ही इनकार कर देता है. कई बार तो जुर्म को इस कदर शातिराना अंदाज में अंजाम दिया जाता है कि पुलिस के भी पसीने छूट जाते हैं. और कई बार जब तहकीकात के बाद पुलिस ऐसे मामलों के नतीजे तक पहुंचती है, तो पूरी कहानी ही पलट जाती है. क्राइम कथा में आज हम आपको जो कहानी बताने जा रहे हैं, वो शुरू तो एक आम साजिश और जुर्म की तरह होती है, लेकिन उसका अंत यकीनन आपके रोंगटे खड़े कर सकता है.

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आए दिन हमारे सामने अवैध संबंध, एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर या त्रिकोणीय प्रेम कहानियों के मामले आते हैं. उनसे जुड़ी खबरें हम बताते भी हैं और दिखाते भी हैं. मगर दो महीने पहले एक ऐसी खबर हमारे सामने आई, जिस पर यकीन करना मुश्किल हो रहा था. और उसकी पूरी हकीकत जानकर हैरानी भी हो रही थी. वो कहानी शुरू होती है एक शादीशुदा महिला और उसके पति की जिंदगी से. मगर इस कहानी का अंत आपको हैरान कर देगा.

कहानी का आगाज होता है इसी साल जुलाई महीने से. बेंगलुरु के डोड्डाबिदारकल्लू इलाके में रहने वाला नवीन कुमार एक छोटी आटा चक्की और कैब का मालिक था. वो अपनी पत्नी और बच्चों के साथ वहीं रह रहा था. नवीन अपनी पत्नी अनुपल्लवी और दो बच्चों से बेहद प्यार करता था. बीवी की ख्वाहिशों और बच्चों की हर मांग को पूरा करने के लिए वह दिन-रात मेहनत करता था. उनकी जिंदगी आराम से गुजर रही थी. न किसी से कोई बैर था और ना ही रंजिश. सब कुछ ठीक चल रहा था.

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23 जुलाई 2022

उस दिन भी नवीन रोज की तरह अपने काम में जुटा था. पहले उसने आटा चक्की का काम निपटाया और फिर कैब लेकर काम पर निकल गया. दिन ढल गया. शाम हुई और शाम से रात हो गई. लेकिन नवीन रात में वापस लौटकर घर नहीं आया. घरवाले उसका मोबाइल नंबर मिला रहे थे, जो बंद आ रहा था. पत्नी और बच्चों को चिंता होने लगी. उन्होंने नवीन के यार दोस्तों और जान पहचान वालों को भी कॉल किए. लेकिन नवीन का कुछ पता नहीं चला. पूरी रात परिवार उसके आने का इंतजार करता रहा लेकिन वो लौटकर नहीं आया.

24 जुलाई की सुबह नवीन की पत्नी और बच्चे उसे तलाश करने निकले मगर कोई नतीजा नहीं निकला. इस दौरान हैरान करने वाली बात ये थी कि नवीन की पत्नी फोन पर उसके बारे में लोगों से जानकारी तो कर रही थी, लेकिन वह पुलिस के पास नहीं गई. इसी तरह से 3 - 4 दिन का वक्त निकल गया. अब आस-पास के लोगों को भी दिखने लगा कि नवीन कहीं गायब है. वो दिख नहीं रहा. यह बात नवीन की बहन तक पहुंची. उसने अपने भाई के घर पहुंचकर उसके बारे में पूछा.

2 अगस्त 2022

नवीन की पत्नी अनुपल्लवी ने उसे बताया कि वो लापता हैं. उसने तलाश करने की कोशिश की मगर कुछ पता नहीं चला. नवीन की बहन को एक बात परेशान कर रही थी कि उसकी भाभी ने अब तक पुलिस को इस बारे में क्यों नहीं बताया? नवीन की बहन ने फौरन पीन्या पुलिस थाने का रुख किया. कुछ ही देर बाद वो पीन्या पुलिस स्टेशन में मौजूद थी. उसने पुलिस को अपने भाई के लापता हो जाने की शिकायत दर्ज कराई.  

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पुलिस ने नवीन कुमार की गुमशुदगी दर्ज कर ली और उसकी तलाश शुरू कर दी. पीन्या पुलिस ने आस-पास के थानों में भी नवीन की तस्वीर शेयर कर दी. ताकि उसके बारे में अगर किसी को पता चले तो वो संबंधित थाने का जानकारी दे. पुलिस उसे तलाश करने के काम में जुट गई थी. पुलिस को भी यह बात परेशान कर रही थी कि आखिर नवीन की पत्नी अनुपल्लवी ने अपने पति के गायब हो जाने की बात रिश्तेदारों और पुलिस से क्यों छुपाए रखी?

6 अगस्त 2022

नवीन की तलाश के लिए पुलिस की तफ्तीश जारी थी. मगर उसी दिन अचानक नवीन कुमार अपने घर वापस लौट आया. उसे देखकर उसकी बहन और बच्चे काफी खुश हुए लेकिन उसकी पत्नी अनुपल्लवी का खून जैसे जम सा गया. वो नवीन को सामने देखकर पत्थर सी बन गई. उसे यकीन नहीं हो रहा था कि नवीन वापस सही सलामत घर लौट आया है. जैसे ही इस बात की जानकारी पुलिस को मिली, पुलिसवाले बिना देर किए उसके घर जा पहुंचे.

पुलिस को जानने थे कई सवालों के जवाब

अब नवीन कुमार पुलिस के सामने बैठा था. पुलिस के पास ऐसे कई सवाल थे जिनका जवाब वो जानना चाहती थी. मसलन, नवीन के साथ 23 जुलाई को क्या हुआ था? नवीन 12 दिनों से कहां और क्यों गायब था? उसका मोबाइल फोन बंद क्यों था? वो अपनी कैब समेत कहां चला गया था? इसके पीछे किसका हाथ था? क्या ये कोई साजिश थी या फिर भद्दा मजाक? पुलिस अफसरों के जेहन में ऐसे ही कई सवाल तैर रहे थे.

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नवीन कुमार ने पुलिस के सवालों के जवाब में जो कहानी सुनाई उसे सुनकर पुलिसवाले भी हक्के-बक्के रह गए. वो सोच भी नहीं सकते थे कि किसी मामले में ऐसा भी कभी हो सकता है. दरअसल, ये कहानी किसी फिल्मी कहानी से भी ज्यादा पेचीदा थी. जिसमें सस्पेंस-थ्रिलर सब कुछ था. अब नवीन कुमार कहानी सुना रहा था और पुलिस ध्यान से सुन रही थी.

पत्नी के अवैध संबंध

दरअसल, बेंगलुरु के डोड्डाबिदारकल्लू का नवीन कुमार अपने परिवार को दुनिया की तमाम खुशियां देना चाहता था. इसलिए वो जी तोड़ मेहनत करता था. यही वजह थी कि वह दो काम एक साथ कर रहा था. आटा चक्की भी और कैब ड्राइवरी भी. वो अपने काम में बहुत मशगुल था. उसे इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि उसकी बीवी अनुपल्लवी, जिसे वो दिलो जान से प्यार करता था, वो किसी और के साथ प्यार के तराने गा रही थी. असल में अनुपल्लवी का हिमावंत कुमार नाम के एक शख्स के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था.

पति को रास्ते से हटाने की प्लानिंग

26 साल की अनुपल्लवी रात दिन हिमावंत कुमार के खयालों में डूबी रहती थी. वो उसके साथ जिंदगी बिताने का सपना संजो रही थी. उसे हिमावंत के साथ वक्त बिताना बेहद पसंद था. लेकिन उसकी इस प्रेम कहानी में उसका पति नवीन कुमार रोड़ा बन रहा था. नवीन का प्यार उसे अखरने लगा था. वो पति की बजाय प्रेमी की तरफ ध्यान लगाए रहती थी. मगर घर परिवार और पति ये सब उसे परेशान कर रहा था. इसी वजह से अनुपल्लवी ने पति से छुटकारा पाने की योजना पर काम शुरू कर दिया.

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नवीन को खत्म करने के लिए 2 लाख की सुपारी

इस बारे में अनुपल्लवी ने अपने प्रेमी हिमावंत कुमार से बातचीत की और पति को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली. दोनों ने इस साजिश को अमली जामा पहनाने के लिए तीन सुपारी किलर्स हरीश, नागराजू और मुगिलन से संपर्क साधा. जिन्होंने नवीन का खात्मा करने के एवज में दो लाख रुपये की मांग कर डाली. अनुपल्लवी और हिमावंत कुमार इस बात के लिए राजी हो गए. भाड़े के कातिलों को एडवांस के तौर पर 90 हजार रुपये दे भी दिए गए. और बाकी की रकम यानी एक लाख 10 हजार रुपये काम हो जाने के बाद देने की बात तय हुई.

नवीन की कैब में सवार थे तीनों किराए के कातिल

अनुपल्लवी और उसके आशिक हिमावंत कुमार ने किराये के कातिलों से नवीन का मर्डर करने के बाद उसकी लाश की तस्वीरें सबूत के तौर पर भेजे जाने की बात कही और तभी बाकी रकम देने का वादा भी किया. साजिश के मुताबिक दो सुपारी किलर्स ने नवीन कुमार की कैब कहीं जाने के लिए बुक की. नवीन उन्हें लेकर चल पड़ा. तभी रास्ते में उन दो लोगों का एक साथी भी कार में सवार हो गया. अब कार में कुल 4 लोग सवार थे, 3 सवारी और नवीन. 

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सुबूत के तौर पर भेजी थी लाश की तस्वीरें

कैब जैसे ही एक सुनसान इलाके में दाखिल हुई, कार में सवार उन तीनों लोगों ने नवीन कुमार को अगवा कर लिया और तमिलनाडु की सीमा में एक अंजान जगह पर ले गए. इसके बाद अनुपल्लवी और उसके प्रेमी हिमावंत को कातिलों ने मृत अवस्था में नवीन की एक भयावाह तस्वीर भेजी. जिसमें उसके चेहरे पर खून ही खून दिख रहा था. गले पर जख्म जैसे निशान दिख रहे थे.

ये तस्वीर दरअसल काम हो जाने का सबूत था. जिसके बदले कातिलों ने अनुपल्लवी और हिमावंत से बकाया रकम हासिल कर ली. नवीन की लाश की तस्वीरें देख कर अनुपल्लवी को तो कुछ नहीं हुआ. लेकिन उसके आशिक हिमावंत का दिल बैठ गया. लाश की तस्वीरें इतनी खौफनाक दिख रही थीं कि किसी का भी कलेजा बैठ जाए. अब हिमावंत को अचानक अपने गुनाह का अहसास होने लगा. उसे डर सताने का लगा कि अगर इस मर्डर का राज खुला तो वह पकड़ा जाएगा. उसकी सारी जिंदगी जेल में कटेगी और उसका परिवार सड़क पर आ जाएगा. 

हिमावंत कुमार पर ये डर और पछतावा इस कदर हावी हो गया कि उसने 1 अगस्त 2022 को बागलगुंटे में अपने घर की छत के हुक से फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली. इस दौरान अनुपल्लवी को भी डर सताने लगा था. लेकिन वो खामोश रही.

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नवीन अगर जिंदा है तो तस्वीरों में किसकी लाश थी?

अब आप सोच रहे होंगे कि नवीन कुमार तो खुद 6 अगस्त को अपने घर लौटकर वापस आ गया था, तो वो लाश किसकी थी? तीनों सुपारी किलर्स ने प्लान के मुताबिक नवीन को अगवा किया था और उसका कत्ल करने के बाद लाश की तस्वीरें भी अनुपल्लवी और हिमावंत को भेजी थी, फिर नवीन कहां से और कैसे वापस आ गया? तो इन सारे सवालों के जवाब हम आपको आगे की कहानी में बताने जा रहे हैं. 

दरअसल, इस कहानी में उस वक्त नया मोड़ आ गया, जब नवीन ने अपने अपरहरणकर्ताओं से पूछा कि वो उसे क्यों उठाकर लाए हैं? उसके साथ क्या करना चाहते हैं? नवीन की सादगी और सीधापन देखकर तीनों किराये के कातिलों का मन बदल गया. वो उसे मारना नहीं चाहते थे. उन्होंने नवीन को उसके बीवी अनुपलल्वी और उसके आशिक हिमावंत की साजिश बयान कर दी. जिसे सुनकर नवीन को गहरा सदमा लगा.

नवीन के साथ मिलकर कातिलों ने किया नाटक

इसके बाद हरीश, नागराजू और मुगिलन ने नवीन के साथ मिलकर उसकी मौत का झूठा नाटक रचा. उन्होंने नवीन को एक लाश की तरह जमीन पर लेटा दिया. खून दिखाने के लिए उसके चेहरे, गर्दन और कपड़ों पर गहरे लाल रंग का कैचप लगा दिया. फिर मोबाइल फोन से इस तरह उसकी तस्वीरें उतारी कि उन्हें देखकर किसी भी भले इंसान का दिल दहल जाए. तस्वीरों में नवीन बिल्कुल खून से सनी लाश की तरह दिख रहा था.

यही वजह थी कि वो तस्वीरें देखकर हिमावंत खौफ से भर गया और उसने आत्महत्या कर ली. नवीन ने आगे पुलिस को बताया कि नाटक करने और तस्वीरें भेजने के बाद वो हरीश, नागराजू और मुगिलन के साथ ही रह रहा था. वे सभी उसके दोस्त बन गए थे. पुलिस ये सारी कहानी सुनकर हैरान थी. पुलिस ने फौरन नवीन की पत्नी अनुपल्लवी और तीनों सुपारी किलर्स हरीश, नागराजू और मुगिलन को गिरफ्तार कर लिया.

अनुपल्लवी की मां भी गिरफ्तार

इस दौरान पुलिस ने अनुपल्लवी के मोबाइल फोन की जांच की और सीडीआर भी निकलवाई. जिससे पता चला कि हिमावंत के अलावा वो अपनी मां से भी देर तक लंबी बातें किया करती थी. साथ ही उसके मोबाइल से पुलिस को एक कॉल रिकॉर्डिंग भी मिली, जिससे साबित हो गया कि इस पूरी साजिश में अनुपल्लवी की मां भी शामिल थी. पुलिस ने सूबतों की रोशनी में उसे भी गिरफ्तार कर लिया. कुल मिलाकर इस मामले में 6 आरोपी थे. जिनमें से 5 अब सलाखों के पीछे हैं, जबकि एक दुनिया को अलविदा कह गया. 

नवीन अपनी पत्नी से इस कदर प्यार करता है कि इतना सबकुछ हो जाने के बाद भी उसने अपनी पत्नी को माफ कर दिया और वो पुलिस और अदालत से अनुपल्लवी को रिहा करने की गुहार लगा चुका है. हालांकि अभी तक उसकी मांग पर कानूनन कोई एक्शन नहीं लिया गया है. मामला कोर्ट में लंबित है.    

नोट- हमारा मकसद क्राइम कथा में इस तरह की सच्ची कहानी बताकर जुर्म का बखान करना बिल्कुल नहीं है. बल्कि हम आपको इस तरह के गुनाहों से आगाह करना चाहते हैं. हम बताना चाहते हैं कि मुजरिम चाहे कितना भी शातिर हो, एक दिन वो कानून के शिकंजे में आ ही जाता है. इसलिए सर्तक रहें, सावधान रहें, सुरक्षित रहें. 

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