
दिल्ली पुलिस ने इंटरनेशनल किडनी रैकेट के मामले में और तीन डोनर्स को गिरफ्तार कर लिया है. जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं. इनकी पहचान वीडियो फुटेज की मदद से हुई है. किडनी डोनेट करने के पहले authorization commision ने इनका इंटरव्यू लिया था जिसमे इन्होंने खुद को रिसीवर्स का रिश्तेदार बताया था.
दिल्ली पुलिस की टीम ने एक महिला और पुरुष को कानपुर से जबकि दूसरी महिला को वेस्ट बंगाल के सिलीगुड़ी से गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक़ किडनी रैकेट के मामले में पहले गिरफ्तार किए जा चुके असीम के ज़रिये ये सभी लोग इस रैकेट के संपर्क में आए थे.
सिकदर और सत्य प्रकाश की मुलाकात रैकेट के सरगना राज कुमार से 2014 में हुई थी. उसके बाद ही सिकदर और सत्या ने अपने रिश्तेदारों को किडनी डोनेट करने के लिए तैयार कर लिया था.
पुलिस को तीन और लोगों के बारे में पता चला है, जिन पर सत्या और सिकदर के कहने पर किडनी डोनेट करने का शक है. इस मामले में अब तक आठ गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. गिरफ्तार सभी लोग डोनर्स या मिडिल मैन हैं. अभी पुलिस इस इंटरनेशनल रैकेट के मास्टरमाइंड राजकुमार राव और रिसीवर्स की तलाश में है.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही पुलिस ने इस इंटरनेशनल किडनी रैकेट का पर्दाफ़ाश किया है, जो देश के नामी अपोलो अस्पताल में फल-फूल रहा था. इस रैकेट के तार देश के अलग-अलग राज्यों के साथ-साथ विदेशियों तक फैले हुए थे. धंधेबाज़ औनी-पौनी क़ीमत पर किडनी ख़रीदते और फिर उन्हें मोटी रकम पर बीमार लोगों को बेच देते थे. अब पुलिस को शक है कि इस रैकेट में कई बड़े लोग और डॉक्टर भी शामिल हो सकते हैं.