Advertisement

श्रीदेवी बनकर प्यार में फंसाया, फिर आशिक को नरबलि के लिए किया मजबूर, केरल कांड में नए खुलासे

केरल के कोच्चि में मानव बलि के दिल दहला देने वाले दो मामले सामने आए हैं. इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि दो महिलाओं की बहुत बुरी तरह हत्या की गई. उनके शरीर के कई टुकड़े किए गए.पुलिस ने बताया कि वारदात का मुख्य आरोपी मानसिक रूप से बीमार है. उसे लोगों को चोट पहुंचाने में आनंद मिलता था.    

तीनों आरोपी (बाएं से) शफी, भगवल सिंह और उसकी पत्नी लैला हिरासत में भेजे गए (फाइल फोटो) तीनों आरोपी (बाएं से) शफी, भगवल सिंह और उसकी पत्नी लैला हिरासत में भेजे गए (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • कोच्चि,
  • 12 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 8:09 PM IST

केरल के पथानामथिट्टा में दो महिलाओं की बलि देने के मामले में पुलिस ने दंपति समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. तीनों को कोर्ट ने हिरासत में भी भेज दिया है. इस मामले में पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई खुलासे किए हैं. कोच्चि सिटी सीपी (पुलिस कमिश्नर) सीएच नागराजू ने बताया कि मानव बलि कांड का आरोपी मोहम्मद शफी एक मनोरोगी है, उसे दूसरों को चोट पहुंचाने, उन्हें जख्म देने में खुशी मिलती है. शफी कामविकृति का भी आदी है. 

Advertisement

कमिश्नर ने मीडिया को बताया कि पहले तो उन्होंने पूछताछ में सहयोग नहीं किया लेकिन दंपति को जब हिरासत में लिया गया तब उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया. आरोपियों का बयान है कि उन्होंने पीड़िता का मानव मांस खाया, लेकिन पुलिस ने कहा कि इसके लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं.

शफी ने दंपति को आश्वस्त किया था कि उनकी आर्थिक समृद्धि के लिए मानव बलि दी जा सकती है. मोहम्मद शफी के खिलाफ एर्नाकुलम के पथानामथिट्टा में 75 वर्षीय महिला से दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है. उसने महिला के प्राइवेट पार्ट पर चाकू से हमला किया था.

महिलाओं से झूठे वादे कर उन्हें घर पर ले जाकर मार डाला गया.

शफी के खिलाफ पहले से दर्ज है आठ केस

पुलिस ने बताया कि शफी की आपराधिक पृष्ठभूमि है. उसके खिलाफ आठ मामले दर्ज हैं. मानव बलि के पीछे शफी ही मास्टरमाइंड है. वह फेसबुक पर फेक प्रोफाइल बनाकर लैला और भगवल सिंह के करीब पहुंचा था. 2019 में शफी ने परिवार के साथ दोस्ती बनाई.

Advertisement

पुलिस ने कहा कि शफी ने श्रीदेवी के नाम से एक फर्जी अकाउंट बनाया था. इसके बाद भगवल सिंह को अपने प्यार में फंसा लिया.  इसके बाद उसने भगवल सिंह से कहा कि वह जाकर रशीद नाम के शख्स से मिले. रशीद जैसा कहेगा, अगर भगवल सिंह वैसा करेगा, तो उसके घर में धन और संपत्ति आ जाएगी. पुलिस को जांच में पता चला है कि रशीद और कोई नहीं बल्कि मोहम्मद शफी ही था. भगवल सिंह और उसकी पत्नी लैला ने रशीद (मोहम्मद शफी) से मुलाकात की. शफी ने कपल को बताया कि वे मानव की बलि देते हैं, तो उनके घर में पैसा आ जाएगा. पुलिस ने कहा कि शफी ने मानव बलि के लिए लाई गईं दोनों महिलाओं के आर्थिक हालात का फायदा उठाया. पुलिस ने कहा कि भगवल सिंह और लैला का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है, लेकिन पुलिस उनके बारे में और जानकारी जुटा रही है.

घर के पीछे दफनाए गए दोनों महिलाओं के शव

कोच्चि सिटी सीप सीएच नागराजू ने बताया कि हमने 26 सितंबर को एक 52 वर्षीय महिला लॉटरी टिकट विक्रेता की गुमशुदगी का मामला दर्ज किया था. हमें तफ्तीश में पता चला कि महिला का अपहरण कर उसकी पठानामथिट्टा जिले में हत्या कर दी गई. जांच से पता चला कि एर्नाकुलम के शफी ने महिला से उसके आर्थिक हालात ठीक करने का झूठा वादा किया था.

Advertisement
दोनों महिलाओं के कई टुकड़े कर उन्हें घर के पीछे दफना दिया गया था.

पुलिस ने बताया कि शफी ने दो लोगों के साथ मिलकर 'मानव बलि' की रस्म निभाई और उस महिला को मार डाला. उन्होंने उसके शरीर के कई टुकड़े किए फिर घर के पीछे दफन कर दिया लेकिन यह एकमात्र मामला नहीं था.

सीपी ने बताया कि इस साल जून में भी उन्होंने एक 49 वर्षीय लॉटरी टिकट विक्रेता महिला से झूठा वादा कर उसे दंपति के पास ले गए थे. जहां उन्होंने उसकी को टुकड़ों में काटकर घर में दफन कर दिया था. फिलहाल तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. कोच्चि सिटी सीपी ने बताया कि घर के पीछे दबे शरीर के अंग निकालकर उनकी वीडियोग्राफी की गई है. इस मामले में अभी जांच जारी है. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement