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दिल्ली हिंसाः चार्जशीट में खुलासा, व्हाट्सएप ग्रुप में दिए गए दिशा निर्देश, कई लोगों के बीच लंबी बातचीत

22 फरवरी 2020 की रात 8.30 बजे जाह्नवी मित्तल ने कुसुम तबरेज वाइफ ऑफ तबरेज को कॉल की. इसके बाद राहुल रॉय को तीन लंबे कॉल किए. राहुल रॉय उस समय गुरुग्राम अपार्टमेंट में थे. जहांगीरपुरी प्रदर्शन के मैन पावर और सक्षमता को जानने के बाद राहुल रॉय ने फिर से जानवी मित्तल को कॉल किया और तकरीबन 20 मिनट तक बात की. इसी के बाद 23 फरवरी 2020 के लिए स्टेज तैयार किया गया.

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 15 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 15 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है
तनसीम हैदर
  • नई दिल्ली,
  • 23 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 6:55 PM IST
  • दिल्ली हिंसा में मारे गए थे कई लोग
  • दिल्ली में फरवरी में भड़की थी हिंसा
  • स्पेशल सेल ने दाखिल की चार्जशीट

दिल्ली हिंसा के मामले में गिरफ्तार किए गए 20 आरोपियों में से 15 आरोपियों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बीते बुधवार को चार्जशीट फाइल की थी. जिसमें ताहिर हुसैन और खालिद सैफी के नाम भी शामिल हैं. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अपनी चार्जशीट में क्या-क्या कहा, आपको बताते हैं कुछ खास बातें-  

- 16-17 फरवरी 2020 की रात को चांद बाग एरिया में एक मीटिंग हुई थी. इसी रात साजिशकर्ताओं ने फैसला लिया कि प्रदर्शन पूरी दिल्ली में किया जाएगा. नार्थ ईस्ट, शाहदरा, साउथ डिस्ट्रिक्ट, चांद बाग, जफराबाद एरिया को हॉटस्पॉट के तौर पर चिन्हित किया गया. 

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- 22 फरवरी 2020 की रात 8.30 बजे जाह्नवी मित्तल ने कुसुम तबरेज वाइफ ऑफ तबरेज को कॉल की. इसके बाद राहुल रॉय को तीन लंबे कॉल किए. राहुल रॉय उस समय गुरुग्राम अपार्टमेंट में थे. जहांगीरपुरी प्रदर्शन के मैन पावर और सक्षमता को जानने के बाद राहुल रॉय ने फिर से जानवी मित्तल को कॉल किया और तकरीबन 20 मिनट तक बात की. इसी के बाद 23 फरवरी 2020 के लिए स्टेज तैयार किया गया.

- 23 फरवरी 2020 की सुबह 8.41 बजे तबरेज ने जाह्नवी मित्तल को कॉल किया. उसे अपने पास उपलब्ध मैन पावर और लॉजिस्टिक्स की जानकारी दी. जाह्नवी ने तबरेज से कहा कि वो शाहीन बाग प्रदर्शन स्थल की तरफ जाए. इस पर इनका मोटिव जानने की जरूरत है. जब 300 महिला प्रदर्शनकारियों को जहांगीरपुरी से शाहीनबाग ले जाया गया. जबकि उन्हें नार्थ ईस्ट दिल्ली नहीं ले जाया गया, जहां प्रदर्शन होने थे. 

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- तबरेज 6 बस और एक ट्रक के साथ पहुंचा. दोपहर 1 बजकर 3 मिनट पर मोरीगेट पहुंचा. जाह्नवी ने तबरेज को कॉल किया और कहा कि महिलाओं को शाहीनबाग से जफराबाद लेकर आओ. इस बीच सुबह 10.30 बजे जाह्नवी ने राहुल रॉय से तकरीबन 15 मिनट फोन पर बात की. इसी समय सुबह 10.30 बजे तबरेज बस का अरेंजमेंट कर रहा था और महिलाओं को बस में बिठा रहा था.

- तबरेज के शाहीन बाग पहुंचने के बाद जैसा उसे कहा गया था, वो ऑर्डर का पालन करते हुए शाम 4.30 बजे जफराबाद के लिए 6 बस और एक ट्रक के साथ निकल गया. 1 घंटा 15 मिनट का समय तबरेज को लगा और उसने 22 किलोमीटर का सफर तय किया. 

- 23 फरवरी 2020 को राहुल रॉय को देवेंगना कलिता, पिंजरा तोड़ ग्रुप की सदस्य ने कॉल किया. उस समय राहुल रॉय गुरुग्राम में था और देवेंगना ने उसे जहांगीरपुरी से महिलाओं के आने की सूचना दी. तकरीबन 300 महिलाओं ने जफराबाद हिंसा में भाग लिया. जो पुलिस बल और प्रो-सीएए प्रदर्शनकारियों से भिड़ गईं.

- इस संबंध में जाफराबाद में एफआईआर नम्बर 49 रजिस्टर किया गया. शुरुआती हिंसा होने के बाद इन महिलाओं को जहांगीरपुरी भेज दिया गया. रात 11.08 बजे देवेंगना कलिता ने राहुल रॉय को कॉल करके हिंसा की सफलता के बारे में जानकारी दी. तबरेज ने जिन 7 गाड़ियों को किराए पर लिया था, उन्हें 66 फूटा रोड पर देवेंगना कलिता और नताशा नरवाल ने पैसे दिए. बस के ड्राइवर के स्टेटमेंट और मोबाइल फोन के लोकेशन से ये बाते साफ समझ में आती है. 

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- 16-17 फरवरी 2020 की रात चांद बाग इलाके में जो सीक्रेट मीटिंग हुई थी. उसमें ये बात हुई कि जो प्रदर्शन एक समुदाय के डॉमिनेट इलाके में हो रही है. उन्हें कहीं और व्यस्त सड़क की तरफ जाना होगा. चक्का जाम करना होगा. जिससे नार्मल ट्रैफिक मूवमेंट पर असर हो. चक्का जाम के बाद पुलिस पर हमला, जनता पर हमला, पब्लिक प्रॉपर्टी को डैमेज पहुंचाने का काम करना होगा.

- हेड कॉन्स्टेबल रत्न लाल की हत्या मामले में गिरफ्तार एक आरोपी मोहम्मद अयूब ने इस बात की पुष्टि की. आरोपी मोहम्मद अयूब के जरिये 4 और आरोपियों का नाम सामने आया. शाहदाब अहमद भी रत्न लाल की हत्या के आरोप में गिरफ्तार हुआ था. उसने भी इस बात की पुष्टि की. अथर खान से भी राहुल रॉय ने टेलीफोन पर 23 फरवरी को 12.18 बजे पर बात की. 

- स्पेशल सेल की चार्जशीट के मुताबिक 23 फरवरी को जेसीसी के मेंबर्स अलग-अलग प्रोटेस्ट साइट पर जाकर भड़काऊ भाषण दे रहे थे. और यूएस प्रेजिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प की विजिट के दौरान चक्का जाम करने लगे. चार्जशीट से साफ है कि ये एक बहुत बड़ी साजिश थी. क्योंकि दिल्ली में दंगे 23 फरवरी से शुरू हुए थे और पुलिस के मुताबिक आरोपी सफूरा जरगर 22 तारीख को जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी के ग्रुप में मैसेज डालकर दंगे करने की बात कर रही थी.

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