
गाजा में चल रही भीषण जंग के बीच हमास और इजरायल एक-दूसरे के खिलाफ लगातार आरोप लगा रहे हैं. इजरायल डिफेंस फोर्सेस वीडियो और तस्वीरें जारी करके ये साबित करने में लगा हुआ है कि वो मानवता के हित में युद्ध कर रहे हैं, जबकि हमास के लड़ाके इंसानियत के लिए खतरा हैं. वो लोग आम लोगों को ढाल बनाकर उन पर हमले कर रहे हैं. यहां तक स्कूल, अस्पताल और मस्जिद तक का इस्तेमाल कर रहे हैं. आईडीएफ ने एक नया वीडियो जारी करके दिखाया है कि हमास कैसे टेडी बियर में स्नाइपर और बम छिपाकर हमले कर रहा है. दूसरी तरफ यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इजरायली बमबारी की निंदा की है.
इजरायल और हमास के बीच पिछले दो महीने से जंग जारी है. इस लड़ाई में अब तक 17 हजार फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जबकि 47 हजार घायल हुए हैं. मरने वालों में 70 फीसदी से ज्यादा महिलाएं और बच्चे हैं, जिस पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने चिंता जाहिर की है. सिक्योरिटी काउंसिल के सदस्यों को संबोधित करते हुए गुटेरेस ने कहा कि गाजा में सार्वजनिक व्यवस्था पूरी तरह तहस नहस हो गई हैं. मानवीय सहायता भी पूरी तरह ठप होने का ख़तरा पैदा हो गया है. गाजा में अब तक यूएन के 130 कर्माचरी मारे गए हैं. यूएन महासचिव ने कहा, ''गाजा में संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों की सुरक्षा को खतरा अभूतपूर्व है. मेरे 130 से अधिक सहकर्मी पहले ही मारे जा चुके हैं, जिनमें से कई अपने परिवार सहित मारे जा चुके हैं. यह हमारे संगठन के इतिहास में जीवन की सबसे बड़ी हानि है.''
आईडीएफ द्वारा जारी किया गया वीडियो देखिए...
यूएन महासचिव ने ये भी बताया कि गाजा पट्टी पर इजरायली हमले में कितने लोग मारे गए हैं. उन्होंने मिस्र में सामूहिक पलायन के खतरे के प्रति अगाह किया और कहा कि ग़ाज़ा युद्ध अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और शांति के लिए भी ख़तरा बन गया है. उन्होंने कहा, ''नागरिकों की कोई प्रभावी सुरक्षा नहीं है. इज़रायल के सैन्य अभियानों की शुरुआत के बाद से कथित तौर पर 17000 से अधिक फ़िलिस्तीनी मारे गए हैं. इसमें 4000 से अधिक महिलाएं और 7000 बच्चे शामिल हैं. बताया गया है कि हजारों लोग घायल हुए हैं और कई लोग लापता हैं, संभवतः मलबे के नीचे. ये सभी संख्याएं दिन पर दिन बढ़ती जा रही हैं, जो कि चिंताजनक है.''
एंटोनियो गुटेरेस ने ये भी कहा कि हमास के हमले के लिए फिलिस्तीनियों के ऊपर सामूहिक सज़ा थोपने को सही नहीं ठहराया जा सकता. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बिना सुरक्षा के लोगों को यहां से वहां जाने को कहा जा रहा है जबकि ग़ाज़ा में कोई ऐसी जगह नहीं है जो सुरक्षित हो. हाल ही में गुटेरेस ने गाजा पर इजरायली बमबारी को लेकर संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 99 को लागू कर दिया था. उनकी ओर से आर्टिकिल 99 लागू किए जाने को अभूतपूर्व माना जा रहा है, क्योंकि पिछले कुछ दशकों में किसी भी संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने इस अधिकार का इस्तेमाल नहीं किया था. हालांकि, यूएन के तमाम प्रयासों का कोई फायद नहीं दिख रहा.
गाजा में तत्काल युद्धविराम के लिए यूएई की ओर से सिक्योरिटी काउंसिल में प्रस्ताव पेश किया गया था. इस पर अमेरिका ने वीटो कर दिया. अमेरिका इस प्रस्ताव के ख़िलाफ़ मतदान करने वाला संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का एकमात्र स्थायी सदस्य रहा. वहीं ब्रिटेन मतदान के दौरान अनुपस्थित रहा. फ्रांस ने गाजा में तुरंत सीजफायर के प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया. अमेरिका ने इस प्रक्रिया को 'जल्दबाज़ी' बताते हुए कहा कि 'उचित सलाह' नहीं ली गई. अमेरिका के मुताबिक इस प्रस्ताव में इजरायल पर 7 अक्टूबर को हुए हमास के हमले की निंदा नहीं की गई. अमेरिका ने कहा कि प्रस्ताव का सबसे अवास्तविक हिस्सा 'बिना शर्त युद्धविराम' करने की अपील है.
दक्षिण गाजा में इजरायल का ग्राउंड ऑपरेशन
उत्तरी गाजा के बाद दक्षिण गाजा में इजरायल ने ग्राउंड ऑपरेशन शुरू कर दिया है. यहां रह रहे फिलिस्तीनियों को भूमध्य सागर और मिस्र की सीमा की तरफ़ बढ़ने को कहा गया हैं. युद्धविराम खत्म होने के बाद से ही इजरायल पूरे गाजा में बम बरसा रहा है. इजरायली हमले में अब तक 16 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की जान जा चुकी है, घायलों की तादाद भी 41 हजार से ज्यादा है. दक्षिण गाजा में सैन्य अभियान की पुष्टि इजरायल डिफेंस फोर्सेस के प्रवक्ता डैनियल हागारी ने भी की है. उन्होंने कहा कि हम पूरे गाजा पट्टी में लड़ाकू विमानों से हमला कर रहे हैं. हमास के खिलाफ इजरायल का ग्राउंड ऑपरेशन अब पूरी गाजा पट्टी में फैल गया है.
गाजा में स्कूल कैम्पस में मिले आतंकी सुरंग
गाजा पट्टी में इजरायल के मिलिट्री ऑपरेशन के दौरान हमास लगातार बेनकाब हो रहा है. इजरायल शुरू से ही आरोप लगा रहा है कि हमास के आतंकी गाजा के स्कूल, अस्पताल और मस्जिदों में छुपकर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं. इतना ही नहीं इन इमरातों के नीचे हमास ने सुरंगों का जाल बिछा रखा है, जहां से आतंकी एक से दूसरी जगह बड़े आराम से आ-जा रहे हैं. अस्पताल और मस्जिद के नीचे सुरंगों का पता लगाने के बाद आईडीएफ ने अब एक स्कूल कैम्पस में बने आतंकी सुरंग का खुलासा किया है. आईडीएफ ने अपने एक्स (ट्विटर) अकाउंट पर इसकी एक वीडियो भी जारी की है. इसके साथ ही ये भी दावा किया है कि गाजा में हमास के 200 से ज्यादा ठिकाने ध्वस्त कर दिए गए हैं.
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जमीन, हवा और पानी, तीनों ओर से हमला
इजरायल डिफेंस फोर्सेस का दावा है कि उसके सैनिकों ने एक स्कूल के अंदर स्थित आतंकवादी ठिकाने पर हमला किया. वहां दो सुरंग भी पाए गए, जिनमें एक बूबी-ट्रैप्ड शाफ्ट, विस्फोटक और हथियारों से भरा हुआ था. इसके साथ ही इजरायली एयरफोर्स के एक फाइटर जेट ने मिसाइलों, मोर्टार के गोले और हथियारों से भरे वाहनों पर हमला किया है. इनके जरिए आईडीएफ पर हमले की तैयारी थी, जो समय रहते विफल कर दी गई. उधर इजरायली नौसेना ने भी गाजा बंदरगाह पर हमास की नौसैनिक निगरानी चौकियों और आतंकवादी बुनियादी ढांचों पर हमला किया है. इस तरह इजरयाली सेना जमीन, हवा और पानी तीनों जगहों से हमास के आतंकियों पर हमले करके उनकी कमर तोड़ने की कोशिश में है.
आतंकियों को ड्रोन से मार रही आईडीएफ
इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम खत्म होने के बाद गाजा पट्टी पर भारी बमबारी हो रही है. इजरायल गाजा सिटी और उसके आस-पास के इलाकों में लगतार बम गिरा रहा है. गाजा सिटी के बाहरी इलाके जबालिया में हुए ताजा हवाई हमले में एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, ये हमला शरणार्थी शिविर पर हुआ. वहां बेघर फिलिस्तीनी रह रहे थे. इसके साथ ही इजरायली सेना हमास के आतंकियों को चुन-चुनकर मारने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है. आईडीएफ ने पिछले 24 घंटे के अंदर ड्रोन हमले में पांच खूंखार आतंकवादियों को मार गिराया है. उसके फाइटर जेट हमास के ठिकानों पर जमकर बमबारी कर रहे हैं.