
दिल्ली में मर्सिडीज कांड में आरोपी की उम्र को लेकर पेच फंस गया है. पुलिस अब उसके जन्म प्रमाण पत्रों की जांच कर रही है. सूत्रों के मुताबिक पुलिस को अंदेशा है कि आरोपी बचने के लिए विदेश भाग सकता है. ऐसे में उसका पासपोर्ट भी जब्त किया जाएगा.
आरोपी का पासपोर्ट होगा जब्त
सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए मर्सिडीज कांड के बाद आरोपी को नाबालिग बताया जा रहा है. इसलिए उसकी उम्र को लेकर जांच की जा रही है. इस संबंध में पुलिस आरोपी के पासपोर्ट को भी एहतीयातन जब्त करेगी. पुलिस आरोपी के घर के आसपास लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी चेक करेगी.
पहले भी हुआ था हादसा
पुलिस का कहना है कि आरोपी के पिता को पता था कि उसका बेटा तेज रफ्तार में कार चलाता है. बीती 16 फरवरी को भी आरोपी ने तेज ऱफ्तार से कार चलाते हुए एक कार को टच कर दिया था. इस मामले में भी पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की थी.
आरोपी ने मांगी थी माफी
पुलिस के पास मामला पहुंचते ही आरोपी ने लिखित में माफी मांगी थी, तब जाकर वह बच पाया था. पुलिस को प्राथमिक जांच में साफ पता चला है कि आरोपी लड़का तेज रफ्तार से ही गाड़ी चलाता था. और इस बात की जानकारी होने पर भी पिता ने उसे छूट दे रखी थी.
इन्ही सब वजहों से उसके पिता मनोज अग्रवाल को गैर इरादतन हत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिराफ्तार किया गया है. मनोज ने कभी भी अपने बेटे को तेज रफ्तार से कार चलाने के लिए मना नहीं किया था.
पिता ने किया समझाने का दावा
हालांकि आरोपी के पिता का कहना है कि उसने अपने बेटे को समझाया था कि तेज रफ्तार में कार नहीं चलाते. लेकिन उसने पिता की बात को अनसुना कर दिया. उधर, आरोपी को जुवनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष पेश किया गया. जहां उसने स्वीकार किया कि हादसे के वक्त वहीं कार चला रहा था.
पडोसियों ने की थी शिकायत
पडोसियों ने पुलिस को बताया कि मनोज अग्रवाल का बेटा अक्सर तेज रफ्तार में ही कार चलाता था. इस बारे में उसके घरवालों को कई बार शिकायत भी की जाती थी. लेकिन उस पर इस बात का कोई असर नहीं पड़ता था.
पुलिस ने बोर्ड को दी जानकारी
नॉर्थ दिल्ली के डीसीपी मधुर वर्मा ने बताया कि आरोपी का खतरनाक तरीके से कार चलाने का इतिहास है. उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस जुवनाइल जस्टिस बोर्ड को जानकारी दे दी है कि यह गैर इरादत हत्या के लिए उकसाने का मामला है. सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि वह बहुत ही खतरनाक तरीके से कार चला रहा था.
सीसीटीवी में कैद हुआ था हादसा
गौरतलब है कि दिल्ली के पॉश सिविल लाइंस इलाके में सीसीटीवी में कैद मर्सिडीज कार एक्सीडेंट के बाद उसका ड्राइवर नाबालिग होने की वजह से जेल जाने से बच गया है. लेकिन पुलिस ने शुक्रवार को कार के मालिक और नाबालिग के पिता मनोज अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया था.
पुलिस ने अग्रवाल को आईपीसी की धारा 109 और 304 (गैर इरादतन हत्या) के तहत गिरफ्तार किया है. शनिवार को उनको कोर्ट में पेश किया जाएगा.