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बिहार में अपहरण के लिए कुख्यात है इस लेडी गैंगस्टर का नाम

बिहार की एक महिला गैंगस्टर का नाम इन दिनों चर्चाओं में है. जिसे अदालत ने संगीन गुनाहों का दोषी पाते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है. उस गैंगस्टर का नाम है पूजा पाठक. जिसका नाम अपहरण की दुनिया में पहली कतार में शुमार होता है.

पूजा पाठक बिहार के कुख्यात शूटर मुकेश पाठक की पत्नी है पूजा पाठक बिहार के कुख्यात शूटर मुकेश पाठक की पत्नी है
परवेज़ सागर
  • नई दिल्ली,
  • 30 जून 2016,
  • अपडेटेड 5:21 PM IST

यूपी और बिहार में ऐसे अपराधियों की कमी नहीं है, जिनके नाम से जनता ही नहीं बल्कि पुलिस भी परेशान रही है. ऐसे कई माफिया गैंगस्टर जेलों में सजा काट रहे हैं. लेकिन बिहार की एक महिला गैंगस्टर का नाम इन दिनों चर्चाओं में है. जिसे अदालत ने संगीन गुनाहों का दोषी पाते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है. उस गैंगस्टर का नाम है पूजा पाठक. जिसका नाम अपहरण की दुनिया में पहली कतार में शुमार होता है.

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कौन है पूजा पाठक
बिहार में पूजा पाठक का नाम किसी आतंक से कम नहीं है. पटना में रहकर पॉलिटेक्निक की पढ़ाई करने वाली पूजा ने अपने छात्र जीवन के दौरान ही अपराध की दुनिया में कदम रखा. कॉलेज में ही उसकी मुलाकात कैलाश और एक अन्य व्यक्ति से हुई थी. उसके बाद उनकी दोस्ती गहरी हो गई. पूजा कैलाश और उसके साथी के साथ अपहरण करने लगी. इसी दौरान उसने वर्ष 2013 में अपने साथी कैलाश फौजी के साथ मिलकर दो लोगों का अपहरण किया. जिसकी वजह से उसका नाम सुर्खियों में आ गया.

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पूजा ने ऐसे किया था अपहरण
यह वारदात 16 जुलाई 2013 की है. बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में हाथौड़ी थाना क्षेत्र के अमवा गांव निवासी नीरज कुमार मैग्मा फाइनेंस लिमिटेड में काम करते थे. नीरज कंपनी के लेनदेन का सारा हिसाब किताब रखते थे. उस दिन जब नीरज अपने कार्यालय से घर लौट रहे थे, तभी एन.एच. 57 पर एक स्कार्पियो गाड़ी से उनका पीछा किया गया. और आगे चलकर हथियारों के दम पर नीरज को अगवा कर लिया गया था. उसे एक सुनसान जगह पर ले जाया गया. और उसके घरवालों से फिरौती की मांग की गई.

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चौकीदार को देखकर चलाई थी गोली
नीरज के बहनोई पैसा लेकर एक चौकीदार के साथ बाइक से अपहरणकर्ताओं की बताई हुई जगह पर पहुंचे. मगर चौकीदार को देखते ही गाड़ी में बैठे बदमाशों ने फायरिंग कर दी. चौकीदार को गोली लगी. बदमाशों ने फिर नीरज के घरवालों को फोन करके 50 हजार देने की बात कही. और उसके चाचा को एक मंदिर में पैसा लेकर बुलाया गया. पैसा मिल जाने के बाद नीरज को छोड़ दिया गया. अपहरणकर्ता के चंगुल से छूटने के बाद नीरज ने मामले की जानकारी पुलिस को दी थी. इस संबंध में पुलिस ने 5 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इस वारदात की मुख्य कर्ताधर्ता पूजा ही थी.

2013 में ही हुई थी पूजा की गिरफ्तारी
इस अपहरण की वारदात के बाद पूजा का नाम खुलकर सामने आ गया था. बिहार में उसके नाम की चर्चा होने लगी थी. लोग उसके नाम से कांपने लगे थे. पूजा को ही मुजफ्फरपुर के उस चर्चित अपहरण कांड में मुख्य आरोपी बनाया गया था. और वर्ष 2013 में ही पूजा को नीरज कुमार के अपहरण और फिरौती मांगने के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. उसके बाद पूजा को जेल भेज दिया गया. पुलिस ने उसके खिलाफ मजबूत चार्जशीट तैयार की थी. जिसकी वजह से अदालत ने उसकी जमानत याचिका को भी खारिज कर दिया था.

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जेल में हुआ प्यार और शादी
गिरफ्तारी के बाद पूजा को बिहार की शिवहर मंडलकारा जेल में भेजा गया. जहां उसकी मुलाकात बिहार के कुख्यात गैंगस्टर मुकेश पाठक से हुई. इसी दौरान दोनों एक दूसरे के काफी करीब आ गए. दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया. जिसके बाद दोनों ने शादी का इरादा कर लिया. और 14 अक्टूबर 2013 को जेल में ही पूजा की शादी उसके प्रेमी मुकेश पाठक के साथ विधि-विधान से कराई गई. इस गैंगस्टर जोड़ी की शादी के गवाह तत्कालीन एसपी हिमांशु त्रिवेदी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी बने. उस वक्त तत्कालीन जेलर रामचन्द्र साफी ने पूजा का कन्यादान किया था.

जेल में ही गर्भवती हो गई थी पूजा
मुकेश पाठक और उसकी पत्नी पूजा अक्सर जेल में मिलने की कोशिश करते रहते थे. इसी दौरान 13 जून 2015 को जेलकर्मियो के सहयोग से मुकेश पाठक और पूजा को असिस्टेंट जेलर के ऑफिस में मिलने का मौका मिल गया. दोनों के बीच संबंध भी बने. इसके बाद मुकेश 20 जुलाई 2015 को शिवहर सदर अस्पताल में पुलिसवालों को नशीला पदार्थ खिलाकर भाग निकला. उसी समय पूजा अचानक बीमार हो गई. उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने चेकअप के बाद बताया कि वह 12 हफ्ते की गर्भवती है. यह खबर सुनकर जेल प्रशासन के होश उड़ गए. सबके सामने एक ही सवाल था कि आखिरकार एक कैदी जेल में गर्भवती कैसे बन सकती है. जांच में खुलासा हुआ कि वह मुजफ्फरपुर नहीं बल्कि शिवहर जेल में ही प्रेग्नेंट हुई थी. इस खबर के बाद शिवहर के जेलर को निलंबित कर दिया गया था.

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बेटी को दिया था जन्म
पूजा पाठक की तबीयत बिगड़ जाने पर उसे मुजफ्फरपुर के एसकेएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां 1 मार्च 2016 को पूजा ने एक स्वस्थ बेटी को जन्म दिया. लेकिन उसके कुख्यात गैंगस्टर पति मुकेश पाठक को पुलिस अभी तक तलाश कर रही है. पुलिस को दरभंगा में इंजीनियरों की हत्या के मामले में भी उसकी तलाश है.

पूजा को उम्रकैद की सजा
हाल ही में पूजा पाठक के खिलाफ अपहरण, फिरौती और लूट आदि के मामलों में सुनवाई करते हुए उसे अदालत ने दोषी करार दिया. और उसके बाद न्यायधीश वेद प्रकाश सिंह ने उसे आजीवन कारावास के साथ-साथ 20 हजार रूपये के आर्थिक दंड की सजा सुनाई है. अब पूजा के वकील आगे की रणनीति बना रहे हैं.

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