
वेंकट रमन- (गुस्से में चिल्लाते हुए) तुमने मेरे बेटे को क्यों मारा? बदला ही लेना था, तो मेरे से ले लेती, मेरे बच्चे की हत्या क्यों कर दी?
सूचना सेठ- मैंने उसे नहीं मारा है. मेरे पर आरोप मत लगाओ.
वेंकट रमन- उसकी मौत कैसे हुई फिर? तुमने उसकी हत्या की है. तुमने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी.
सूचना सेठ- मुझे कैसे पता कि उसे किसने मारा? मैंने ऐसा नहीं किया है. तुमने खुद मेरी जिंदगी बर्बाद की है. ये सबकुछ तुम्हारी वजह से हुआ है.
गोवा के कलंगुट पुलिस स्टेशन में जब चार साल के बेटे की हत्या के आरोप में गिरफ्तार सूचना सेठ अपने पति वेंकट रमन के सामने आई, तो उनके बीच जमकर बहस हुई. माइंडफुल एआई लैब कंपनी की फाउंडर और सीईओ सूचना को देखते ही उसके पति आग बबूला हो गए. उसके उपर जोर से चिल्लाने लगे. लेकिन सूचना उनके हर सवाल का जवाब बहुत शांत होकर दे रही थी. उसकी हर एक हरकत से साफ जाहिर हो रहा था कि वो बेहद शातिर महिला है. उससे हत्या का जुर्म कबूल करवा पाना पुलिस के लिए टेढी खीर है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, फिजिक्स स्कॉलर वेंकट रमन और एआई एक्सपर्ट सूचना सेठ पहले एक-दूसरे के सामने नहीं आना चाह रहे थे. लेकिन पुलिस ने उन्हें जबरन आमने-सामने बैठाकर पूछताछ किया. इस दौरान वेंकट बार-बार सूचना को उनके बेटे का कातिल बोलते रहे, लेकिन उसने हर बार इस आरोप से इंकार किया. इतना ही नहीं इस घटना के लिए पति को ही जिम्मेदार ठहरा दिया. करीब चार घंटे तक दोनों थाने में बैठे रहे. इस दौरान पुलिस ने उनके रिश्ते और तलाक की कार्यवाही के बारे में पूछा, जो 6 महीने पहले शुरू हुआ था.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार दोपहर वेंकट रमन अपने वकील के साथ गोवा के कलंगुट पुलिस स्टेशन में अपना बयान दर्ज कराने पहुंचे थे. वहां पहले से मौजूद अपनी पत्नी सूचना सेठ को देखते ही उन्होंने अपना आपा खो दिया. थाने में दोनों के बीच जमकर बहस हुई. इस दौरान दोनों एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहे. हालांकि, वेंकट के वकील अजहर मीर ने उनके बीच हुई बहस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि उनके मुवक्किल के लिए यह पूछना "अर्थहीन" था कि उनके बेटे को "क्यों" मारा गया.
अजहर मीर ने कहा कि वेंकट रमन को ''क्यों'' में कोई दिलचस्पी नहीं है. उनका मासूम बेटा तो इस दुनिया से चला गया है. उनकी पत्नी ने ऐसा क्यों किया, इससे अब कोई फर्क नहीं पड़ता. शायद वह नहीं चाहती थीं कि उनका बेटा अपने पिता से मिले या उनके बीच अच्छे संबंध बनें. उन्होंने कहा, ''कोर्ट ने उनके मुवक्किल के पक्ष में लगातार आदेश दिए. पहले उनको अपने बेटे से फोन और वीडियो कॉल पर बात करने की अनुमति दी. इसके बाद उन्हें अदालत के सार्वजनिक क्षेत्र में पखवाड़े में एक बार अपने बेटे से मिलने की अनुमति दी थी.''
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7 जनवरी को बेटे से मिलने के लिए बुलाया, लेकिन...
गोवा पुलिस को वेंकट रमन ने बताया कि 6 जनवरी को सूचना सेठ ने उनको मैसेज किया था. उसने 7 जनवरी को बेटे से मिलने के लिए बुलाया था. वो अपने बेटे से मिलने के लिए पहुंचे भी थे, लेकिन सूचना उसे लेकर नहीं आई. उसने इस बारे में अपने वकील से राय मांगी, तो उन्होंने आरोपी मां को मैसेज करने के लिए कहा था. इसका भी जवाब जब नहीं मिला तो वकील ने उनसे ई-मेल करने के लिए कहा था, ताकि जरूरत पड़ने पर उसे कोर्ट में पेश किया जा सके. लेकिन ई-मेल का भी कोई जवाब नहीं मिला था.
चार रविवार बेटे से मिलने नहीं दिया, पांचवें पर हत्या
वेंकट रमन के मुताबिक, सूचना पिछले चार रविवार से अपने बेटे को पिता से मिलने नहीं दे रही थी. आरोप है कि पांचवें रविवार को मुलाकात से पहले ही उसने उसका कत्ल कर दिया. वेंकट के वकील ने कहा कि उनके मुवक्किल इस घटना की वजह से बुरी तरह से टूट गए हैं. उनका सब कुछ बर्बाद हो चुका है. इस सदमे से उबरने के लिए उनको वक्त दिया जाना चाहिए. उन्होंने मीडिया से भी अनुरोध भी किया कि ऐसी स्थिति में कोई भी उनसे परेशान करने वाले सवाल न करें. वो पुलिस जांच में पूरी मदद कर रहे हैं.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा, ऐसे हुआ बच्चे का कत्ल
इसके साथ ही विधान से अपने बेटे की अंतिम विधि करना चाहते हैं. उनके मृतक बेटे का शव इस वक्त मोर्चरी में रखा गया है. इससे पहले पिता की सहमति के बाद शव का पोस्टमार्टम किया गया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे की मौत गला घोंटे जाने या फिर सांस रोके जाने की वजह से हुई है. बच्चे का कत्ल पोस्टमॉर्टम शुरू होने से लगभग 36 घंटे पहले किया गया था. उसके जिस्म पर कहीं भी किसी तरह के चोट का कोई भी निशान नहीं है. पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर कुमार नायक का कहना है कि बच्चे के कत्ल के लिए तकिया, तौलिया या किसी तार का इस्तेमाल हो सकता है. सूचना गोवा में जिस कमरे में ठहरी हुई थी, वहां तलाशी के दौरान कफ सिरप की दो बोतल मिली थी.
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पुलिस की होशियारी ने सूचना की साजिश पर फेरा पानी
अपने ही बच्चे के कत्ल जैसे सनसनीखेज मामले में सूचना सेठ पुलिस के सवालों का सामना कर रही है. पहले वो क्राइम सीन रिक्रिएशन के लिए होटल के उस कमरे तक जाने के लिए भी तैयार नहीं थी, लेकिन पुलिस ने उसको मजबूर किया. उसको होटल ले जाया गया. सवा घंटे तक उसी कमरे में सवाल किए गए. सवाल ये है कि आखिर इस शातिर महिला का पूरा प्लान फेल कैसे हुआ. इसका राज छुपा हुआ है. उसको शायद इस बात का अहसास नहीं था कि गोवा पुलिस ने वहां के होटलों के स्टाफ से लेकर टैक्सी ड्राइवर तक हर शख्स को अपना आंख नाक कान बना रखा है. पुलिस की यही होशियारी काम आ गई. होटल का स्टाफ सूचना सेठ की हर हरकत पर बारीक नजर रखे हुए था.
गोवा पुलिस ने सूचना सेठ का कराया साइक्लोजिकल टेस्ट
उनको जैसे ही शक हुआ कि इस महिला ने कुछ गलत किया है तो उसने पुलिस को खबर कर दी. उनकी मुस्तैदी की वजह से हत्यारोपी मां पुलिस की गिरफ्त में है. लेकिन 39 साल की महिला ने पुलिस की पूछताछ के दौरान अपने बेटे की हत्या से इनकार कर दिया है और अब भी कोशिश कर रही है कि उसके खिलाफ सबूत ना मिले. पुलिस का कहना है कि अभी तक यही लग रहा है कि आरोपी और उसका पति दोनों अलग हो चुके थे. पति से नफरत का बदला उसने बच्चे से लिया होगा. पुलिस सूचना का दिमाग पढना चाहती है. उसके बरताव के बारे में तफसील से जानना चाहती है. इसके लिए उसको पणजी के मनोचिकित्सा और ह्यूमन बिहेवियर सेंटर में साइक्लोजिकल टेस्ट कराया गया है.