Advertisement

लव मैरिज, धोखा और खूनी साजिश... बीवी का कत्ल कर 7 टुकड़ों में काटी थी लाश, ऐसे खुला था राज

क्राइम कथा की इस कहानी में शुरुआत कूड़े के ढेर में मिले एक कार्टून बॉक्स और एक बैग के साथ हुई थी. जब दोनों को खोला गया तो उसमें सात टुकड़ों में कटी एक लड़की की लाश मिली थी. पहचान के लिए कोई निशानी भी नहीं थी. सवाल था कि आखिरकार लाश किस की थी?

साल 2015 के आस-पास जूही के साथ साजिद ने लव मैरिज की थी साल 2015 के आस-पास जूही के साथ साजिद ने लव मैरिज की थी
परवेज़ सागर
  • नई दिल्ली,
  • 18 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 2:12 PM IST

आज से करीब 4 साल पहले की बात है. दिल्ली के एक रिहायशी इलाके में पुलिस को एक लड़की की लाश मिली थी, जिसे कातिल ने सात टुकड़ों में काटकर एक कार्टून बॉक्स और बैग में सलीके से पैक किया था. लाश के टुकड़ों से साफ पता चल रहा था कि वो लाश किसी लड़की की थी. लेकिन शुरुआती छानबीन में ना तो मरने वाली की पहचान पता चली और ना ही क़ातिलों का कोई सुराग ही मिला. फिर अचानक कार्टून बॉक्स पर लिखे कुछ शब्द पुलिस को दिखाए दिए और वही इस केस में पहला सुराग बने. 

Advertisement

इस कहानी की शुरुआत कूड़े के ढेर में मिले एक कार्टून बॉक्स और एक बैग के साथ हुई थी. जब दोनों को खोला गया तो उसमें सात टुकड़ों में कटी एक लड़की की लाश मिली थी. पहचान के लिए कोई निशानी भी नहीं थी. सवाल था कि आखिरकार लाश किस की थी? किसने एक जीते जागते इंसान को सात टुकड़ों में तब्दील कर कूड़े के ढेर तक पहुंचा दिया? 

21 जून 2018, सुबह 8:30 बजे, दिल्ली
सरिता विहार जैसे घने रिहायशी इलाके से सटे एक कूड़ाघर में लोगों की निगाह दो ऐसी चीज़ों पर पड़ी, जो आम तौर पर कचरे के ढेर में नहीं होती हैं. ये थी एक बड़ा सा बैग और बैग के पास एक पैक्ड कार्टून बॉक्स. लेकिन सिर्फ़ इन दो चीज़ों ने लोगों का ध्यान अपनी ओर नहीं खींचा, बल्कि इनसे आती बदबू से भी लोग परेशान थे. लोगों का माथा ठनका और उन्होंने पुलिस को इत्तिला दी.अगले चंद मिनटों में दिल्ली पुलिस मौका-ए-वारदात पर जा पहुंची थी. लेकिन बैग और बॉक्स को खंगालते ही पुलिसवालों के क़दम ठिठक गए. 

Advertisement

मरने वाली कौन थी?
उस कार्टून बॉक्स में एक लड़की की लाश थी. वो भी सात अलग-अलग टुकड़ों में. हाथ, पैर, सिर, गर्दन सब अलग-अलग था. पुलिस ने लाश बरामद की और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. जिस तरह लाश को सात अलग-अलग टुकड़ों में काट कर बैग और कार्टून बॉक्स में भर कर निपटाया गया था, उससे ये तो साफ था कि मामला क़त्ल का है. लेकिन मरनेवाली लड़की कौन थी? कहां रहती थी? उसका क़त्ल किसने किया? लाश के इतने टुकड़े किन हालात में किए? ये सभी सवाल अभी अनसुलझे थे. 

मिल नहीं रहा था कोई सुराग
पुलिस को इन तमाम सवालों के जवाब जानने और क़ातिल तक पहुंचने के लिए सबसे पहले मरनेवाली लड़की की पहचान करनी थी. लेकिन दिक्कत ये थी कि आस-पास के लोगों से पूछताछ करने और बैग और कार्टुन की पूरी कहानी बताने के बावजूद मरने वाली लड़की की शिनाख्त नहीं हो पाई थी. यहां तक कि लड़की ने जो कपड़े पहने थे, पुलिस ने आस-पास के लोगों को वो कपड़े भी दिखाए, लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिला. आसपास के इलाके के तमाम गुमशुदा लोगों की लिस्ट निकाली गई लेकिन कुछ पता नहीं चला. इस कोशिश में कई रोज़ निकल गए.

पुलिस को मिला बॉक्स मंगवाने वाले का पता
इसी बीच तफ्तीश के दौरान पुलिस की नज़र एक ऐसी चीज़ पर पड़ी, जिससे उसे उम्मीद होने लगी कि शायद इससे मरनेवाली का कोई सुराग मिल जाए. क़ातिलों ने जिस कार्टून बॉक्स में लाश के टुकड़े भर कर फेंके थे, उस पर एक कूरियर कंपनी का पता लिखा था. पुलिस ने सोचा शायद इस पते से ही कोई रास्ता निकले. इसके बाद फ़ौरन पुलिस की एक टीम गुरुग्राम में उस कूरियर कंपनी के दफ्तर पहुंची और वहां उसने कंपनी के अफसरों को कार्टून बॉक्स की तस्वीरें दिखाईं. इत्तेफ़ाक से कूरियर वाले ने बॉक्स की पहचान कर ली और बताया कि इस तरह के बड़े बॉक्स में उनके एक कस्टमर ने यूएई से पार्सल बुक करवाया था. कस्टमर का नाम था जावेद अख्तर.

Advertisement

अलीगढ़ पहुंची थी दिल्ली पुलिस की टीम
अब पुलिस कूरियरवाले के बताए पते पर सीधे जावेद अख्तर के घर अलीगढ़ पहुंची. यहां जावेद ना सिर्फ पुलिस को मिल गया, जबकि अपने कार्टून बॉक्स की तस्वीर भी पहचान ली. उसने बताया कि उसने तीन साल पहले ऐसे कई कार्टून बॉक्स में यूएई से कुछ ज़रूरत की चीज़ें मंगवाई थीं. इनमें से कुछ बॉक्स जहां उसने अपनी नौकरानी को दिए थे. वहीं कुछ बॉक्स दिल्ली के शाहीनबाग वाले घर में रखवाए थे. शाहीनबाग के उस मकान में कुछ लड़के किराए पर रहते थे.

यूं शक के घेरे में आया था साजिद अली
अब पुलिस ने दिल्ली के शाहीन बाग का रुख किया. पुलिस की सारी उम्मीद अब इसी मकान पर आकर टिक गई थी. जो भी सुराग मिलना था यहीं से मिलना था. पुलिस की टीम जावेद अख़्तर की नौकरानी के पास पहुंची. वहां पर खाली बॉक्स मिल गए, इसके बाद पुलिस जब जावेद के शाहीन बाग स्थित घर पर पहुंची तो वहां ताला लगा था. उस मकान में साजिद अली अंसारी नाम का शख्स अपनी बीवी के साथ रह रहा था, जो पेशे से इंजीनियर था. लिहाजा इससे पुलिस का शक साजिद अली पर ही गया. पुलिस ने आस-पास के लोगों से साजिद के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की, तो पता चला कि उसने वहां लोगों से कहा है कि वो ये घर खाली करके जा रहा है.

Advertisement

साजिद ने सुनाई खूनी कहानी
अब पुलिस को तलाश थी साजिद अली अंसारी की. पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश में जुट गई. और आखिरकार वो पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया. पकड़े जाने के बाद साजिद ने क़त्ल की जो कहानी पुलिस को बताई वो चौंका देने वाली है. साजिद अली ने पुलिस के सामने खुलासा किया कि सात टुकड़ों में जिस लड़की की लाश पुलिस ने बरामद की थी, वो कई और नहीं बल्कि उसकी बीवी जूही थी. उसने पुलिस को बताया कि उसका अक्सर अपनी पत्नी के साथ झगड़ा होता था. झगड़े की दो वजह थी एक तो उसका किसी दूसरी लड़की के साथ संबंध और दूसरा उसकी बेरोजगारी.

गला दबाकर किया था बीवी का कत्ल
घर में होने वाले रोज-रोज के झगड़े से साजिद तंग आ चुका था, ऊपर से वो काम को लेकर परेशान था. इसी के चलते उसने एक खौफनाक साजिश रची. प्लान के तहत उसने 20- 21 जून की रात को अपनी पत्नी की गला दबा कर हत्या कर दी. अब घर में जूही की लाश पड़ी थी. मगर सवाल ये था कि लाश को कैसे और वहां ठिकाने लगाया जाए? कुछ देर सोचने के बाद उसने अपने भाई इश्तियाक को फोन करके अपने पास बुलाया और उसे सारी कहानी सुनाई.

Advertisement

कत्ल के बाद किए थे लाश के सात टुकड़े
इसके बाद दोनों ने लाश को ठिकाने लगाने की एक खूनी तरकीब निकाली. उन दोनों भाइयों ने साथ मिलकर जूही की लाश के सात टुकड़े कर डाले. उसके जिस्म को अलग-अलग टुकड़ों में काटकर पॉलीथिन में पैक कर दिया. फिर वहां पहले से रखे जावेद के मंगाए एक कार्टून बॉक्स को उठा लिया और उसमें लाश के तमाम टुकड़ों को भर दिया. इसके बाद मौका देखकर दोनों भाई सरिता विहार के पास एक कूड़ेदान तक पहुंचे और लाश से भरा बॉक्स वहां फेंककर फरार हो गए.

आरोपियों ने सोचा था बच जाएंगे!
दोनों मिलकर जूही की लाश को सात टुकड़ों में काटकर ठिकाने लगा चुके थे. पूरा घर भी उन्होंने साफ कर दिया था. खून के निशान मिटा दिए थे. कपड़ों को भी ठिकाने लगा दिया था. पुलिस के मुताबिक साजिद अली को लग रहा था कि इस वारदात को अंजाम देने के बाद वो बच जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं. उस पार्सल बॉक्स ने उसकी खूनी साजिश को बेनकाब कर दिया. हत्या के आरोपी अब जेल में बंद हैं.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement