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क्या वाकई सुलझ गई प्रद्युम्न मर्डर केस की गुत्थी?

कत्ल मासूम छात्र प्रद्युम्न का हुआ था, लेकिन केस का मर्डर गुडगांव पुलिस ने कर दिया. सीसीटीवी में तस्वीरें वही, चश्मदीद वही, मौका-ए-वारदात वही लेकिन गुडगांव पुलिस के मुताबिक कातिल बस कंडक्टर अशोक निकला. जबकि इन्हीं तमाम सबूतों को परखने के बाद सीबीआई ने कातिल के तौर पर किसी और को पेश किया. अब सवाल उठता है कि गुड़गांव पुलिस से कहां गलती हुई या फिर सीबीआई ने ऐसे कौन से सबूत ढूंढे जिसकी वजह से एक नया कातिल सामने आया.

अभी इस मामले में कई ऐसे सवाल हैं कि जिनके जवाब सीबीआई को देने हैं अभी इस मामले में कई ऐसे सवाल हैं कि जिनके जवाब सीबीआई को देने हैं
परवेज़ सागर/शम्स ताहिर खान
  • नई दिल्ली,
  • 09 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 5:24 PM IST

कत्ल मासूम छात्र प्रद्युम्न का हुआ था, लेकिन केस का मर्डर गुडगांव पुलिस ने कर दिया. सीसीटीवी में तस्वीरें वही, चश्मदीद वही, मौका-ए-वारदात वही लेकिन गुडगांव पुलिस के मुताबिक कातिल बस कंडक्टर अशोक निकला. जबकि इन्हीं तमाम सबूतों को परखने के बाद सीबीआई ने कातिल के तौर पर किसी और को पेश किया. अब सवाल उठता है कि गुड़गांव पुलिस से कहां गलती हुई या फिर सीबीआई ने ऐसे कौन से सबूत ढूंढे जिसकी वजह से एक नया कातिल सामने आया.

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सीबीआई ने बदल दी पुलिस की थ्योरी

केस वही. उस केस के सबूत वही. उसके गवाह भी वही. तो फिर नतीजा सिरे से पलट कैसे गया. प्रद्युम्न मर्डर केस में पुलिस जिसे ओपन एंड शट केस मान रही थी, उसकी थ्योरी अचानक दो महीने बाद ठस कैसे पड़ गई. तो फिर ऐसा क्या था, जो सीबीआई को तो दिखा मगर गुड़गांव पुलिस देख नहीं पाई. या देखकर उसने अनदेखा कर दिया था. अब सीबीआई की मानें तो गुड़गांव पुलिस की जांच में उसे सीसीटीवी में एक छात्र तो दिखा था लेकिन उसकी सुई कंडक्टर पर टिकी थी. बस यहीं उससे गलती हो रही थी.

सीबीआई ने सीसीटीवी फुटेज से शुरू की जांच

अलबत्ता पुलिस की तरह सीबीआई ने भी इस मामले में तफ्तीश की शुरुआत सीसीटीवी फुटेज से ही की. इस फुटेज में मासूम प्रद्युम्न के साथ एक और लड़का भी बाथरूम की तरफ जाता और आता दिख रहा था. जबकि प्रद्युम्न की बहन बाथरूम के दूसरी तरफ जाती हुई दिख रही थी. लेकिन ये सीसीटीवी फुटेज साफ नहीं था, चेहरा पहचानना मुश्किल हो रहा था. ऐसे में सीबीआई ने फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की मदद ली. फुटेज की जांच कर सामने और पीछे से देख कर एक्सपर्ट्स ने ये कन्फर्म कर दिया कि बाथरूम में जाने और निकलने वाला लड़का एक ही है, जबकि दूसरा लड़का प्रद्युम्न है.

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आरोपी ने ही अशोक के खिलाफ दिया था बयान

यूनिफॉर्म से सीबीआई को पता चला कि छात्र 11वीं क्लास का ही है. इसके बाद स्कूल में 11वीं क्लास में पढ़ने वाले सभी छात्रों से पूछताछ की गई. फिर पता चला कि इसी क्लास का एक लड़का इस मामले में चश्मदीद था और उसने 164 में मजिस्ट्रेट के सामने बस कंडक्टर के खिलाफ बयान भी दिया था. सीबीआई ने सारा फोकस आरोपी छात्र पर टिकाया और उससे बातचीत में सीबीआई को शक पुख्ता होने लगा. क्योंकि छात्र से करीब चार-पांच बार पूछताछ की गई. लेकिन अजीब बात ये थी कि हर बार पूछताछ में उसका बयान बदल रहा था.

आरोपी छात्र ने इसलिए किया मर्डर

अब सवाल मोटिव का था. यानी लड़के ने प्रद्युम्न का क़त्ल किया क्यों? सीबीआई से जुड़े सूत्रों के मुताबिक आरोपी छात्र पढ़ाई में कमजोर है और उस दिन स्कूल में होने वाले एग्ज़ाम और पैरेंट्स टीचर्स मीटिंग से घबरा रहा था. वो इन्हें पोस्टपोन कराना चाहता था और इसीलिए उसने प्रद्युम्न को मारने का फैसला कर लिया. उस रोज़ प्रद्युम्न की जगह कोई दूसरा बच्चा भी उसका शिकार हो सकता था.

आरोपी ने बाथरूम में देखी थी पोर्न फिल्म

सीबीआई के मुताबिक उस रोज़ आरोपी लड़के ने बाथरूम जाने के बाद अपने मोबाइल फ़ोन पर एडल्ट फिल्म देखी और उसने प्रद्युम्न से ज़्यादती की कोशिश की. लेकिन प्रद्युम्न के विरोध करने पर उसे मार डाला. लेकिन सीबीआई 11वीं के इस छात्र को तब तक हिरासत में नहीं लेना चाह रही थी जब तक पूरी तरह से मुतमईन न हो जाए.

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बदल गया आरोपी छात्र का बर्ताव

लिहाज़ा सबसे पहले स्कूल में उसके दोस्तों से बात की गई. इस बात का पता लगाने की कोशिश की गई कि क्या प्रद्यम्न की हत्या के बाद उस छात्र के बर्ताव में तब्दीली आई थी. पूछताछ में सिर्फ उस छात्र के दोस्तों ने ही नहीं बल्कि खुद उसके मां बाप ने इस बाद तस्दीक की छात्र के बर्ताव में तब्दीली आई. सीबीआई की मानें ने लड़के ने क़त्ल से पहले अपने दोस्तों से भी कहा था कि वो परीक्षा की तैयारी न करें, क्योंकि स्कूल में छुट्टी होने वाली है. अब उसके परिजन कह रहे हैं कि उसका प्रद्यूम्न के मर्डर से कोई मतलब नहीं बल्कि उसे फंसाने की कोशिश की जा रही है.

आरोपी छात्र अब रिमांड पर

हालांकि इस मामले का दूसरा पहलू ये भी है कि आरोपी छात्र इलाके के रसूखदार लोगों में से हैं और शायद उसके परिजनों को अपने बेटे के बर्ताव से अंदाज़ा लग गया था कि मामले में कुछ गड़बड़ है. आरोपी छात्र के खिलाफ धारा 302 के तहत प्रद्युम्न की हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया. जिसके बाद आरोपी छात्र को सीबीआई ने जूविनाइल जस्टिस कोर्ट के सामने पेश किया गया. जहां से कोर्ट ने उसे रिमांड पर भेज दिया गया है.

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