
Nafe Singh Rathee Murder Case: हरियाणा के कद्दावर नेता और इंडियन नेशनल लोक दल के स्टेट चीफ नफे सिंह राठी मर्डर केस में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. अभी तक की जांच में पता चला है कि इस केस में एक मोस्ट वांटेड गैंगस्टर शामिल हो सकता है. पुलिस को शक है कि उसने विदेश में बैठे हुए अपने गुर्गों और शूटरों के जरिए इस हत्याकांड को अंजाम दिया है. इसी गैंग ने कुछ महीने पहले दिल्ली में एक बीजेपी नेता की हत्या करवाई थी.
हरियाणा पुलिस इस मोस्ट वांटेड गैंगस्टर के एक बहुत खास करीबी से मंगलवार को तिहाड़ जेल में पूछताछ करेगी. सोमवार को पुलिस ने हरियाणा के टॉप मोस्ट गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी से तिहाड़ जेल में पूछताछ की है. उसने नफे सिंह राठी हत्याकांड में अपना हांथ होने से साफ इनकार किया है. दूसरी तरफ इस केस में तीन और लोगों के नाम एफआईआर में जोड़े गए हैं. इनमें दो लोग एक राजनीतिक पार्टी से संबंध रखते हैं. इनके नाम वीरेंद्र राठी, संदीप राठी और राजपाल शर्मा हैं
इस मर्डर केस की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है. इसकी जानकारी देते हुए डीसी शक्ति सिंह और एसपी अर्पित जैन ने कहा कि इस केस को सुलझाने के लिए पुलिस की पांच टीमों को गठित किया गया है. दो लोगों को हिरासत में भी लिया गया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. इसके साथ ही कुछ संदिग्धों की भी पहचान हुई है. आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद नफे सिंह के परिजन उनके शव के पोस्टमार्टम के लिए तैयार हो गए. पहले अंतिम संस्कार से भी इनकार कर दिया था.
अभय चौटाला ने पुलिस को सात दिन का समय दिया है. यदि उस समय तक सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं होते हैं, तो वे लोग कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस वारदात को अंजाम देते वक्त अपराधियों ने अलग-अलग तरह के हथियारों से नफे सिंह राठी पर गोलियां चलाई थीं. मौका-ए-वारदात पर कई तरह के कारतूस बरामद हुए है. पुलिस की टीम कई राज्यों में जाकर जांच कर रही है. इस हत्याकांड को जिस तरह से अंजाम दिया गया है, उसे देखते हुए इसमें किसी बड़े गैंग का हाथ दिख रहा है.
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इस कत्ल के पीछे कोई सियासी रंजिश है, जमीन का झगड़ा या फिर कुछ और इसका खुलासा तो पुलिस की तफ्तीश में होगा, लेकिन फिलहाल कत्ल के तौर तरीके को देख कर ये साफ है कि इस काम के लिए किसी पेशेवर गैंग को सुपारी दी गई थी, जिन्होंने पहले रेकी और फिर अत्याधुनिक हथियारों से गोली चला कर नफे सिंह राठी की जान ले ली. नफे सिंह हत्याकांड में दर्ज एफआईआर में पूर्व विधायक नरेश कौशिक समेत 10 लोगों का नाम दिया गया है. तीन लोगों का नाम बाद में जोड़ा गया है.
इस केस में आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 307, 302, 120बी, 25-27- 54-59 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. ये केस बेहद हाईप्रोफाइल है और जिस पेशेवर तरीके से इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है, जाहिर है पुलिस और जांच एजेंसियां एक खास एंगल को भी टटोलने की कोशिश में होंगी. मुमकिन है कि सीबीआई और पुलिस तमाम सबूतों, तथ्यों और एंगल के आधार पर अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है, जिससे कि बहादुरगढ़ के गुनहगारों को पकड़ कर जेल में डाला जा सके.