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शीना मर्डर केस: जेल में भी जारी हैं इंद्राणी मुखर्जी की चालबाजियां

शीना मर्डर केस में मुंबई के भायखला जेल में सजा काट रही इंद्राणी मुखर्जी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रही है. जी हां, ऐसा हम नहीं कह रहे, बल्कि उनकी कुछ हरकतों से ऐसा साबित हो रहा है कि उनकी चालबाजियां जेल में भी जारी हैं. इंद्राणी ने अपने पति पीटर मुखर्जी का फर्जी दस्तख्त करके दो बैंकों को चिट्ठी लिखी कि वह अपना हक सरेंडर कर रहे हैं.

मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी
मुकेश कुमार/विद्या
  • मुंबई,
  • 08 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 11:43 PM IST

शीना मर्डर केस में मुंबई के भायखला जेल में सजा काट रही इंद्राणी मुखर्जी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रही है. जी हां, ऐसा हम नहीं कह रहे, बल्कि उनकी कुछ हरकतों से ऐसा साबित हो रहा है कि उनकी चालबाजियां जेल में भी जारी हैं. इंद्राणी ने अपने पति पीटर मुखर्जी का फर्जी दस्तख्त करके दो बैंकों को चिट्ठी लिखी कि वह अपना हक सरेंडर कर रहे हैं.

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जानकारी के मुताबिक, मुंबई के सिंडिकेट बैंक और न्यूजीलैंड के एक बैंक में इंद्राणी और पीटर का ज्वाइंट अकाउंट है. पीटर के वकील ने कोर्ट में शिकायत की है कि इंद्राणी ने पीटर के जाली दस्तख्त कर दोनों बैंकों के मैनजरों को चिट्ठी लिखी कि वह जमा पैसों और फिक्स डिपाजिट से अपना हक सरेंडर कर रहे हैं. इस तरह इंद्राणी पूरा पैसा हड़पना चाहती थीं.

दरअसल, इंद्राणी मुखर्जी अपने पति पीटर के दस्तख्त के बिना इन अकाउंट्स से न तो पैसे निकाल पा रही थी, ना ही फिक्स डिपाजिट तोड़ पा रही थी. इसलिए उसने 1 फरवरी को सीबीआई कोर्ट से कुछ कागजात पर दस्तख्त करने की अनुमति मांगी थी. 4 अगस्त को कोर्ट ने इजाजत भी दे दी. लेकिन जब पीटर के वकीलों ने देखा तो वे सन्न रह गए.

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पीटर के वकीलों ने जब उनसे इस कागज पर हुए दस्तख्त के बारे में पूछा तो उन्होंने इससे इंकार कर दिया. इसके बाद वकील ने तुरंत कोर्ट को इस बारे में जानकारी दी. सीबीआई कोर्ट ने दोनों बैंको को आदेश दिया है कि वो इंद्राणी की लिखी चिट्ठी पर कोई कदम न उठाएं, वहीं इस मामले की जांच के भी आदेश दिए गए हैं. बैंक इस पर कार्रवाई कर सकते हैं.

 

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