
INLD Chief Nafe Singh Rathi Murder: हरियाणा में पूर्व विधायक और INLD के वरिष्ठ नेता नफे सिंह को जिस अंदाज में मौत के घाट उतारा गया है, वो पैटर्न असल में गैंगस्टर वाला है. नफे सिंह हत्याकांड को ठीक वैसे ही अंजाम दिया गया, जैसे दो साल पहले पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला का मर्डर किया गया था. वैसे ही गाड़ी का पीछा करना और ताबड़तोड़ गोलियां बरसाना, तो क्या इस हत्याकांड में भी किसी गैंगस्टर का हाथ है? ये सवाल अब सिर उठा रहा है.
क्या किसी गैंगस्टर से है नफे सिंह की हत्या का कनेक्शन?
क्या हरियाणा में इतवार को नफे सिंह की सरेशाम हुई हत्या का कोई कनेक्शन लॉरेंस बिश्नोई गैंग से मिलता जुलता है? क्या नफे सिंह की हत्या का कोई सिरा सिद्धू मूसेवाला के मर्डर से जाकर मिलता है? असल में हरियाणा के बहादुरगढ़ में गोलियों के निशान वाली ये फॉर्च्यूनर असल में दो साल पहले 29 मई 2022 को पंजाब के मानसा जिले में हुई सिद्धू मूसेवाला की हत्या की यादें और तस्वीरें ताजा कर देती हैं.
सिद्धू मूसेवाला की तरह नफे सिंह का मर्डर
उस वक़्त सिद्धू मूसेवाला का मर्डर भी कुछ इसी तरह हुआ था. शूटरों ने उसकी थार गाड़ी पर अंधाधुंध फायरिंग की थी. और उसी ताबड़तोड़ फायरिंग में सिद्धू मूसेवाला को मौत के घाट उतार दिया गया था. बाद में खुलासा हुआ था कि सिद्धू की थार पर करीब 30 गोलियां मारी गई थीं. रविवार को शाम सवा पांच बजे, बहादुरगढ़ के बराही रेलवे फाटक से पहले उस फॉर्च्यूनर पर ऐसे ही ताबड़तोड़ फायरिंग हुई. उस फॉर्च्यूनर गाड़ी पर दो बार के पूर्व विधायक नफे सिंह अपने ड्राइवर और सुरक्षा कर्मियों के साथ सवार थे.
कार के करीब आकर फायरिंग
इस मामले में दर्ज की गई एफआईआर के मुताबिक नफे सिंह के ड्राइवर और उसके भांजे राकेश उर्फ संजय को ये अंदाजा हो गया था कि एक सफेद गाड़ी उनका पीछा कर रही है. ड्राइवर ने तेजी से गाड़ी आगे बढ़ाई लेकिन रेलवे फाटक बंद था. इसलिए गाड़ी रोकनी पड़ी. तभी पीछे से आई एक सफेद i10 कार से पांच लड़के उतरे और बिलकुल नज़दीक आकर ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे.
करीब 50 राउंड फायर
इस खौफनाक वारदात के चश्मदीद और नफे सिंह के ड्राइवर की मानें तो नफे सिंह सामने वाली सीट पर ही बैठे थे जबकि उनके सुरक्षा कर्मी जयकिशन और संजीत पीछे बैठे थे. ड्राइवर के मुताबिक हमलावरों ने ताबड़तोड़ करीब 50 राउंड फायर किए होंगे. नफे सिंह की हत्या को सिद्धू मूसेवाला की हत्या के पैटर्न से इसलिए जोड़कर देखा जा रहा है क्योंकि सारा तौरतरीका मिलता जुलता है.
सिद्धू मूसेवाला मर्डर का पैटर्न
हत्या के लिए शाम का वक़्त. हत्या से पहले कार का पीछा. कार पर ताबड़तोड़ फायरिंग. पिन प्वाइंट करके टारगेट पर निशाना. हत्या की इस वारदात में अभी तक पुलिस को कोई सुराग तो नहीं मिला है. और न ही किसी गैंग की तरफ से कोई जिम्मेदारी ली गई, मगर हत्या के तरीके और पूरी मॉडस ऑपरेंडी से पुलिस ने अंदाजा लगाया है कि हो न हो इस वारदात में किसी गैंग का हाथ हो सकता है. पुलिस इस हत्याकांड के लिए सुपारी किलिंग की आशंका से भी इनकार नहीं कर रही.
घरवालों ने कहा- पॉलिटिकल मर्डर
हरियाणा के बहादुरगढ़ में कार सवार हमलावरों ने जिस तरह से ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर पूर्व विधायक नफे सिंह राठी की हत्या कर दी. उससे नफे सिंह के घरवालों को लगता है कि ये एक पॉलिटिकल मर्डर है. और नफे सिंह के साथ सियासी रंजिश रखने वाले ही इस वारदात के पीछे हो सकते हैं. नफे सिंह इनेलो के हरियाणा चीफ थे. उनकी फॉर्च्यूनर कार पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं गईं. सबसे बड़ी बात ये है कि कातिल और उनकी कार एक सीसीटीवी में कैद हैं. उसमें उनकी कार साफ नज़र आ रही है.
कार का दरवाजा छेदकर आरपार हो गई गोलियां
मौका-ए-वारदात पर बिखरे हुए कांच के टुकड़े. एक एसयूवी गाड़ी को घेरे भीड़. और कार के भीतर लहुलुहान इंसान. हमले के ठीक बाद यहीं मंजर था. पूरी कार पर गोलियों के निशान साफ देखे जा सकते हैं. और मौके पर मौजूद चश्मदीदों की गवाही बता रही है कि वहां एक जबरदस्त गोलीबारी के बाद हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया. बताया जा रहा है कि कार पर सवार चार हमलावारों ने नफे सिंह की कार पर गोलियों की बारिश कर दी थी. पचास से ज्यादा गोलियां चलाई गई थी. और हमले में कार की अगली सीट पर बैठे इंडियन नेशनल लोकदल के हरियाणा चीफ नफे सिंह राठी की मौके पर ही मौत हो गई. उनको पीठ गर्दन और पेट में गोलियां लगी हैं. कई गोलियां कार का दरवाजा चीरकर आरपार हो गई हैं. मूसेवाला हत्याकांड में भी बिल्कुल ऐसा ही हुआ था. उनकी थार गाड़ी दरवाजों को भी गोलियों ने चीर दिया था.
बराही फाटक के पास हुआ ये हत्याकांड
ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर नफे सिंह राठी की हत्या कर दी गई। नफे सिंह पर करीब चालीस से पचास राउंड फायरिंग हुई, और वारदात के बाद कातिल आराम से कार से भाग निकले. हमला बहादुरगढ में बराही फाटक के पास हुआ नफे सिंह अपने सुरक्षाकर्मियो के साथ कार से जा रहे थे. हमलावर एक i10 गाडी में सवार होकर आए और बिलकुल पास से गोलियां चलाई. नफे सिंह के तीन सुरक्षाकर्मियों को भी गोलियां लगी. नफे सिंह के एक साथी की भी मौत हो गई वारदात के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए.
SP का दावा, मिल गए हमलावरों के सुराग
बहादुरगढ से दो बार के विधायक नफे सिंह के बेटे जीतेंद्र ने इसे सियासी रंजिश बताते हुए जो कहा वो मामला बेहद संगीन है. झज्जर के पुलिस अधीक्षक अर्पित जैन का कहना है कि हमलावरों के बारे में सुराग मिल चुके हैं और जल्द गिरफ्तारी भी हो जाएगी. उधर, हरियाणा के गृहमंत्री का कहना है कि इस वारदात के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा..
हत्या के पैटर्न ने चौंकाया
लेकिन नफे सिंह को वक्त पर सुरक्षा ना मुहैया कराए जाने को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं और मामला सियासी तौर पर भी तूल पकड़ने लगा है. मुमकिन है पुलिस जल्द ही अपनी कोशिशों में कामयाब भी हो जाए और कातिलों तक पहुंच भी जाए, लेकिन एक सवाल तो जस का तस है जिस पैटर्न से हत्या हुई, वो एक के बाद एक कई सवाल खड़े कर देता है और चौंकाता भी है.
ड्राइवर को जिंदा छोड़ा
हमलावरों ने नफे सिंह को तो गोली मार दी. लेकिन उनके ड्राइवर को जिंदा छोड़ दिया. उसे एक हिदायत दी. जिसे ड्राइवर ने नफे सिंह के घरवालों को पहुंचा दिया. इसी हिदायत में छुपा हुआ है कत्ल का मास्टरमाइंड, आखिर वो कौन है? जिसके इशारे पर नफे सिंह की फॉर्च्यूनर को गोलियों से छलनी कर दिया गया. रेलवे फाटक के नजदीक हरियाणा के कद्दावर नेता नफे सिंह की गोली मारकर हत्या की गई. अब इस वारदात के बाद से ही पूरे हरियाणा में सनसनी फैली हुई है.
FIR में इन आरोपियों के नाम
अब जरा इस पूरे हत्याकांड की एफआईआर को भी समझ लेते हैं. पुलिस ने नफे सिंह की गाड़ी के ड्राइवर राकेश उर्फ संजय के बयान के आधार पर पूर्व विधायक नरेश कौशिक, पूर्व चेयरमैन और मौजूदा चेयरपर्सन सरोज राठी के पति रमेश राठी और उनके चाचा ससुर कर्मवीर राठी, देवर कमल राठी, पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के पुत्र शतीश राठी, पोते गौरव व राहुल व पांच अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
ड्राइवर को धमकी देकर भेजा
लेकिन इस हत्याकांड की एफआईआर एक सनसनीखेज खुलासे के साथ सामने आई. इस फायरिंग में जिंदा बच गए नफे सिंह के ड्राइवर और उनके भांजे राकेश उर्फ संजय के मुताबिक गोली चलाने वालों में से एक ने खुद उससे उसके पास आकर ये बात कही थी. वो ड्राइवर खिड़की के पास आकर बोला, तुझे जिंदा छोड़ रहा हूं, जाकर इनके घर बता दियो, नरेश कौशिक, कर्मबीर राठी, रमेश राठी, सतीश राठी, गौरव राठी, राहुल और कमल के खिलाफ कभी भी अदालत में गए तो पूरे परिवार को मार दिया जाएगा. इस बयान के सामने आने के बाद पुलिस ने सात लोगों को नामजद करने के अलावा पांच और लोगों के खिलाफ एफआईआर में आरोपी बनाया गया है.
पुलिस की पहुंच से बाहर हैं हमलावर
इसी बीच इस वारदात का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. सीसीटीवी फुटेज मौका-ए-वारदात से चंद कदमों की दूरी का है, इस सीसीटीवी में वो संदिग्ध गाड़ी भी दिखाई पड़ रही हैं, जिसमें सवार होकर शूटर्स आए थे. फिलहाल सीसीटीवी फुटेज के जरिए पुलिस संदिग्ध गाड़ी के नंबर को ट्रेस करने की कोशिश कर रही है. हालांकि अभी तक पुलिस के हाथ कोई ठोस सुराग नहीं लगा है और इसी वजह से हमलावर भी पकड़ से दूर बने हुए हैं.
हरियाणा की सियासत भी गर्म
लेकिन इस सनसनीखेज हत्याकांड के बाद हरियाणा की सियासत ने जरूर सुरक्षा को लेकर तूल पकड़ लिया है. एक सियासी पार्टी के नेता की हत्या के बाद अब सियासी पार्टियों ने मोर्चाबंदी करनी शुरू कर दी. हुड्डा या नफे सिंह की तरफ से किसी का खुलासा ये भी है कि नफे सिंह को पिछले कुछ दिनों से लगातार धमकी भी मिल रही थी, ऐसे में सुरक्षा को लेकर सवाल उठना लाजमी भी है.
(रामकिंकर सिंह, कमलजीत संधू और अरविंद ओझा के साथ आज तक ब्यूरो)