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हमास और इजरायल के बीच जारी है जंग, गाजा में अब तक मारे गए 44,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिक

गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले 48 घंटों में गाजा में इजरायली हमलों के चलते कम से कम 55 से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए हैं और 110 अन्य लोग घायल हुए हैं. इजरायल के हमलों में पूरा गाजा तबाह हो चुका है. लाखों लोग बेघर हो चुके हैं.

गाजा में इजरायल-हमास संघर्ष का नताजी कुछ ऐसा है (File Photo) गाजा में इजरायल-हमास संघर्ष का नताजी कुछ ऐसा है (File Photo)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 9:05 PM IST

Hamas Israel War in Gaza: हमास और इजरायल के बीच जंग शुरू होने के बाद से अब तक गाजा में 44,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए हैं, जबकि जख्मी होने वालों की संख्या 104,008 से ज्यादा है. यह जानकारी साझा करते हुए गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि गाजा में इजरायली हमलों में पिछले 48 घंटों में कम से कम 55 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए है और 110 अन्य लोग घायल हुए हैं. उधर, अमेरिका ने तुर्की को हमास नेताओं की मेजबानी करने के खिलाफ चेतावनी दी है. अमेरिका ने कहा कि फिलिस्तीनी आतंकी समूह के साथ अब पहले जैसा काम नहीं हो सकता. 

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यूएस विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर का कहना है कि उन्होंने पिछले कुछ दिनों में यह रिपोर्ट देखी है कि वे (हमास) तुर्की चले गए हैं. लेकिन निश्चित रूप से वे तुर्की सरकार को साफ कर देंगे, जैसा कि उन्होंने दुनिया के हर देश को स्पष्ट कर दिया है, कि हमास के साथ अब पहले जैसा व्यवहार नहीं हो सकता. मिलर ने कहा कि अमेरिका इन रिपोर्टस् पर विवाद करने की स्थिति में नहीं है.

हालांकि तुर्की ने इन रिपोर्टस् का खंडन किया है. यूएस विदेश मंत्रालय के एक सूत्र ने सीएनएन को बताया कि हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य समय-समय पर तुर्की का दौरा करते हैं. हमास के राजनीतिक ब्यूरो के तुर्की चले जाने के दावे सच्चाई को नहीं दर्शाते हैं. अमेरिका की यह चेतावनी तब आई है, जब हमास और इजरायल के बीच बंधकों को लेकर की जा रही बातचीत में एक अहम मध्यस्थ कतर ने अपने हाथ खींच लिए हैं.

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दोनों पक्ष अब सद्भावना से बातचीत नहीं कर रहे हैं, और कतर की राजधानी दोहा में हमास के राजनीतिक कार्यालय को बंद कर दिया गया है. मिलर ने कहा कि अमेरिका का मानना ​​​​नहीं है कि एक शातिर आतंकवादी संगठन के नेताओं को कहीं भी आराम से रहना चाहिए. हमास को अमेरिका ने आतंकवादी समूह घोषित किया है. 

अब बात लेबनान की. लेबनान में अमेरिकी दूत अमोस होचस्टीन ने कहा कि इजरायल और लेबनान के बीच युद्ध विराम समझौता उनके हाथ में है, लेकिन फैसला दोनों पक्षों को ही करना होगा होचस्टीन ने मंगलवार को लेबनानी संसद के अध्यक्ष नबीह बेरी के साथ बैठक की थी. और इसके बाद वो बेरूत में मीडिया से मुखातिब हुए थे. वो बातचीत में हिजबुल्लाह के साथ वार्ताकार हैं.

अमेरिकी दूत ने कहा था कि अंतराल को कम करने के लिए रचनात्मक और बहुत अच्छी चर्चा हुई है. उन्होंने कहा था कि उनके पास संघर्ष को खत्म करने का एक वास्तविक मौका है. अब समय आ गया है. उस दौरान उन्होंने पत्रकारों के सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया था. क्योंकि वे सार्वजनिक रूप से इस मामले पर बातचीत नहीं करना चाहते थे.

आपको बता दें कि बेरी से मुलाकात और बात करने के बाद, होचस्टीन ने बीते मंगलवार को लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती से बेरूत में उनके आवास पर मुलाकात की थी. एक सरकारी समाचार एजेंसी NNA के मुताबिक, दोनों नेताओं ने इजरायल-हिजबुल्लाह युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों पर चर्चा की थी. उस बैठक में लेबनान के विदेश मंत्री ने भी भाग लिया था.

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