
Thug cricketer Mrinak Singh: वो शातिर है. वो चालबाज़ है. वो ठगी करता है. वो इतना बड़ा झांसेबाज है कि उसने हर जगह के हिसाब से अपना मुखौटा बना रखा था. और उसी मुखौटे की आड़ में उसने फरेब का जाल फैला रखा था. लेकिन कहते हैं न बकरे की मां आखिर कब तक खैर मनाएगी. बस उसी तर्ज पर जब उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी हुआ तो वो दिल्ली पुलिस के चंगुल में फंस गया. इसके बाद उसकी करतूतों का जो हिसाब किताब सामने आया, उसने सबको हैरान कर दिया.
दरअसल, जो लोग क्रिकेट को देखते हैं या उसे फॉलो करते हैं. उनके लिए उसका चेहरा नया नहीं होगा. मगर अब वो चेहरा एक नई सूरत और नई सीरत के साथ सामने आया है. बाएं हाथ के उस बल्लेबाज ने पता नहीं अपने बल्ले से किसी मैच में कमाल दिखाया या नहीं? मगर उसका नया कारनाम सुनकर बड़े बड़ों के छक्के छूट गए हैं.
आमतौर पर शोहरत की ऊंचाइयों की तरफ बढ़ते क्रिकेटरों के कदमों को हिफाजत देने के लिए पुलिस उनके इर्द गिर्द होती है. लेकिन यहां कहानी ही उल्टी है. पुलिस उस चेहरे को हिफाजत देने के लिए नहीं बल्कि न जाने कितने लोगों की हिफाजत की खातिर उसे अपने शिकंजे में लेकर दिल्ली के चाणक्यपुरी थाने पहुंची. हम बात कर रहे हैं मृणांक सिंह की. जो इस वक्त दिल्ली की चाणक्यपुरी थाना पुलिस के कब्जे में है.
हैरान कर देंगी ठग क्रिकेटर की करतूतें
मृणांक अभी तक तो क्रिकेट के मैदान में चौके और छक्के उड़ाने में माहिर माना जाता था. लेकिन वो क्रिकेट के मैदान से निकलकर जुर्म के रास्ते का सुल्तान बनने निकला था. क्रिकेट खेलते खेलते मृणांक कब नटवरलाल बन गया किसी को पता ही नहीं चला. ठगी के इल्जाम में गिरफ्तार किया गया क्रिकेटर मृणांक सिंह हरियाणा से अंडर 19 क्रिकेट खेल चुका है. मृणांक सिंह पर लग्जरी होटलों के मालिकों और मैनेजरों को ठगने का आरोप है. उस पर ताज होटल को 5.5 लाख का चूना लगाने का इल्जाम भी है. वो इतना शातिर है कि उसने क्रिकेटर ऋषभ पंत को भी लाखों की चपत लगाई है.
क्रिकेटर नहीं नटरवर लाल
मृणांक सिंह पर अभी तक जो आरोप लगाए गए हैं वो निहायत संगीन हैं. और सारे के सारे आरोप यही साबित करते हैं कि वो शख्स अच्छा क्रिकेटर है या नहीं मगर एक मंझा हुआ नटवरलाल ज़रूर है. खुलासा हुआ है कि उसने दिल्ली के ताज पैलेस होटल को 5,53,000 रुपये का चूना लगाया था और वो भी कर्नाटक का सीनियर आईपीएस अधिकारी बनकर. मृणांक सिंह खुद को सबके सामने आईपीएल की टीम में मुंबई इंडियंस का खिलाड़ी बताता घूम रहा था. हैरानी की बात यही है कि मृणांक के शिकार हुए लोगों की उस लंबी लिस्ट में भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत भी शामिल हैं.
IPS से लेकर ब्रैंड एंबेसेडर तक बना मृणांक
मृणांक सिंह इतना शातिर था कि लोग उसकी स्टाइल और उसके हाव भाव के तिलस्म में इस कदर फंस जाते थे कि अपना सब कुछ गंवा बैठते थे. आलम ये है कि उसने सीनियर आईपीएस अफसर से लेकर ब्रैंड एंबेसेडर तक का रूप धारण किया और यहां से लेकर सात समंदर पार तक उसने अपना फरेब फैलाया. और हर कोई उसके जाल में फंसता गया.
मृणांक सिंह की मॉडस ऑपरेंडी
उसके जिंदगी जीने के आलीशान तौर तरीके. महंगी और शानदार गाड़ियों में घूमना. देश विदेश की सैर... और महंगे-महंगे शौक देखकर हर कोई मृणांक सिंह का मुरीद हो जाता था. एक बार मुरीद होते ही हर कोई उसके तिलस्म में पूरी तरह से खो जाता था. और एक बार जो भी उसके झांसे में आया तो लुटे पिटे बिना नहीं लौट पाया. यही है मृणांक सिंह की मॉडस ऑपरेंडी. जी हां, क्रिकेटर से ठग बने मृणांक सिंह की चालबाजियां इतनी सटीक और इतनी चौकस होती थी कि कोई भी उसके रुआब में आए बगैर नहीं रह पाता था.
धोखा देने के लिए नए रूप
पांच सितारा होटलों और आलीशान रिसॉर्ट्स को धोखा देने के लिए मृणांक सीनियर IPS अफसर बन जाता था. हाईप्रोफाइल लड़कियों को झांसा देने के लिए मृणांक खुद को मुंबई इंडियन टीम का IPL खिलाड़ी बताता था. खेल उपकरणों और शो रूम को धोखा देने के लिए वो खुद को इंटरनेशनल स्पोर्ट्स ब्रांड के ब्रैंड एंबेसेडर के तौर पर पेश करता था. मृणांक की अदा इतनी सटीक थी कि हर कोई उसके फरेब के जाल में फंस जाता था और फिर वो किसी को भी जैसे चाहे वैसे चूना लगा देता था. पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी मृणांक सिंह ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी बनकर ठगी की. लग्जरी होटल मालिकों और मैनेजरों को धोखा दिया.
ताज पैलेस होटल की तरफ से दर्ज कराई गई FIR
एफआईआर के मुताबिक 22 अगस्त 2022 को सुरक्षा निदेशक, ताज पैलेस होटल, नई दिल्ली ने पुलिस मे शिकायत दी थी. जिसमें आरोप लगाया गया था कि मृणांक सिंह नाम के शख्स ने खुद को एक क्रिकेटर बताया और 22 जुलाई से 29 जुलाई 2022 तक होटल ताज पैलेस, नई दिल्ली में रुका. आरोपी ने करीब साढ़े पांच लाख रुपये का बिल चुकाए बिना होटल छोड़ दिया था.
दुबई में बस जाने की खबर
दिल्ली पुलिस के अफसरों के मुताबिक जांच के दौरान आरोपी मृणांक सिंह के पते पर नोटिस भेजा गया लेकिन वो वहां मौजूद नहीं था. आरोपी मृणांक सिंह का पता लगाने के लिए पीएस चाणक्य पुरी की पुलिस टीम कोशिश करती रही लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. उसका मोबाइल फोन बंद रहा. मृणांक ने परिचितों को यह विश्वास दिलाया गया कि वो भारत में नहीं हैं और अब दुबई में जाकर बस गया है. इसके बाद कोर्ट ने उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया. उसकी गिरफ्तारी के लिए लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया गया.
दिल्ली एयरपोर्ट से MBA ठग की गिरफ्तारी
25 दिसंबर 2023 को मृणांक को नई दिल्ली के आईजीआई हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया. जब वह हांगकांग के लिए उड़ान भरने की कोशिश कर रहा था. क्रिकेटर से शातिर ठग बन चुके मृणांक सिंह की क्राइम फाइल में भी कोई केस मामूली नहीं है. हरेक में उसने अच्छे अच्छों को चूना लगाया है. पुलिस ने जब इस क्रिकेटर की कुंडली खंगाली तो पता चला कि इसका भी बैकग्राउंड पढ़े लिखों वाला ही है. दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम करने वाला ये शातिर MBA तक किए हुए है. और इसने हरियाणा की तरफ से अंडर 19 क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व भी किया था.
पुलिस के लिए ऐसे मोस्ट वॉन्टेड बना मृणांक
मृणांक सिंह का लैविश लाइफ स्टाइल हर कोई जीने का सपना देखता है. पुलिस के मुताबिक 25 साल का मृणांक सिंह फरीदाबाद के सेक्टर-17 का रहने वाला है. मृणांक सिंह ने दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से बी.कॉम किया था और फिर चूरू राजस्थान के ओपीजेएस विश्वविद्यालय से HR में MBA किया. मगर किताबी पढ़ाई को उसने कुछ इस अंदाज में इस्तेमाल कर डाला कि देखते ही देखते वो पुलिस के लिए मोस्टवॉन्टेड हो गया.
होटल को दिया था फर्जी ट्रांजेक्शन नंबर
जब उसने 29 जुलाई 2022 को बिल का भुगतान किए बिना होटल ताज पैलेस छोड़ दिया तो होटल प्रबंधन ने उससे फोन पर भुगतान के लिए पूछा. तब क्रिकेटर ने बताया कि उसके बिल का भुगतान उसकी कंपनी एडिडास करेगी. कुछ दिनों बाद मृणांक ने दो लाख रुपये के ऑनलाइन लेनदेन का यूटीआर नंबर: SBIN119226420797 साझा किया. लेकिन जांच में वो नंबर गलत निकला. होटल मैनेजमेंट ने फिर से भुगतान के लिए मृणांक सिंह और उनके मैनेजर गगन सिंह से संपर्क किया. एक बार फिर मृणांक सिंह ने झांसा दिया और कहा कि बकाया रकम चुकाने के लिए अपने ड्राइवर को नकदी के साथ भेज रहा, लेकिन कोई भी होटल नहीं पहुंचा. बकाया भुगतान के लिए उससे कई बार संपर्क किया गया लेकिन हर बार, उसने झूठे बयान और वादे किए और हमेशा गलत जानकारी दी.
ऐसे पकड़ा गया शातिर ठग
मृणांक सिंह का पता लगाने के लिए चाणक्यपुरी थाने की पुलिस लगातार उसका पीछा करती रही. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. उसका मोबाइल फोन बंद था. उसकी जान पहचान वालों ने भरोसा दिला दिया था कि वो भारत में नहीं हैं और अब दुबई में जाकर रहने लगा है. इसके बाद कोर्ट से उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया. फिर उसकी गिरफ्तारी के लिए लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया गया. तब जाकर शातिर मृणांक सिंह कानून की गिरफ्त में आया.