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श्रद्धा से लेकर शहनूर तक, Live in Relationship बना जान का दुश्मन... दिल दहला देगी कत्ल की ये कहानी

दिल्ली का श्रद्धा वाल्कर मर्डर केस, निक्की यादव हत्याकांड, उसके बाद लखनऊ का रिया गुप्ता केस और फिर मुंबई का सरस्वती मर्डर केस, लिव इन रिलेशन में कत्ल के न जाने कितने ही वाकये हमारे सामने हैं. ऐसी ही एक वारदात उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सामने आई है, जिसकी कहानी दिल दहला देगी.

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में हत्या की एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में हत्या की एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है.
अंकित शर्मा
  • नई दिल्ली/देहरादून,
  • 03 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 11:00 PM IST

पहले दिल्ली का श्रद्धा वाल्कर मर्डर केस, फिर दिल्ली का ही निक्की यादव हत्याकांड, उसके बाद लखनऊ का रिया गुप्ता केस और फिर मुंबई का सरस्वती मर्डर केस, लिव इन रिलेशन में कत्ल के न जाने कितने ही वाकये हमारे सामने हैं. देहरादून के जंगलों में भी लिव इन रिलेशन की एक ऐसी लव स्टोरी पिछले चार महीनों से कैद पड़ी थी. लेकिन एक रोज पुलिस जब बीच रास्ते में ही गुम हो गई इस स्टोरी का सिरा तलाशती हुई जंगलों में पहुंची, तो उसे ना सिर्फ सूटकेस के साथ एक लड़की की सड़ी गली लाश मिली, बल्कि लिव इन में हुए कत्ल की एक ऐसी कहानी पता चली, जिसने सबको सन्नाटे में डाल दिया.

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लिव इन मर्डर की इस दहलाने वाली स्टोरी की शुरुआत हुई 29 जनवरी 2024 को जब हरिद्वार की रहने वाली एक महिला ने देहरादून के पटेलनगर कोतवाली में अपनी 24 साल की बेटी शहनूर की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई. महिला का कहना था कि उसकी बेटी देहरादून के ही संस्कृति विहार कॉलोनी में रह कर ब्यूटीशियन का काम करती थी, लेकिन 26 दिसंबर 2023 से अचानक कुछ ऐसे गायब हो गई अब किसी को ढूंढे नहीं मिल रही है. अपने घरवालों से शहनूर के रिश्ते अच्छे थे, उसका किसी से कोई विवाद भी नहीं था. ऐसे में उसका अचानक यूं गायब हो जाना हैरान करने वाला था. 

पुलिस ने शहनूर के घरवालों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी. पुलिस ने लड़की को जानने वाले लोगों से बात की, उसके मोबाइल फोन की कॉल डिटेल निकलवाई और दूसरे तरीकों से भी उसके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाने की कोशिश की. कोशिश रंग लाई और जल्द ही उसे पता चल गया कि शहनूर संस्कृति लोक कॉलोनी में अकेली नहीं बल्कि राशिद नाम के एक लड़के के साथ लिव इन में रहा करती थी. अब पुलिस ने राशिद के बारे में पता करना शुरू किया, लेकिन वो गायब था. जाहिर है शहनूर की गुमशुदगी के साथ ही उसके लिव इन पार्टनर का गायब हो जाना काफी कुछ कहता था. ऐसे में पुलिस ने उसकी तलाश में पूरी ताकत लगा दी. मुखबिरों से जानकारी जुटाने लगी.

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करीब 4 महीने बाद 30 मार्च को राशिद की जानकारी मिल गई. पुलिस को पता चला कि वो देहरादून के संस्कृति विहार के अपने पुराने मकान से अपने सामान लेने पहुंचा है. बस पुलिस ने राशिद को यहीं से दबोच लिया. लेकिन किसी भी दूसरे कातिल की तरह राशिद ने पुलिस को घुमाना शुरू किया. उसने शहनूर को जानने की बात तो मानी लेकिन उसके बारे में कोई जानकारी होने की बात से इनकार करने लगा. लेकिन चूंकि सारे सबूत उसकी तरफ ही इशारा कर रहे थे, तो पुलिस ने उससे सख्ती की और आखिरकार उसने एक ऐसी कहानी सुनाई, जिसने पुलिस वालों को भी हैरान कर दिया. उसने कबूल कर लिया कि उसने 27 दिसंबर 2023 को ही शहनूर की हत्या कर दी थी.

इसके बाद राशिद ने शहनूर की लाश को एक बड़े से सूटकेस में पैक कर शहर के करीब आशारोड़ी के जंगलों में फेंक दिया था. अब पुलिस राशिद को लेकर जंगल में पहुंची और उसकी निशानदेही पर करीब 6 से 7 किलोमीटर अंदर जाकर शहनूर की कंकालनुमा लाश बरामद कर लिया. मौका ए वारदात पर पुलिस को वो सूटकेस भी मिल गया, जिसमें लाश पैक कर फेंकी गई थी, जबकि लाश के नाम पर पुलिस को सिर्फ हड्डियों को एक ढांचा मिला. लेकिन अब सवाल ये था कि आखिर राशिद ने शहनूर की हत्या क्यों की? जब दोनों लिव इन में थे और दोनों के बीच अच्छा रिश्ता था, तो फिर ऐसा करने की जरूरत क्यों पड़ी? 

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राशिद ने इसका भी जवाब दिया. उसने बताया कि वो पहले अपने गांव में बाइक रिपेयर का काम करता था. लेकिन साल 2017-18 में उसकी मोबाइल फोन पर गलती से किए गए एक कॉल से शहनूर से पहचान हुई. इसके बाद दोनों एक दूसरे के संपर्क में आ गए. दोनों में लगातार बातें होने लगीं. सितंबर 2023 को वो शहनूर से मिलने देहरादून आ गया. शहर में आने के बाद उसने संस्कृति लोक कॉलोनी में एक किराए पर कमरा ले लिया और उसके साथ लिव इन में रहने लगा. शहनूर से उसके काम काज के बारे में पूछने पर वो ब्यूटी पार्लर में काम करने की बात कहती, लेकिन पता पूछने पर कभी सीधा जवाब नहीं देती.

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शहनूर अक्सर देर रात को घर लौटती और जब भी राशिद उससे इतनी देर तक बाहर रहने की वजह पूछता, तो टाल दिया करती. ऐसे में राशिद को शक होने लगा कि शायद शहनूर किसी गलत काम में शामिल है. 26 और 27 की दरम्यानी रात को शहनूर के देर से घर आने को लेकर दोनों में फिर से झगड़ा हुआ और उसने राशिद को थप्पड़ मार दिया. इससे गुस्साए राशिद ने रात को ही गला घोंट कर उसकी जान ले ली और फिर अगले दिन उसकी स्कूटी लेकर वो शहर के पटेलनगर लालपुल की तरफ गया जहां उसे शहनूर के एटीएम कार्ड से ही 17 हजार रुपए निकाले और एक बड़ा सा सूटकेस और रस्सी खरीदी.

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इसके बाद उसने सूटकेस में लाश भरी और उसे स्कूटी के पीछे रस्सी से बांध कर सीधे आशारोड़ी की तरफ ले गया और फिर जंगल में लाश से भरी सूटकेस फेंक कर फरार हो गया. लेकिन शहनूर की मां की शिकायत के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई थी और राशिद की तलाश कर रही थी, जिससे आखिरकार मामले का खुलासा हो गया. लिव इन रिलेशन के इस खौफनाक अंजाम ने लोगों को झकझोर दिया है. प्यार के लिए अपने माता-पिता, परिवार और समाज तक को छोड़ने वाले प्रेमी जोड़े छोटी-छोटी बातों पर एक-दूसरे का जीवन तो खत्म करते ही हैं, खूबसूरत अहसास से उपजे भरोसे को भी तोड़ते हैं.

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