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आतंक के बाजार में भी मंदी, कटी आतंकियों की सैलरी

दुनिया की किसी भी कंपनी की तरह ISIS भी अपने आतंकवादियों को हर महीने तनख्वाह देता है. उन्हें भत्ता देता है. और फिर उनके कामकाज के हिसाब से उनका अप्रेजल भी करता है. मगर पेरिस पर हमले के बाद जैसे ही पूरी दुनिया ISIS पर टूट पड़ी उससे बगदादी अचानक इतना कंगाल हो गया है कि उसने बाकायदा एक खत जारी कर अपने सारे आतंकवादियों की तनख्वाह में सीधे पचास फीसदी की कटौती का ऐलान कर दिया.

आतंक के बाजार में भी मंदी, कटी आतंकियों की सैलरी आतंक के बाजार में भी मंदी, कटी आतंकियों की सैलरी
आदर्श शुक्ला
  • नई दिल्ली,
  • 05 फरवरी 2016,
  • अपडेटेड 7:37 PM IST

दुनिया की किसी भी कंपनी की तरह ISIS भी अपने आतंकवादियों को हर महीने तनख्वाह देता है. उन्हें भत्ता देता है. और फिर उनके कामकाज के हिसाब से उनका अप्रेजल भी करता है. मगर पेरिस पर हमले के बाद जैसे ही पूरी दुनिया ISIS पर टूट पड़ी उससे बगदादी अचानक इतना कंगाल हो गया है कि उसने बाकायदा एक खत जारी कर अपने सारे आतंकवादियों की तनख्वाह में सीधे पचास फीसदी की कटौती का ऐलान कर दिया.

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बगदादी ने इस बाबत एक खत जारी किया है. इस खत में लिखा है- 'अचानक पैदा हुए मुश्किल हालात के मद्देनजर इस्लामिक स्टेट सरकार ने सभी मुजाहिदीन की तनख्वाह आधी करने का फैसला किया है. यानी अब सभी मुजाहिदीन की तनख्वाह में पचास फ़ीसदी कटौती की जा रही है. इस फैसले से किसी को भी छूट नहीं मिलेगी चाहे वो कतने ही छोटे या बड़े ओहदे पर हो. वैसे तनख्वाह में कटौती के बावजूद इस्लामिक स्टेट बाकी दूसरी जरूरतों के सामान हमेशा की तरह महीने में दो बार बांटता रहेगा.'

आईएस के कब्जा वाला इराकी शहर रक्का से जारी ये खत ये बताने के लिए काफी है कि पेरिस पर हमला के बाद से कैसे उसके बुरे दिन शुरू हो गए हैं. और अब हालत ये है कि उसके पास अपने आतंकवादियों को देने के लिए पैसे भी नहीं हैं. इसीलिए आईएस से जुड़े आतंकवादियों की तनख्वाह सीधे आधी कर दी गई है.

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