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700 शूटर्स, 5 लाख इनाम, देश के दुश्मनों का जिगरी दोस्त, कौन है खूंखार गैंगस्टर अर्श डल्ला?

कनाडा स्थित खालिस्तानी टाइगर फोर्स के आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर के लिए काम करने वाले गैंगस्टर अर्श डल्ला का नाम एक बार फिर चर्चा में है. दिल्ली पुलिस ने उसके दो शार्प शूटर्स को मयूर विहार से गिरफ्तार किया है. अर्श डल्ला साल 2022 में कनाडा भाग गया था. उसके बाद वहीं से आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है.

गैंगस्टर से आतंकवादी बन चुके अर्श डल्ला का नाम एक बार फिर चर्चा में है. गैंगस्टर से आतंकवादी बन चुके अर्श डल्ला का नाम एक बार फिर चर्चा में है.
मुकेश कुमार गजेंद्र
  • नई दिल्ली,
  • 29 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 10:30 AM IST

पाकिस्तानी और खालिस्तानी आतंकवादियों के साथ देश के दुश्मनों की एक नई फौज तैयार हो रही है. आतंकियों की ये फौज सात समंदर पार कनाडा में बैठकर हिंदुस्तान में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रही है. इनकी वजह से अंडरवर्ल्ड के बाद अब एक नए तरह का संगठित अपराध तेजी से अपने पैर पसार रहा है. हालांकि, देश की सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस इन पर लगाम लगाने की पूरी कोशिश कर रही हैं. इनके खिलाफ समय-समय पर कार्रवाई भी करती हैं. ताजा मामला, कनाडा में बैठे खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला से जुड़ा है. उसके दो खतरनाक शार्प शूटर्स को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. 

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खालिस्तानी आतंकवादियों की गैंग में शामिल हो चुका गैंगस्टर अर्श डल्ला राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए, दिल्ली पुलिस और पंजाब पुलिस की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में है. उसके 700 से ज्यादा शूटर्स हिंदुस्तान में सक्रिय हैं. उसके एक इशारे पर किसी की भी जान ले सकते हैं. उसका गैंग एक्सटॉर्शन, टेरर फंडिंग, फाइनेंसिंग, टारगेट किलिंग, ड्रग्स स्मगलिंग के साथ पंजाब में नफरत और दहशत फैलाने का काम करता है. इसी बीच दिल्ली पुलिस को सूचना मिली कि उसके दो शार्प शूटर्स एक पंजाबी सिंगर एली मंगत पर हमले की साजिश रच रहे हैं. इसके लिए दिल्ली आने वाले हैं. पुलिस ने जाल बिछाया और उन्हें मयूर विहार के पास घेर लिया.

इसके बाद पुलिस और शूटर्स के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें एक के पैर पर गोली लगने के बाद दोनों ने सरेंडर कर दिया. पुलिस के मुताबिक, दोनों शूटर्स की पहचान राजप्रीत सिंह उर्फ राजा और वीरेंद्र सिंह उर्फ विम्मी के रूप में हुई है. उनके पास से चोरी की एक बाइक, तमंचा, कारतूस और हैंड ग्रेनेड बरामद हुआ है. उनसे पूछताछ में पता चला है कि ये लोग कई बड़ी हस्तियों पर हमला करने वाले थे. कनाडा में बैठे इनके आका ने इन्हें दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में हिंसा फैलाने की जिम्मेदारी दी थी. इससे पहले कि ये अपनी साजिश में सफल हो पाते, पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया. पुलिस इन्हें कोर्ट में पेश करके रिमांड में लेने वाली है.

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अर्श डल्ला ने जरायम की दुनिया में ऐसे रखा कदम 

पंजाब के मोगा के डल्ला गांव के रहने वाले अर्श डल्ला ने बालिग होने से पहले से ही जरायम की दुनिया में कदम रख दिया था. पहले चोरी जैसी छोटी घटनाओं को अंजाम देने वाला डल्ला जल्द ही रंगदारी मांगने और लोगों को जानलेवा हमले की धमकी देना शुरू कर दिया. साल 2018 के बाद अपराध जगत में उसकी सक्रियता तेजी से बढ़ने लगी. अपहरण और हत्या जैसे संगीन जुर्म में उसका नाम आने लगा. इसी बीच उसका संपर्क कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से हुआ. उसके इशारे पर उसने पंजाब में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देना शुरू कर दिया. उसकी काली करतूतों की वजह से आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की उस पर नजर पड़ी.

आतंकी निज्जर के केटीएफ मॉड्यूल में हुआ शामिल

साल 2021 में हरदीप सिंह निज्जर ने अर्श डल्ला के साथ मिलकर तीन सदस्यीय खालिस्तानी टाइगर फोर्स यानी केटीएफ मॉड्यूल का गठन किया. उसी साल जुलाई में निज्जर के इशारे पर मोगा स्थित सनशाइन क्लॉथ स्टोर के मालिक तेजिंदर उर्फ पिंका की हत्या कर दी गई. बरगारी बेअदबी के आरोपी शक्ति सिंह के अपहरण और हत्या का प्रयास किया गया. लेकिन जिस शूटर भोला सिंह को उन लोगों ने भेजा वो वारदात को अंजाम देने से पहले ही पुलिस की पकड़ में आ गया. साल 2022 में अर्श डल्ला के निर्देश पर उसके गुर्गे गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी ने सुखप्रीत सिंह उर्फ सुख ग्रीस को पंजाब से पाकिस्तान में घुसपैठ कराने के लिए चंडीगढ़ मिला था.

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आईएसआई के इशारे पर आतंकी हमले की साजिश

अर्श डल्ला ने जनवरी 2022 में एक सात सदस्यीय केटीएफ मॉड्यूल गठन किया. इसका मुख्य लक्ष्य मोहाली स्थित एक इमिग्रेशन कंसल्टेंट प्रीतपाल सिंह बॉबी की हत्या करना था. इतना ही नहीं अगस्त 2022 में उसने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर स्वतंत्रता दिवस पर आतंकी हमले की योजना भी बनाई थी. इस तरह इन वारदातों को अंजाम देने के बाद उसका साहस इतना बढ़ गया कि उसने हरदीप सिंह निज्जर के साथ जनवरी 2022 में मोगा के तत्कालीन एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल और सीआईए विंग के दो इंस्पेक्टरों की हत्या की योजना बना डाली. हालांकि, इसमें वो सफल नहीं रहे, लेकिन पुलिस की नजरों में बुरी तरह चढ़ गए.  

पुलिस का शिकंजा कसा तो कनाडा भाग गया

पुलिस का शिकंजा कसता देख अर्श डल्ला साल 2020 में कनाडा भाग गया. उसके पास 1 सितंबर, 2017 को जालंधर में क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय द्वारा जारी किया गया पासपोर्ट है, जो 31 अगस्त, 2027 तक वैध है. वो सरे, ब्रिटिश कोलंबिया, कनाडा में रह रहा है. इसी जगह पर निज्जर भी रहा करता था. उसके सहयोग से ही वो भारत से कनाडा पहुंचा था. कुछ महीने पहले ही खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी थी. इसी मामले में भारत और कनाडा के बीच रिश्ते तल्ख चल रहे हैं. लेकिन हत्या से पहले निज्जर ने डल्ला के साथ मिलकर हिंदुस्तान की धरती पर कई वारदातों को अंजाम दिया था.

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निज्जर और डल्ला के गैंग में 700 शार्पशूटर्स

हरदीप सिंह निज्जर और अर्श डल्ला ने एक आतंकी संगठन बनाया था, जिसमें 700 से अधिक शूटर्स काम करते हैं. इनका गैंग पाकिस्तान से लेकर हिंदुस्तान तक अपनी आतंकी और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा है. यही वजह है कि भारतीय गृह मंत्रालय ने उसको गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत आतंकवादी घोषित कर दिया है. एनआईए ने उसे भगोड़ा घोषित करते हुए उसके सिर पर पांच लाख रुपए का इनाम रखा है. भले ही निज्जर की मौत हो गई है, लेकिन डल्ला के बिश्नोई गैंग के गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से बहुत अच्छे संबंध हैं. दोनों दोस्त हैं. गोल्डी वही है, जिसने पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या कराई थी.

लॉरेंस बिश्नोई से भी खतरनाक है अर्श डल्ला

वर्तमान समय में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहता है. सलमान खान को जान से मारने की धमकी से लेकर सिद्धू मूसेवाला की हत्या तक, हर जगह उसके गैंग का नाम आया है. हालही में कनाडा में पंजाबी सिंगर गिप्पी ग्रेवाल के घर पर हुए हमले की जिम्मेदारी भी बिश्नोई गैंग ने ही ली है. उसने सोशल मीडिया के जरिए ऐलान किया है कि गिप्पी सलमान के दोस्त हैं, इसलिए उसने उनके घर पर जानलेवा हमला कराया था. लॉरेंस इस वक्त दिल्ली की मंडोली जेल में बंद है. उसके खिलाफ 50 से अधिक केस दर्ज हैं. लेकिन अर्श डल्ला उससे कहीं ज्यादा खतरनाक है, क्योंकि वो आपराधिक नहीं आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है.

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