
दिल्ली हिंसा मामले में पुलिस की स्पेशल सेल ने बुधवार को कड़कड़डूमा कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी. यह चार्जशीट कुल 17,500 पन्नों की है. पुलिस ने कोर्ट को बताया कि दिल्ली हिंसा के मामले में उसने कुल 747 लोगों को गवाह बनाया है, जबकि 15 लोगों को आरोपी. इन आरोपियों में ताहिर हुसैन समेत 15 लोगों के नाम शामिल हैं.
बुधवार को दाखिल की गई चार्जशीट में हालांकि जेएनयू छात्र उमर खालिद और शरजील इमाम का नाम शामिल नहीं है. बता दें कि उमर को 3 दिन पहले गिरफ्तार किया गया था. अब दिल्ली हिंसा की चार्जशीट में इन लोगों के नाम बाद में शामिल किए जाएंगे. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल इस मामले में अनलॉफुल एक्टिविटी प्रीवेंशन एक्ट (UAPA) के तहत चार्जशीट दाखिल की. दिल्ली हिंसा मामले में स्पेशल सेल की एसआईटी UAPA के तहत जांच कर रही थी.
स्पेशल सेल ने कोर्ट को बताया कि उनकी टीम ने नार्थ ईस्ट हिंसा की सारी एफआईआर का अध्ययन किया है. इस मामले में वे आगे पूरक चार्जशीट दायर करेंगे. जिसमें उमर खालिद और शरजील इमाम समेत कुछ अन्य नाम शामिल किए जाएंगे. पुलिस के मुताबिक दिल्ली हिंसा के मामले में कुल 747 लोगों को गवाह बनाया है. चार्जशीट का ऑपरेटिव पार्ट 2,692 पन्ने का है, जबकि पूरी चार्जशीट करीब 17,500 पन्नों की है.
स्पेशल सेल की जांच टीम ने कोर्ट में बताया कि अभी और आरोपियों के खिलाफ जांच चल रही है. उनके पास हिंसा कराने के सबूत के तौर पर व्हाट्सएप चैट, टेक्निकल एवीडेंस और अन्य डाक्यूमेंट्स भी हैं. उनकी चार्जशीट पर केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार दोनों से अनुमति मिल गई है.
जिन 15 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है, उनके नाम हैं-
01. ताहिर हुसैन
02. मुहम्मद परवेज अहमद
03. मुहम्मद इल्यास,
04. सैफी खालिद,
05. इशरत जहां,
06. मिरांन हैदर,
07. सफूरा जरगर,
08. सफा उर रहमान,
09. आसिफ इकबाल तन्हा
10. शादाब अहमद
11. नताशा नरवाल
12. देवांगना कलिता
13. तस्लीम अहमद
14. सलीम मल्लिक
15. अथर खान
इन सभी के खिलाफ स्पेशल सेल की एसआईटी ने अनलॉफुल एक्टिविटी प्रीवेंशन एक्ट (UAPA) के तहत चार्जशीट दाखिल करने का काम किया है. स्पेशल सेल के मुताबिक इन सभी पर ये आरोप हैं-
- दिल्ली में हिंसा की साजिश रचना
- समुदाय विशेष को भड़काना, उकसाना
- भीड़ को हिंसा के लिए प्रेरित करना
- हिंसा के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाना
- सोशल मीडिया के जरिए लोगों को भड़काना
- हिंसा के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल करना
- हिंसा भड़काने के लिए हथियारों को जमा करना
- फोन और सभाओं के माध्यम से लोगों को भड़काना
- बैठके करके लोगों को भड़काना, उकसाना
- हिंसा के संबंध में फोन पर योजना बनाना
- बातचीत में हिंसा के लिए युवाओं को बहकाना
- हफ्तों तक हथियारों का स्टॉक जमा करना
इसी प्रकार के कई गंभीर आरोप इन सभी पर लगाए गए हैं. स्पेशल सेल की टीम चार्जशीट से भरे बक्से 2 गाड़ियों में लेकर कोर्ट पहुंची थी. पुलिस के मुताबिक एक आरोपी सफूरा जरगर अभी जमानत पर बाहर हैं. आपको बता दें कि पुलिस ने चार्जशीट में सबूत के तौर पर सीडीआर और वॉट्सएप चैट को भी शामिल किया है. यूएपीए लगाने के लिए केंद्र व दिल्ली सरकार से अनुमति मिल गई है.