
जिस तरह उसकी ज़िंदगी एक छलावा है, ठीक उसी तरह उसकी मौत भी एक पहेली है. आईएसईआईएस के सरगना अबू बकर अल बगदादी की जून में मौत हो जाने के बाद अब सितंबर में उसके ज़िंदा होने को लेकर फिर एक ख़बर आई है. इस बार ये खबर एक ऑडियो टेप की शक्ल में सामने आई है. कहा जा रहा है कि इस टेप में बगदादी की आवाज है और उसने ये आवाज़ हाल ही में रिकार्ड की है. इस ऑडियो मैसेज के ज़रिए बगदादी एक बार फिर लोगों को जेहाद के लिए उकसा रह है साथ ही नए हमले की धमकी दे रहा है. बगदादी ने पहली बार उत्तर कोरिया के अमेरिका पर परमाणु हमले की धमकी का भी जिक्र किया है.
कहते हैं कि वो आवाज़ आईएसआईएस सरगना अबू बक़र अल बग़दादी की है. कहते हैं कि बग़दादी ने ये ऑडियो हाल ही में रिकार्ड किया है. कहते हैं कि बग़दादी फिर से दुनिया के खिलाफ ज़हर उगल रहा है. और कहते ये भी हैं कि बग़दादी बिलुक्ल नहीं मरा है, वो ज़िंदा है.
जी हां, बग़दादी का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है. जून के बाद की खामोशी अचानक इस एक ऑडियो ने तोड़ दी है. आईएसआईएस की तरफ से जारी 46 मिनट के उस ऑडियो में जो आवाज़ है उसके बारे में दावा किया जा रहा है कि ये बग़दादी की ही आवाज़ है. एक्सपर्ट भी ऑडियो में दर्ज आवाज़ को सुनने के बाद यही कह रहे हैं कि य़े आवाज़ बगदादी की ही है. एक्सपर्ट के मुताबिक पिछले साल नवंबर में बगदादी का जो आखिरी आडियो टेप आया था उस टेप में कैद आवाज़ और इस ऑडियो में दर्ज आवाज़ एक ही है.
तो अगर सचमुच ऑडियो में आवाज़ बगदादी की है तो इसका मतलब साफ है कि बगदादी इस साल जून में रक्का में हुए रूसी हवाई हमले में नहीं मारा गया. बल्कि वो अब भी ज़िंदा है. मगर एक सवाल फिर भी उठता है. मान लिया कि ऑडियो में आवाज बगदादी की ही है मगर ये भी तो हो सकता है कि य़े पुरानी रिकार्डिंग हो? यानी इस साल जून से पहले की? यानी बगदादी के मौत से पहले की?
मगर ऐसा मुमकिन नहीं है, क्योंकि इस ऑडियो में बगदादी एक जगह नॉर्थ कोरिया की उस धमकी का जिक्र कर रहा है जिसमें किम जोंग उन अमेरिका और जापान पर परमाणु हमले की बात कह रहा है. मिडिल ईस्ट रीसर्च इंस्टीट्यूट के मुताबिक ये धमकी हाल में दी गई है. वो भी जून के बाद. यानी वो ऑडियो रिकार्डिंग अभी हाल की ही है. इंस्टीट्यूट का कहना है कि ऑडियो में दर्ज आवाज़ की पूरी पड़ताल के बाद ही वो इसकी रिकार्डिंग की सही तारीख बता सकते हैं.
आईएसआईएस से जुड़ी अल फुरकान न्यूज ऑर्ग्नेनाइजेशन की तरफ से जारी इस ऑडियो के जरिए बगदादी ने जेहाद जारी रखने की अपील करते हुए मीडिया हेडक्वार्टर्स को भी निशाना बनाने की बात कही है. वह अमेरिका के कमज़ोर होने की भी बात कह रहा है.
ये रहा उस ऑडियो का ट्रांसलेशन-
नॉर्थ कोरिया, अमेरिका और जापान को परमाणु हमले की धमकी दे रहा है. अमेरिकी और रूसी नागरिक अपने ही मुल्क में मुजाहिदीनों के डर से खौफ के साए में जी रहे हैं. तुर्की सरकार भी कुर्दों के संघर्ष के चलते अपने ही बॉर्डर पर घिर गई है. तुर्की और कुर्द आपसी खींचतान में बुरी तरह उलझ चुके हैं. मुजाहिदीनों तुम अपना जिहाद जारी रखों और अपने दुश्मनों को किसी भी कीमत पर अच्छी ज़िंदगी जीने का हक़ मत दो. क्योंकि तुम्हारे अपने भाई भी हर रोज़ बमबारी, तबाही और मौत का शिकार हो रहे हैं. मुजाहिदीनों हार मत मानना और अपने जिहाद के लिए अपने वादे को याद रखना. तुम्हारी क़र्बानी ज़ाया नहीं जाएगी. ये तुम सभी की ज़िम्मेदारी है. तुम्हारी और तुमसे पहले वाले भाइयों की कुर्बानियां ज़ाया ना जाएं. भाइयों अमेरिका कमज़ोर पड़ रहा है और यूरोप भी हमारे हमलों के साए में जी रहा है. इसलिए तुम्हारी जीत तय है.
इस ऑडियो के सामने आने के बाद अमेरिका ने फिलहाल इतना ही कहा है कि एक बार ऑडियो में कैद आवाज़ की जांच पूरी हो जाए. उसके बाद ही वो बता पाएगा कि ये आवाज़ बगदादी की ही है और अगर हां तो कब की? वैसे अमेरिका ने अभी तक बगदादी की मौत का दावा नहीं किय़ा है. ये दावा सिर्फ रूस कर रहा है.
अगर ये ऑडियो टेप सच है और आवाज़ भी बगदादी की ही है तो फिर ये तय है कि आईएसआईएस का सरगना बगदादी जिंदा है. मगर बगदादी पिछले कई महीनों से खामोश क्यों है? मोसूल जैसा मजबूत किला हाथ से निकल जाने के बाद भी वो सामने क्यों नहीं आया? और सबसे बड़ा सवाल ये है कि बगदादी इस वक्त आखिर कहां छुपा है? तो इराक और सीरिया में आईएस के खिलाफ जारी जंग में गठबंधन सेना की अगुआई कर रहे अमेरिकी लेफ्टिनेंट जनरल की मानें तो दो ऐसे ठिकाने हैं जहां बगदादी अभी छिपा हो सकता है.